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सौरम / कन्हैया लाल सेठिया
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कोनी आवै
पाछी
फूल रै आळै में स्यूं
उड’र
गिगनार में रम्योड़ी
सौरम
जे हूंता बीं रै
बचिया
लियांती पाछी
बां री मिमता !