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सबसिडी / नरेन्द्र कठैत
Kavita Kosh से
धन्यवाद मोदी जी!
बिकासा दगड़ा-दगड़ि
जु तुमुन् हमारि भाशा मा
‘सबसिडी’ सब्द जड़ि
पर्सि तल्या खोळ बिटि
धै लगौंणि छै
हमारि अंगूठा छाप
फुलमुंड्या बडि
हे ब्यटा नरी!
जरा गैसा ऽ औफिस मा जैकि
पता करि
पिछल्या मैना भ्वरि छै गैस
पर खाता मा
अज्यूं तैं
‘सबसिडी’ नी चढ़ी !