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सुना है वह दिल का बड़ा मोतबर है / कैलाश झा ‘किंकर’
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सुना है वह दिल का बड़ा मोतबर है
शहर दर शहर सुर्खियों में ख़बर है।
नहीं झूठ बोलेगा मुझसे कभी वो
मुहब्बत का मेरा सितारा अगर है।
न सीमा न बंधन नहीं शर्त कोई
मुहब्बत का तेरा सुनहरा सफ़र है।
खुशी के लिए तुम सुनो दिल की बातें
हँसो खिलखिलाकर ये सपनों का घर है।
सभी की निगाहें तुम्हीं पर टिकी हैं
रखो सावधानी ज़माने का डर है।
चलो धूप खाएँ सुबह की शिशिर में
बिटामिन से भरपूर मौसम भी तर है।