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सियाक अवतार / शिव कुमार झा 'टिल्लू'

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माता अयलनि मिथिलादेश जनकनंदिनी वेशमे ना
धरती फाड़ि धरापर अयली अभरल माटि केशमे ना......
मांझ खेत ह'रसँ गहिगहि
कोरलनि नृप धरती महिमहि
किछु नहि भेंटल शेषमे ना.....
एतबामे अकाशसँ नादे
कातकोरू वनिता मादे
मयना कोखिक उदेशमे ना.....
सीतासँ सीता निकसलि
रानी हिया क्षीरे बरसलि
तृप्ति पूरित अशेषमे ना......
छथि सीता सहज संजाता
बिनु पीड़क मयना माता
ने एक्कोक्षण कोखि क्लेशमे ना.....
सगरो महमह रजधानी
नृप-सासु बनिगेली नानी
अयली जनक देशमे ना.....
झूला नवरतन मंगेलनि
नृप दीनक हिया जुरेलनि
वसन संग द्रव सन्देशमे ना.....