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ससरि चललि सभ सखिगण ना / मैथिली लोकगीत

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मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

ससरि चललि सभ सखिगण ना
गड़ल कुसुम शर भरि तन ना
उठइत उठल चलल नहु ना
बिहुँसि लगाओल पट पहु ना
धय दय उठल कदलि हिय ना
परसय कर पहु नहु नहु ना
देलक बैसाय निकट निज ना
उगला मुहजरू मनसिज ना
आध नयन हम देखल ना
नेह पाश लय बेढ़ल ना
दुहुक हृदय दुहु काढ़ल ना
नेह लता पुन बाढ़ल ना
अंकमे गहि पहु पूछल ना
छन हुलसय छन रूसल ना
आँचर भाँगि धयल कर ना
बल कय सभ मति हरलक ना
आध अंग बनि सुतलहुँ ना
केहन बिरह बिसरलहुँ ना
कुमर कमल पर अलि बसु ना
पीबि भ्रमर सूतल रस ना