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सूरज झाँका / जेन्नी शबनम
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1
सूरज झाँका-
सागर की आँखों में
रूप सुहाना।
2
मिट जाएँगे
क़दमों के निशान,
यही जीवन ।
3
अद्भुत लीला-
दूध -सी हैं लहरें,
सागर नीला ।
4
अथाह नीर
आसमाँ ने बहाई
मन की पीर ।5
5
सूरज लाल
सागर में उतरा
देखने हाल ।
6
पाँव चूमने
लहरें दौड़ी आई ,
मैं सकुचाई ।
7
उतर जाऊँ-
लहरों में खो जाऊँ ,
सागर सखा !
8
क्षितिज पर,
बादल व सागर
आलिंगनबद्ध ।
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