तुम्हारी याद —
जैसे भूसे में गिरी कोई सुई हो
जिसे कभी ढूँढ़ा नहीं जा सकता ।
लेकिन इस भूसाघर में
किसी अन्य पुरुष के साथ
लोटते-पोटते हुए
हर बार मैं डरती हूँ
उसकी सुई से !
रूसी भाषा से अनुवाद : अनिल जनविजय
तुम्हारी याद —
जैसे भूसे में गिरी कोई सुई हो
जिसे कभी ढूँढ़ा नहीं जा सकता ।
लेकिन इस भूसाघर में
किसी अन्य पुरुष के साथ
लोटते-पोटते हुए
हर बार मैं डरती हूँ
उसकी सुई से !
रूसी भाषा से अनुवाद : अनिल जनविजय