भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

हाइकु / अनिता ललित

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

1

नवजीवन
सृजन से वो पाती
माँ कहलाती!

2

बहना प्यारी,
स्नेह-धागे में सजी,
भाई कलाई!

3

विदा हो बेटी,
रोये घर आँगन,
कचोटे मन!

4

पूनम चाँद
यादें सौगात लाया
खो जाये दिल!

5

आज की रात,
केसरिया है चाँद ,
प्यारा सलोना!

6

जीवन धूप,
गुलमोहर छाँव
साथ तुम्हारा!

7

अमलतास,
जब बाहें फैलाये
धरा मुस्काये!

8

सूने दिल में ,
तुम खिलते हो, ज्यों
अमलतास!

9

यादों के रेले
उदासी के मेले में
कैसे मुस्कायें?

10

कैसी ये हवा
जो उड़ा दे, सुखाए
रिश्तों की नमी