भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

सोनहू के दियारा... / अंगिका

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

अगे माता कौनेॅ देलकौ सोनहू के दियारा
कौनेॅ देलकौ हे बाती।
अगे माता कौनेॅ देलकौ गैया के घियवा
जलावै सारी हे रात।
अगे माता सोनरा देलकौ
सोनहूँ के दियारा पटेवा देलकौ हे बात।
अगे माता गोरना देलकौ, गैया के घियवा
जलावै सारी हे रात।

जरेॅ लागलै दियारा, शीतल मैया हे-
झमक लागल बाती हे माता खेलेॅ
लागलै हे माता चारों पहर राती हे माता खेंले...
जरेॅ लागलै दियारा मालत मैया हे
झमक लागलै बाती हे माता खेलें
लागलै हे माता चारों पहर राती हे माता खेलें...
जरेॅ लागलै दियारा धनसर मैया हे
झमक लागलै बाती हे माता खेलें
लागलै हे माता चारों पहर राती हे माता खेलें...

जरेॅ लागलै दियारा फूलसर मैया हे
झमक लागलै बाती हे माता खेलें
लागलै हे माता चारों पहर राती हे माता खेलें...
जरेॅ लागलै दियारा कालि मैया हे
झमक लागलै बाती हे माता खेलें
लागलै हे माता चारों पहर राती हे माता खेलें...
जरेॅ लागलै दियारा सभ्भे मैया हे
झमक लागलै बाती हे माता खेलें
लागलै हे माता चारों पहर राती हे माता खेलें...