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हाइकु 1 / लक्ष्मीनारायण रंगा
Kavita Kosh से
समझै आंख
वामन में विराट
सिंधु में बिंदु
नाद उपजी
नाद मांय समासी
समची सृष्टि
बिकै कानून
चढै नीलामी न्याय
लोकतंत्र है