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हरे मंडप के तरें देख जाव जू चढ़ै सियाजू कौ चढ़ाव जू / बुन्देली

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हरे मंडप के तरें देख जाव जू चढ़ै सियाजू कौ चढ़ाव जू।
पंडित ने शुभ समय बतायौ, रूच रूच मोतिन चौक पुरायौ,
पूजन कौ सामान मंगायौ, पाछें सीता कों बुलवायौ
प्रथम गौरी सुत पूजन करवाव जू। चढ़ै सिया जू...
दशरथ चतुर सुजान सुर नर मुनि संग में गुणवान
ल्याये तीर चढ़ाव महान, ताकौ करो न जात बखान
झलक रहौ प्रेम प्रथा को प्रभाव जू। चढ़े सिया जू...
कन्या के हाथन सुखदाई, बुध ने बेद रीत करवाई
शुभ सेंदुर से माँग भरवाई शोभा कछु बरनी ना जाई
बसन भूषन कौ टिपन्ना खुलाव जू। चढ़ै सिया जू...
घांघर रम्य रेशमी बारौ लामौं चोड़ौ घूम घुमारो,
गोटा कामदार अति प्यारौ, डोरा बड़ौ मोल कौ डारौ
पक्की जरकस कौ बीच में भराव जू। चढ़ै सिया जू...
सारी जरतारी अति प्यारी तामें मोतिन टकी किनारी
है अनमोल खलाई प्यारी पनरस शोभा देवै भारी
गठजोरे कौ पिछौरा उड़ाव जू। चढ़े...
सिर पै सीसफूल दरसावत बर बेंदिया विचित्र सुहावत
बेंदा सुख सोभा सरसावत कानन कन्नफूल मन भावत
हीरा पन्ना कौ जड़ौं है जुड़ाव जू। चढ़े सिया जू...
मोतिन माला और तिधानो चंपा कली ठुसी सद्धानों
सुन्दर हार हमेल सुहानो, गानौ और सुनाऊँ कानौ...
नीकौ बाजूबंद बरन कौ बनाव जू। चढ़े सिया जू...
गुंजे गजरा औ गजरिया केकना बगुवाँ अरू बंगालियाँ
चूरा चारू पटेला चुरियाँ अंगुरिन छल्ला छाप मुदरियाँ
नव रतन कौ जमौ है जमाव जू। चढ़े सिया जू...
पॉयन पायजेब पैजनिया जिनमें सोहत है रून झुनिया
दस-आँगुरो सु दसउ अंगुरिया माहुर लागौ लगा लगनियाँ
दास कहैं जुर मिल गुन गाव जू। चढ़े सिया जू...