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सूर्य के तीसरे ग्रह पर / सुशान्त सुप्रिय
Kavita Kosh से
न गिला
न शिकवा
न शिकायत
कुछ भी नहीं होता उन्हें
अपने कर्मों पर
शुद्ध अंत:करण के पीछे
जो नहीं भागते
ऐसे लोग कितने सुखी रहते हैं
सूर्य के तीसरे ग्रह पर