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हाइकु / अनिता ललित
Kavita Kosh से
1
नवजीवन
सृजन से वो पाती
माँ कहलाती!
2
बहना प्यारी,
स्नेह-धागे में सजी,
भाई कलाई!
3
विदा हो बेटी,
रोये घर आँगन,
कचोटे मन!
4
पूनम चाँद
यादें सौगात लाया
खो जाये दिल!
5
आज की रात,
केसरिया है चाँद ,
प्यारा सलोना!
6
जीवन धूप,
गुलमोहर छाँव
साथ तुम्हारा!
7
अमलतास,
जब बाहें फैलाये
धरा मुस्काये!
8
सूने दिल में ,
तुम खिलते हो, ज्यों
अमलतास!
9
यादों के रेले
उदासी के मेले में
कैसे मुस्कायें?
10
कैसी ये हवा
जो उड़ा दे, सुखाए
रिश्तों की नमी