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हम अकेल / आशा राजकुमार

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सब के बीच में रहली हम अकेल-सदा अकेल
दौड़त रही पागल हम दुनियादारी के पीछे
समझली ना अपन समझ
लड़कन दिन भर के खेल से थकर सूतल है
पाहुना खाना खा कर राजी खुशी से
चल गिले
सब लोग के बीच में बाटी हम अकेल।