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सूरज री भोर / गौरीशंकर

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सूरज री भोर
थारी ओळयूं आाई
म्हानै
खेत में ...
देखूं
बाजरी रा सिट्टा री बूर नै
निरखूं
थारै चैरे ने
बूर ज्यूं
भोर में...।