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सौभाग्यवती / ब्रज श्रीवास्तव
Kavita Kosh से
सौभाग्य खड़े हैं
तंबाकू की दुकान पर
सौभाग्यवती उनकी सेहत के लिए
खोज रही है गिलोय की टहनी
सौभाग्य जी नाराज़ होकर झगड़ रहे हैं आफिस में
सौभाग्यवती जी घर में गा रहीं हैं भजन
सौभाग्य देख रहे हैं वाटस एप पर चुटकले
सौभाग्यवती जी कर रही हैं सुहागलें
सौभाग्य बैठ गए हैं खा पीकर
पैर स्पर्श कराने के लिए
सौभाग्यवती जी प्यासी हैं
बारह घंटे से।