मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
से केना कऽ ब्याह रचेबै
मोतीराम दियोरबा के
आ केना कऽ ब्याह रचेबै
मोतीराम दियोरबा के ने हौ
से बेनी यौ बेनी
आब वरननमा करैछै
मोतीराम बिअहबा के।
सती साँवर सुग्गा हिरामनि के मँगा कऽ कहै छथि-
से सुगना हिरामनि
कतऽ तऽ जाकऽ देवता
सामी हमर बैठल छथि
से सुगना रे सुगना
जल्दी बजबियौ हे सुगना
स्वामीके भगतिया हीरामनि रै।