भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

हँसी (हाइकु) / भावना कुँअर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

(हँसी)
छलकी हँसी
बनकर संगीत
नदी- सी बही

(अँधेरा)
चाँद न आता
अँधेरा गहराता
बच्चा चिल्लाता

(तम)
चाँद न आए
तारे तिलमिलाएँ
तम मुस्काए

(गुलमोहर)
गुलमोहर
गुलाल सा लगाए
है इतराए

(अमलतास)
अमलतास
पीले करके हाथ
करे न बात ।