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हर तरफ अन्धी सियासत है, बताओ क्या करें ? / योगेन्द्र दत्त शर्मा

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हर तरफ अन्धी सियासत है, बताओ क्या करें ?
रेहन में पूरी रियासत है, बताओ क्या करें ?

झुण्ड पाग़ल हाथियों का, रौंदता है शहर को
और अंकुश में महावत है, बताओ क्या करें ?

जुल्म की दिलकश अदाएँ, रेशमी रंगीनियाँ,
गिड़गिड़ाती-सी बगावत है, बताओ क्या करें ?

आँख में अंगार, मन में क्षोभ, साँसों में घुटन
ये बुजुर्गों की विरासत है, बताओ क्या करें ?