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सीख कर्म की / सपना मांगलिक
Kavita Kosh से
मुन्ना जब तू होगा सयाना
बैर कपट से दूर ही रहना
चाहे दुनिया तुझे कहे दीवाना
किसी की तू आस न करना
खुद पर बस विश्वास है रखना
सुन,मेहनत से कभी न घबराना
आत्मविश्वास सफलता का खज़ाना
सीख कर्म की जब समझ आएगी
दुनिया कदमों में झुक जायेगी