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हाथी चले डिलम डोला रे घोड़ा रे चलियोंगोचाई बाबा गोचाई बाबा / कोरकू

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

हाथी चले डिलम डोला रे घोड़ा रे चलियों
हाथी चले डिलम डोला रे घोड़ा रे चलियों
चमकी कैसी घोड़ा रे सारी रात रे दिवा वाले
चमकी कैसी घोड़ा रे सारी रात रे दिवा वाले
राजा चले देश देखन रे
राजा चले देश देखन रे
रानी चलियो गाजा बाजा रे
रानी चलियो गाजा बाजा रे
सारी रात दिवा वाले
सारी रात दिवा वाले
हाथी चले डिलम डोला रे घोड़ा रे चलियो
हाथी चले डिलम डोला रे घोड़ा रे चलियो

स्रोत व्यक्ति - पीला बाई, ग्राम - आंवलिया