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सफ़र कर न सका / इक़बाल
Kavita Kosh से
ढूँढने वाला सितारों की गुज़रगाहों का
अपने अफ़कार<ref>फ़िक्र का बहुवचन/चिंताएँ</ref> की दुनिया में सफ़र कर न सका
अपनी हिकमत<ref>दुस्साहस</ref> के ख़मो-पेच<ref>उलझनों</ref> में उलझा ऐसे
आज तक फ़ैसला-ए-नफा-ओ-ज़रर<ref>लाभ-हानि का निर्णय</ref>कर न सका
जिसने सूरज की शुआओं<ref>किरणों</ref> को गिरफ़्तार किया
ज़िन्दगी की शबे-तारीक<ref>अँधेरी रात</ref>सहन कर न सका
शब्दार्थ
<references/>