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हाइकु 48 / लक्ष्मीनारायण रंगा

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सोनल बाळू
उगावै माणक ज्यूं
अे ममोलिया


दुगाही रात
रोई है रात भर
ओस रा आंसू


आज री शिक्षा
प्रयोगां री पतीली
कीं ई नीं सीजै