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हम देश के सिपाही, यह देश है हमारा / अवधेश्वर प्रसाद सिंह

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हम देश के सिपाही, यह देश है हमारा।
छब्बीस जनवरी है, फहरा तिरंगा प्यारा।।

कुर्बानियाँ दिये जो, आजाद भी किये हैं।
आजाद ये वतन है, करते नमन तुम्हारा।।

कितने शहीद बेटे, फाँसी गले लगाये।
उनको नमन वतन ये, करते रहें दुबारा।।

ये नौजवां चमन का, रक्षक बने रहो तुम।
कश्मीर अंग तेरा, तुम अंग हो हमारा।।

हम खुद नहीं अकेले मेरे अनेक भाई।
आओ करे नमन हम यह देश फिर पुकारा।।