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सांप के बारे में / शहंशाह आलम

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सांपों को जिस चीज़ की चिंता सबसे अधिक खाए जा रही थी
वह यह कि आदमी बहुत तेज़ी से ग़ायब हो रहे हैं पृथ्वी से

सांप की वाजिब चिंता और आदमी के ग़ायब होने का द्वन्द्व
सचमुच गहरा रहा था पृथ्वी से लेकर अंतरिक्ष के वितान तक में

ढेरों मारे गए होंगे
कोई बम ब्लास्ट में मारा गया होगा
कोई प्राकृतिक आपदा
कोई धार्मिक उन्माद
कोई जातीय दंगा
कोई वास्तुकला में अधिक रुचि दिखाने के कारण
मारा गया होगा कारण-अकारण

मारे गए को लेकर हमारे भीतर कहीं भी गंभीर चिंता नहीं थी
न हमारी नसों में किसी तरह की कोई सनसनी ही थी
हम वैसे ही मस्त होकर हत्यारों को
आज़ाद रखने का अवसर दे रहे थे

हत्यारों का बयान था जैसे सांप का बयान था -
हमारे आस पास की नदियों की मछलियों का स्वाद कैसा होगा
कवि जी, यह आप फ़िक्र करें
अथवा आप बजाएं वायलिन

बहुत निर्भीक और बेबाक होते हैं सांप
वेश्यालय में सिगरेट का धुआं बहुत गहरा चुका है
सांप दूर नहीं गए होंगे अभी
अभी होंगे चढ़े बहुत सारी वेश्याओं की देह पर एक साथ

एक दिन सबसे ऊँची छत पर चढ़कर कहेंगे सांप
आदमी कहीं नज़र नहीं आ रहा है
बस हम ही हम नज़र आ रहे हैं
इस पूरे समय में
इस दृश्य-अदृश्य में
इस कहे-अनकहे में
इस पूरी शताब्दी में।