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सुख दुःख सहते एक समान / रंजना वर्मा
Kavita Kosh से
सुख दुख सहते एक समान
रहती अधरों पकेर मुस्कान
हैं भारत माता के लाल
भारत पर होते कुर्बान
करते औरों पर उपकार
किन्तु नहीं लेते हैं दान
दुखिया के कष्टों का बोझ
कर लेते पहले अनुमान
तत्पर सदा समर्पण हेतु
इनका जीवन धन अरु मान
सदा निभाते सच का साथ
करते नित सब का सम्मान
करते सहज सरल विश्वास
अपने पर का रखते ज्ञान