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हृदय की शिक्षा (उपदेशात्मक प्रकृति चित्रण) / चन्द्रकुंवर बर्त्वाल
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हृदय की शिक्षा (उपदेशात्मक प्रकृति चित्रण)
सीखेगें हम होना सुखी, विश्व के सुख में
सीखेगें मुसकाना
सीखेगें पृथ्वी को हंसती देख हृदय की
दारूण व्यथा भुलाना
सीखेंगें अपना सब कुछ खेा नभ के नीचे
सूने पन में जीना
सीखेेगें प्रसन्न रहकर अपने हाथों के
कटुतम विष को पीना।
(हृदय की शिक्षा कविता का अंश)