छिपते दिन में
लौटते हुए
नज़र आये
त्यागे गये चिह्न
यति के
असीसते
जैसे फूल, रक्त में शब्द
ठहर गया वह सोखते
श्रद्धा से
दरसपोथी में
(उ)जाला राख रास्ता
छिपते दिन में
लौटते हुए
नज़र आये
त्यागे गये चिह्न
यति के
असीसते
जैसे फूल, रक्त में शब्द
ठहर गया वह सोखते
श्रद्धा से
दरसपोथी में
(उ)जाला राख रास्ता