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सोनळ सेज / ओम पुरोहित कागद
Kavita Kosh से
ऊंचा ढिग्ग
बेकळा रा
धोरा कद
गदरा है
विधना रा
सोरा-सोरा ।
विधना भंवै
जगरचाव रै मिस
सांवटै
बिछावै
अठै-बठै
सौरफ सारू ।
थार
सोनळ सेज
विधना री !