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सम्राट / मनोज शांडिल्य
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अहाँ
हमर खिच्चा वर्तमानकेँ
क्षण भरि मे
प्राचीन कालक अश्रुगाथा बनाबय बला
माँजल इतिहासकार छी
चमकैत धारदार हथियार
विलक्षण विस्फोटक पदार्थ
नाज़ी कंसंट्रेशन कैंपक रखबारि
विध्वंशकारी जीबैत मुरूत
हमर सद्यः पुष्पित हृदयकेँ
भग्न गोलकोंडा बनाबय बला
औरंगज़ेब
निस्संदेह
कोनो महान सम्राट छी अहाँ
स्तब्ध अछि गाछ
आइ फेर
चढ़ि रहल छै गाछ पर
रच्छसबा!
आइ फेर नोचि खसेतै खोंता
आइ फेर आधारहीन हएत चिड़ै
आइ फेर संतानहीन हएत चिड़ै..
की करय गाछ
ओ अछि अभिशप्त
देबाक लेल आधार
शिकारहुकेँ, आ
शिकारीकेँ सेहो
फटै छै करेज
एक बेर फेर..
जड़ अछि गाछ
स्थिर अछि गाछ
मौन अछि गाछ
स्तब्ध अछि गाछ..
सबल रहितहु
केहन असहाय अछि गाछ!