http://kavitakosh.org/kk/api.php?action=feedcontributions&user=%E0%A4%B5%E0%A5%80%E0%A4%B0%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A4%BE&feedformat=atom
Kavita Kosh - सदस्य योगदान [hi]
2024-03-19T05:30:55Z
सदस्य योगदान
MediaWiki 1.24.1
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%B5&diff=303592
सुरंगमा यादव
2024-02-04T15:03:23Z
<p>वीरबाला: /* हाइकु */</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=Surangma-yadav-kavitakosh.jpeg<br />
|नाम=सुरंगमा यादव<br />
|उपनाम=<br />
|जन्म=19 जून 1970<br />
|जन्मस्थान=बदायूँ, उत्तर प्रदेश<br />
|मृत्यु=<br />
|कृतियाँ=वंशीधर शुक्ल का काव्य (2016) , यादों के पंछी( हाइकु संग्रह 2018), <br />
|विविध=शिक्षा भूषण सम्मान, लघुकथाओं हेतु 'प्रशस्ति पत्र', बदायूँ श्री सम्मान, अवधी वारिधि सम्मान, राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान उ0प्र0 द्वारा वर्ष 2017 में आयोजित निबन्ध/लेख प्रतियोगिता में लेख पुरस्कृत, अटल शब्द शिल्पी सम्मान, काव्य रंगोली अरूणिमा स्मृति सम्मान, हिन्दी रत्न सम्मान<br />
|जीवनी=[[सुरंगमा यादव / परिचय]]<br />
|अंग्रेज़ीनाम=Surangma Yadav<br />
|shorturl=<br />
|gadyakosh=<br />
|copyright=सुरंगमा यादव<br />
}}<br />
{{KKCatUttarPradesh}}<br />
{{KKCatMahilaRachnakaar}}<br />
====हाइकु====<br />
*[[आँखों में अश्रु / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[आँसू पी जाऊँ / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[एक ही छत / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[एकाकीपन / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[ओस की बूँद / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[कटे जंगल / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[किसे ब्याहने / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[कैसी आजादी / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[कौन प्रवीण / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[ख़त तुम्हारा / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[चारदीवारी / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[जन्मी कोपल / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[जन्मों का साथ / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[जीवन क्या है! / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[ठण्ड के मारे / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[ढूँढ क्या रहीं! / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[तितली देख / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[तृष्णा का नीर / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[देखूँ छूकर / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[धूप की भट्टी / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[धूप घनी है / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[नभ के गाल / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[नभ ने खोला / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[नैन कपाट / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[नैनों का घर / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[नैनों का जल / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[नोक न तीर / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[पुतला जला / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[प्रीत के पाँव / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[प्रेम कस्तूरी / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[प्रेम की नदी / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[बंद किवाड़ें / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[बच्चों ने खायी / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[बड़े मकान / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[बरखा आयी / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[बरसो मेघ / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[बाँध ले मन / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[बेटी की शादी / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[मन का कोना / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[मन की पीर / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[मन को मोहे / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[मन दीवारें / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[मन बगिया / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[मिटा सिंदूर / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[मृत्यु खिलाड़ी / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[मेघ चिरौरी / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[मेघों का गाँव / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[मेघों की धूप / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[युवा रवानी / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[ये कहकहे / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[ये रनिवास / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[यौवन माया / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[लौटे बादल / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[वर्षा की रात / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[वश न चला / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[शब्द हैं मौन / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[शब्दित हुईं / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[सचेत सीते / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[सजाया घर / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[समय शिला / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[सूना मंदिर / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[स्वेद की स्याही / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[हवा की धुन / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[हारा है मन / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[हिन्दी की रोटी / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[हुई सयानी / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[हो रहा प्रात / सुरंगमा यादव]]<br />
<br />
*[[राम-कथा / सुरंगमा यादव]]<br />
<br />
====कविताएँ====<br />
*[[नारी तुम क्या हो? / सुरंगमा यादव]]<br />
<br />
<br />
====दोहे====<br />
*[[अमराई यौवन भरी / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[बाधाओं से हारते / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[ आजादी की भोर है / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[ कन्या पूजन कर रहे / सुरंगमा यादव]]</div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE-%E0%A4%95%E0%A4%A5%E0%A4%BE_/_%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%B5&diff=303591
राम-कथा / सुरंगमा यादव
2024-02-04T14:59:25Z
<p>वीरबाला: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुरंगमा यादव |अनुवादक= |संग्रह= }} Ca...' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=सुरंगमा यादव<br />
|अनुवादक=<br />
|संग्रह=<br />
}}<br />
[[Category:हाइकु]]<br />
<poem><br />
1<br />
हरती व्यथा<br />
रामायण की कथा<br />
भव-तारिणी।<br />
2<br />
शिव ने बाँची<br />
उमा के मन राँची<br />
राम की कथा।<br />
3<br />
रामचरित<br />
तर जाते पतित <br />
भवसागर। <br />
4<br />
राम की कथा<br />
हनुमत पधारें<br />
होती है जहाँ।<br />
5<br />
जनक- प्रण <br />
धनु भंजक करे<br />
सिया वरण।<br />
6<br />
करें जतन<br />
अभिलाषी राजन<br />
धनु अडिग। <br />
7<br />
प्रभु की माया<br />
छूते ही शिव-धनु<br />
चरमराया।<br />
8<br />
राम का रूप <br />
निरख सिया हुई <br />
चित्र स्वरूप। <br />
9<br />
तोड़ दी प्रथा<br />
एक सिया ही प्रिया<br />
संकल्प लिया।<br />
10<br />
राम वियोग<br />
सह न सके नृप<br />
प्राणों का भार। <br />
11<br />
प्रभु की माया<br />
सीता के मन भाया<br />
मायावी मृग।<br />
12<br />
स्वर्ण हिरण<br />
सिया के सुख पर<br />
बना ग्रहण। <br />
13<br />
छद्मी रावण<br />
पंचवटी ने देखा<br />
सिया हरण।<br />
14<br />
राम निष्काम <br />
वैदेही बिन भूले<br />
पल विश्राम। <br />
15<br />
बल- सागर<br />
सिया की सुध लाए<br />
लाँघ सागर।<br />
16<br />
विनीत राम<br />
भय बिन न छूटा<br />
सिन्धु का मान।<br />
17<br />
तृण सहारा<br />
सिया के संकल्प से<br />
लंकेश हारा।<br />
18<br />
हुई अशोक <br />
अशोक तले सीता<br />
देख मुद्रिका।<br />
19<br />
मिली मुद्रिका<br />
वियोग का अंतिम <br />
चरण दिखा।<br />
20<br />
हठी रावण <br />
अहं ने कर लिये<br />
प्राण हरण। <br />
21<br />
रजक वाणी<br />
पल में परित्यक्ता<br />
जग कल्याणी।<br />
22<br />
अग्निपरीक्षा<br />
कर न सकी रक्षा<br />
व्यंग्य-बाणों से।<br />
23<br />
दुःख गहन<br />
छोड़ आओ लक्ष्मण <br />
सिया को वन।<br />
24<br />
दुःख गहन<br />
हतप्रभ लक्ष्मण <br />
शोक मगन।<br />
25<br />
प्रभु की वाणी<br />
भ्रातृवृंद न जाने<br />
गूढ़ सयानी।<br />
26<br />
तापसी रूप <br />
सिया वन को चली<br />
सहने धूप। <br />
27<br />
जा रही वन<br />
सिया कोख में लिये<br />
राम-रतन।<br />
28<br />
बहते अश्रु<br />
हुआ क्या अपराध <br />
बताओ प्रभु।<br />
29<br />
सघन वन<br />
विधि के लेख पढ़े<br />
एकाकी सीता।<br />
30<br />
विलापे सिया <br />
वाल्मीकि ने आकर <br />
धीरज दिया।<br />
31<br />
मायका नया<br />
वाल्मीकि का आश्रम <br />
सिया को मिला।<br />
32<br />
चलती सिया<br />
काँटों में प्रतिपल<br />
शुचिता बल।<br />
33<br />
राम सावधि<br />
सीता तो वन गयी<br />
थी निरवधि।<br />
34<br />
कैसा ये त्याग <br />
वन बीच अकेली<br />
गर्भिणी सीता।<br />
35<br />
एकाकी सीते<br />
बहा श्रम सींकर <br />
आत्मज पाले।<br />
36<br />
सिया की पीड़ा<br />
वात्सल्य प्रवाह<br />
बहा ले गया।<br />
37<br />
मनुज रूप <br />
राम सिया ने सही<br />
तपन-धूप।<br />
38<br />
सिया के संग<br />
सारे ही सुख- रंग <br />
राम ने त्यागे।<br />
39<br />
प्रजा के लिए <br />
राम, सिया से दूरी<br />
स्वीकार किए।<br />
40<br />
आहुति दे दी <br />
सूर्य वंश के लिए <br />
सिया प्रिया की।<br />
41<br />
राजा थे राम <br />
ऐश्वर्य भरपूर <br />
सुख था दूर।<br />
42<br />
सीता की कथा<br />
हरण-परीक्षा-त्याग<br />
औ’ भू समाधि।<br />
43<br />
व्यथित सिया<br />
भू का आह्वान कर<br />
विश्राम लिया।<br />
-0-<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%B5&diff=303590
सुरंगमा यादव
2024-02-04T14:57:24Z
<p>वीरबाला: /* हाइकु */</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=Surangma-yadav-kavitakosh.jpeg<br />
|नाम=सुरंगमा यादव<br />
|उपनाम=<br />
|जन्म=19 जून 1970<br />
|जन्मस्थान=बदायूँ, उत्तर प्रदेश<br />
|मृत्यु=<br />
|कृतियाँ=वंशीधर शुक्ल का काव्य (2016) , यादों के पंछी( हाइकु संग्रह 2018), <br />
|विविध=शिक्षा भूषण सम्मान, लघुकथाओं हेतु 'प्रशस्ति पत्र', बदायूँ श्री सम्मान, अवधी वारिधि सम्मान, राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान उ0प्र0 द्वारा वर्ष 2017 में आयोजित निबन्ध/लेख प्रतियोगिता में लेख पुरस्कृत, अटल शब्द शिल्पी सम्मान, काव्य रंगोली अरूणिमा स्मृति सम्मान, हिन्दी रत्न सम्मान<br />
|जीवनी=[[सुरंगमा यादव / परिचय]]<br />
|अंग्रेज़ीनाम=Surangma Yadav<br />
|shorturl=<br />
|gadyakosh=<br />
|copyright=सुरंगमा यादव<br />
}}<br />
{{KKCatUttarPradesh}}<br />
{{KKCatMahilaRachnakaar}}<br />
====हाइकु====<br />
*[[मन बगिया / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[हवा की धुन / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[जीवन क्या है! / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[कौन प्रवीण / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[यौवन माया / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[एक ही छत / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[प्रीत के पाँव / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[एकाकीपन / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[युवा रवानी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[सचेत सीते / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बरसो मेघ / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बेटी की शादी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बड़े मकान / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ठण्ड के मारे / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[धूप घनी है / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[प्रेम की नदी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मन का कोना / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ये कहकहे / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मेघों की धूप / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ये रनिवास / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मन दीवारें / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बच्चों ने खायी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[जन्मों का साथ / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[देखूँ छूकर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बाँध ले मन / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ओस की बूँद / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नैनों का जल / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[वर्षा की रात / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[सूना मंदिर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[शब्दित हुईं / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बंद किवाड़ें / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बरखा आयी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[शब्द हैं मौन / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[आँसू पी जाऊँ / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मन की पीर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[कैसी आजादी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मन को मोहे / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मिटा सिंदूर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ढूँढ क्या रहीं! / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[चारदीवारी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[तितली देख / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[हिन्दी की रोटी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[पुतला जला / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[हो रहा प्रात / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[किसे ब्याहने / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[हारा है मन / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[जन्मी कोपल / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[सजाया घर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नैनों का घर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[समय शिला / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[धूप की भट्टी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मेघों का गाँव / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नैन कपाट / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[वश न चला / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[तृष्णा का नीर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नभ ने खोला / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[कटे जंगल / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[लौटे बादल / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मेघ चिरौरी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मृत्यु खिलाड़ी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नभ के गाल / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[स्वेद की स्याही / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ख़त तुम्हारा / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[आँखों में अश्रु / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[प्रेम कस्तूरी / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[हुई सयानी / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[नोक न तीर / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[राम-कथा / सुरंगमा यादव]]<br />
<br />
====कविताएँ====<br />
*[[नारी तुम क्या हो? / सुरंगमा यादव]]<br />
<br />
<br />
====दोहे====<br />
*[[अमराई यौवन भरी / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[बाधाओं से हारते / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[ आजादी की भोर है / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[ कन्या पूजन कर रहे / सुरंगमा यादव]]</div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%95%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE_%E0%A4%AA%E0%A5%82%E0%A4%9C%E0%A4%A8_%E0%A4%95%E0%A4%B0_%E0%A4%B0%E0%A4%B9%E0%A5%87_/_%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%B5&diff=303442
कन्या पूजन कर रहे / सुरंगमा यादव
2024-01-23T04:48:47Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार= सुरंगमा यादव <br />
}}<br />
{{KKCatDoha}}<br />
<poem><br />
77<br />
'''कन्या पूजन कर रहे''',नौ दिन देखो खूब।<br />
भ्रूण गिराते बेहिचक, पुत्र मोह में डूब।।<br />
78<br />
रोटी, कपड़ा और छत,नारी जीवन मोल।<br />
नारी मन की बात है, सदियों से बेमोल।।<br />
79 <br />
अग्निपरीक्षा दी मगर,मिली न सुख की छाँव।<br />
नारी मन की पीर को, समझा नगर न गाँव।।<br />
80 <br />
नारी पर लादे सभी, सारे नियम- विधान।<br />
अपनी सुविधा से रचे, पोथी-शास्त्र-पुराण।।<br />
81<br />
हाड़- तोड़ श्रम कर रहे, सहें शीत और घाम।<br />
तंग हाल फिर भी रहें, कठिन किसानी काम।।<br />
82 <br />
मन के आगे विवश सब,मन हैं दुख का मूल।<br />
मन पंछी उड़ता फिरे, आगा-पीछा भूल।।<br />
83 <br />
मन की ऊँची है उड़न, मन के पंख अनंत।<br />
मन से पार न पा सके, योगी हों या संत।।<br />
84<br />
दीन- धर्म को भूलकर, करते लूट-खसोट।<br />
होते खोटे काम भी, अब डंके की चोट।।<br />
85<br />
माटी का दीपक बना, प्राणों की है ज्योति।<br />
अंगदान कर दें जगा, दूजी जीवन ज्योति।।<br />
86<br />
अब तो हीरा आँकता, खुद ही अपना मोल।<br />
निज गुण गाथा गा रहा,ऊँचे- ऊँचे बोल।।<br />
87<br />
मिलन खुमारी थी चढ़ी,अलसाए थे नैन।<br />
झकझोरा दुर्दैव ने, स्वप्न झरे बेचैन।।<br />
88<br />
मीठा -मीठा बोलकर, दे दी गहरी चोट।<br />
शब्द आवरण में छिपी, मन की सारी खोट।।<br />
89<br />
नर ने खोदी आप ही, खाई अपने हाथ।<br />
धरती दोहन में लगा,मचा रहा उत्पात।।<br />
90 <br />
प्यासे पंछी फिर रहे, पानी को बेहाल।<br />
ताल- तलैयों की जगह, कंक्रीटों का जाल।।<br />
91<br />
कमी और की खोज कर, मिलती खुशी अपार।<br />
अपनी बारी देख कर, बन जाते अंगार।।<br />
92<br />
कल की कल पर छोड़ दे,व्यर्थ विकल मन आज।<br />
सही समय पर ही बनें,सारे बिगड़े काज। । <br />
93<br />
सारस बैठा खेत में,भीगी नैनन कोर।<br />
व्यथित हृदय की आह से,गूँजें अंबर छोर।।<br />
94<br />
सारस बैठा खेत में,बिछड़ गया मनमीत।<br />
सहता पीर वियोग की,करे न दूजी प्रीत।।<br />
95<br />
पंख पसारे गगन में,उड़ते विहग हजार।<br />
अपने-अपने में मगन,नहीं ठानते रार।।<br />
96<br />
बड़ा हुआ तो क्या हुआ, नभ में उड़ता यान।<br />
पंछी आड़े आ करे, चूर -चूर अभिमान।। <br />
97<br />
पत्थर की क्या बात है,पात सके ना डोल।<br />
उसकी मर्जी के बिना,कौन सका पर खोल।।<br />
98<br />
मन वीणा में बज रहा, तेरा ही संगीत।<br />
सुन ले आकर तू ज़रा, ओ मेरे मनमीत।।<br />
99<br />
माघ नहा कर जाऊँगी, कहती ठंडक साफ।<br />
वृद्धजनों बचकर रहो, बैठो ओढ़ लिहाफ।।<br />
100<br />
पाला कोहरा गलन ही, हैं मेरे हथियार।।<br />
सर्द हवाओं से करूँ, मैं चौतरफा वार।।<br />
101<br />
गली- गली ठेके खुले, खुल गये हुक्का बार।<br />
चार यार मिलकर करें, चौराहे गुलजार।।<br />
102<br />
बेटी जाती है कहाँ,रखते इसका ध्यान।<br />
बेटा कब किससे मिला, लेते न संज्ञान। ।<br />
103<br />
कितने दिन जिंदा रहे, गणना है बेकार।<br />
वीरों के इतिहास को, नमन करे संसार।।<br />
104<br />
बंधन बस एक प्रेम का, मन करता स्वीकार। <br />
बहना को मिलता रहे, भाई का नित प्यार।।<br />
105<br />
प्यार और सम्मान का,नहीं कोई है मोल।<br />
जो देते आशीष ये, वे भी हैं अनमोल।।<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%86%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A5%80_%E0%A4%95%E0%A5%80_%E0%A4%AD%E0%A5%8B%E0%A4%B0_%E0%A4%B9%E0%A5%88_/_%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%B5&diff=303441
आजादी की भोर है / सुरंगमा यादव
2024-01-23T04:47:02Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार= सुरंगमा यादव <br />
}}<br />
{{KKCatDoha}}<br />
<poem><br />
<br />
51<br />
'''आजादी की भोर है''', मन में भर उल्लास।<br />
घुट- घुट जीना छोड़ दे, खुल कर ले अब साँस।।<br />
52 <br />
पाना है मुश्किल बड़ा,खोना है आसान।<br />
जो खोया सो भूल जा,अब पाने की ठान।।<br />
53<br />
नारी कोमल फूल-सी,पग- पग बिखरे शूल। <br />
अंगारों पर चल रही, सब पीड़ाएँ भूल।। <br />
54 <br />
फिर न दुःशासन कर सके,सीमाओं को पार।<br />
स्वयं रोकना है तुम्हें,जग के सभी प्रहार।।<br />
55 <br />
पग- पग बैठे दैत्य हैं, घात लगाये क्रूर।<br />
गति अवरोधक हैं बहुत, जाना तुमको दूर।।<br />
56<br />
नारी आगे बढ़ रही, बड़ी खुशी की बात।<br />
उदित हुआ सूरज नया, बीत गयी है रात।।<br />
57<br />
कितने झंझा झेलती, निखर उठी हर बार।<br />
दुख सहती चुपचाप है, खुशियाँ देता वार।।<br />
58 <br />
कहते नारी नरक है, खुद डूबे आकंठ।<br />
स्वांग रचाये घूमते, माला डाले कंठ।<br />
59 <br />
नारी को अबला कहा,मन कर दिया मलीन।<br />
अपनी सत्ता के लिए,रचें प्रपंच नवीन।।<br />
60 <br />
बिटिया रानी बन पली, फिर पहुँची ससुराल।<br />
रानी, बांदी बन गई, जीना हुआ मुहाल।<br />
61<br />
बलि दहेज पर चढ़ गयी,मिली न सुख की छाँव।<br />
जीवन स्वाहा तब हुआ, भारी थे जब पाँव। ।<br />
62<br />
करुण कथा संघर्ष की, नारी जीवन गीत।<br />
सीता हो या राधिका, रहीं निभाती प्रीत।।<br />
63 <br />
नारी को लज्जित करें, समझें खुद को शूर।<br />
खुद अपने पुरुषत्व को, करें कलंकित क्रूर।।<br />
64 <br />
जिनकी बोली सुन समझ, सीखे तूने बोल।<br />
आज उन्हीं की बात का, रहा नहीं क्यों मोल।।<br />
65 <br />
परदेसी पंछी सुनो, जब आना इस बार।<br />
उनको लाना संग में,भूले जो घर द्वार।।<br />
66<br />
पढ़े- लिखे शहरी बने, भूल गये पहचान।<br />
ऐसे आते गाँव में, जैसे हों अनजान।।<br />
67 <br />
रोती है इंसानियत, हँसते दानव दैत्य।<br />
मानव करने लग गया, सारे खोटे कृत्य।।<br />
68 <br />
पाषाणों के शहर में, प्रतिमाओं का साथ।<br />
खोज रहे संवेदना, खंजर लेकर हाथ।।<br />
69 <br />
जाने क्यों मन हो गया,मेराआज उदास।<br />
व्यर्थ वाद की हर जगह, बहती आज बतास।।<br />
70<br />
स्वांग रचाये फिर रहे, बनते भारी संत।<br />
आप बड़ाई खुद करें, ऐसे हैं गुणवंत।।<br />
71<br />
बनी बनायी लीक पर, चलना है आसान।<br />
नयी लीक रखना यहाँ,कठिन भगीरथ जान।।<br />
72<br />
अमराई की छाँव में, छनकर आती धूप।<br />
कोयल कानों में कहे, मीठे बोल अनूप।।<br />
73<br />
सावन भादों बन गये, मेरे व्याकुल नैन।<br />
मन पापी प्यासा फिरे,तुम बिन है बेचैन।।<br />
74<br />
शासक शासन मौन हैं, खूब बढ़े अपराध।<br />
अंधा बहरा युग हुआ, मनुज रहे एकाध।।<br />
75<br />
चलो नया संकल्प लें, आया नूतन साल।<br />
नये विकल्प तलाश लें,मन के छोड़ मलाल।<br />
76<br />
नारी अबला है नहीं, ज्ञान-बुद्धि की खान।<br />
रत्न बने तुलसी यहाँ, पा रत्ना से ज्ञान।।<br />
<br />
<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%A7%E0%A4%BE%E0%A4%93%E0%A4%82_%E0%A4%B8%E0%A5%87_%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4%E0%A5%87_/_%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%B5&diff=303440
बाधाओं से हारते / सुरंगमा यादव
2024-01-23T04:45:10Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार= सुरंगमा यादव <br />
}}<br />
{{KKCatDoha}}<br />
<poem><br />
27<br />
'''बाधाओं से हारते,''' कर्महीन इंसान।<br />
अथ से पहले अंत का,कर लेते अनुमान।।<br />
28<br />
दर्द दिया तुमने हमें, किया बहुत उपकार।।<br />
गिरकर उठने का हुनर, सिखा दिया है यार।।<br />
29<br />
कपट बुराई ना छिपें, कितने करो उपाय।<br />
जल में बैठी रेत ज्यों, हिलते ही उतराय।।<br />
30<br />
रंगों की वर्षा करे, होली बारह मास।<br />
मन की डाली पर सदा, खिला रहे मधुमास।।<br />
31<br />
नेह रंग बरसा सखी,कोरे मन पर आज।<br />
रंग सभी फींके लगें, क्या है इसका राज़।।<br />
32<br />
फागुन आया मदभरा, मौसम हुआ हसीन।<br />
इठलाता यौवन हुआ, रंग बिना रंगीन।।<br />
33<br />
कहना था हमको बहुत, ढूँढ़े शब्द हजार।<br />
बात जुबां पर रुक गई, देखो फिर इस बार।।<br />
34<br />
ले आये मझधार में, हमें पकड़ कर हाथ।<br />
सिखलाया ना तैरना, छोड़ चले तुम साथ।।<br />
35<br />
माँ ममता की राशि है, उसके मीठे बोल।<br />
तुला न ऐसी है कहीं, तोल सके जो मोल।।<br />
36<br />
शब्दों पर बंदिश लगी,सच पर कसी लगाम।<br />
खरी बात बोली अगर, संकट ही परिणाम।।<br />
37<br />
द्वेष- घृणा का हो गया, चहुँ दिशि राज़ समाज।<br />
दया प्रेम बंदी खड़े, हाथ जोड़कर आज।।<br />
38<br />
जीर्ण पुरातन त्याग दो, मधु ऋतु आयी द्वार।<br />
नव पल्लव नव सुमन की, शोभा ज़रा निहार।।<br />
39<br />
न्याय नीति की बात का, रहा न कोई ख्याल।<br />
बिछी बिसातें हर जगह, पग- पग फैला जाल।।<br />
40 <br />
अति की चिंता ना भली, समुचित है वरदान।<br />
चिंता चिंतन जो बने, राह करें आसान।।<br />
41 <br />
झूठ देर तक ना छिपे, देता आप प्रमाण।<br />
जैसे चेचक छोड़ती,एक न एक निशान।।<br />
42 <br />
पल में आँखें फेर लीं,अपने थे जो खास।<br />
जब तक सुख की छाँव थी,रहे तभी तक पास।।<br />
43 <br />
आज किसे अपना कहें, किसको माने गैर।<br />
संबंधों में बढ़ रहा, देखो कितना बैर।।<br />
44 <br />
नारी को देवी कहें, कहें गुणों की खान।<br />
फिर भी नित अपमान का,करती वह विषपान।।<br />
45<br />
नारी को देवी कहें, करते नित अपमान।<br />
पहले मानो मानवी, फिर करना गुणगान।।<br />
46<br />
नारी नर की सहचरी, प्रेम दया का रूप।<br />
नारी के सम्मान बिन, घर है अंधाकूप।।<br />
47 <br />
समझे नारी हीन है, लिया बपौती मान।<br />
आज उन्हीं के सामने, लेकर खड़ी कमान।।<br />
48<br />
पथ पथरीला हो भले, कभी न माने हार।<br />
आँसू पीकर भी हँसे, देती सब सुख वार।।<br />
49<br />
नारी नर से कम नहीं,अब तो लो ये मान।<br />
उसके भी सम्मान का,रहे सभी को ध्यान।।<br />
50<br />
नारी बढ़ती तुम चलो,मन में लो ये ठान।<br />
खुद अपने अस्तित्त्व को, देनी है पहचान।।<br />
<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%85%E0%A4%AE%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%88_%E0%A4%AF%E0%A5%8C%E0%A4%B5%E0%A4%A8_%E0%A4%AD%E0%A4%B0%E0%A5%80_/_%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%B5&diff=303439
अमराई यौवन भरी / सुरंगमा यादव
2024-01-23T04:43:11Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार= सुरंगमा यादव <br />
}}<br />
{{KKCatDoha}}<br />
<poem><br />
1<br />
अमराई यौवन भरी, कोयल भरे मिठास।<br />
हवा बसंती कह रही, आजा छोड़ प्रवास।।<br />
2<br />
होली के उल्लास का, कुछ मत पूछो हाल।<br />
हर मुखड़े पर रंग है, सब मिल करे धमाल।।<br />
3<br />
होली की यह रीत है, बरसे सब पर प्रीत।<br />
देखो हुनर गुलाल का, रूठे मन ले जीत।।<br />
4<br />
फागुन मस्ती में भरा, मादकता चहुँओर<br />
मन सौरभ-सौरभ हुआ, ठहरे न एक ठोर।।<br />
5<br />
तेरी पीड़ा देखकर, भीगे मेरे नैन।<br />
करूँ कौन- सा मैं जतन, तुझको आए चैन।।<br />
6<br />
आज नहीं वे कल कहें, शायद मन की बात।<br />
बीत रहे इस आस में, जीवन के दिन रात।।<br />
7<br />
आजादी हमको मिली, बदला राज- समाज।<br />
बदले ना दिन दीन के, जो कल थे वे आज।।<br />
8<br />
जीवन सत्ता पर रहा, सुख- दुख का अधिकार।<br />
समय चक्र जैसा चले, करना है स्वीकार।।<br />
9<br />
गहरी होती जा रही, मन की नित्य दरार।<br />
प्रेम दया के मायने, आज हुए बेकार।।<br />
10<br />
स्वार्थ हुआ सबसे बड़ा, बदलें रिश्ते रंग।<br />
अहंकार मन में भरा, घर-बाहर है जंग।।<br />
11<br />
कविता जनकल्याण की, सुरसरि सलिल समान।<br />
सरस भाव मन में भरे, सत्पथ का दे ज्ञान।।<br />
12<br />
शुभ आगत नव वर्ष हो, सब हों हर्ष विभोर।<br />
कलुष भाव मन से मिटे, बँधे प्रेम की डोर।।<br />
13<br />
जग की लीला देखकर, मन हो गया उदास।<br />
दाँव वही चलता रहा, लगता था जो खास।।<br />
14<br />
धरती ज्वर में तप रही, मेघ पिया की आस।<br />
जेठ सामने से हटे,बिखरे मिलन सुवास।।<br />
15<br />
चटक रंग दिखला रही, अड़कर बैठी धूप।<br />
तपन जेठ की बढ़ रही, झुलसा जाये रूप।।<br />
16<br />
धूप सयानी हो गई, बचपन में ही खूब।<br />
गर्मी की देखो हनक,सूखी जाये दूब।।<br />
17<br />
सिर पर छत तन पर वसन, रोटी हो दो जून।<br />
चिंता में जीवन गया, क्या मई और जून।।<br />
18<br />
पढ़- लिख कर शहरी बने,भूले सब संस्कार।<br />
मात- पिता का भी नहीं, करते अब सत्कार।।<br />
19<br />
मन आँगन में रोप दो, प्रेम-दया की बेल।<br />
कटुता मिट जाये सभी, बढ़े परस्पर मेल।।<br />
20<br />
शब्द-बाण ऐसे चले, मन है लहूलुहान।<br />
याद नहीं हमको रहा, अपने पद का मान।।<br />
21<br />
शूल बिछाते ही रहे, पथ में जो गतवर्ष।<br />
फूलों का उपहार दे,उनको यह नव वर्ष।।<br />
22<br />
मंगलकारी वर्ष हो, मिट जाये सब क्लेश।<br />
दीपक खुशियों का जले,बिखरे ज्योति अशेष।।<br />
23<br />
होरी और कबीर की, मौन हुई आवाज।<br />
डीजे की धुन पर सभी, झूमें नाचें आज।।<br />
24<br />
चटक प्रीत के रंग-सा, फिर खिल उठा पलाश।<br />
मादक महुआ कह रहा, पिया मिलन की आस।।<br />
25<br />
खूब दिखाये जिंदगी, नखरे और गुरूर।<br />
चल देती मुँह फेरकर, पल में कितनी दूर।<br />
26<br />
सुगम राह ही चाहता, मन पंछी नादान।<br />
लंबी दूरी देख कर, भरता नहीं उड़ान।।<br />
<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%85%E0%A4%AE%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%88_%E0%A4%AF%E0%A5%8C%E0%A4%B5%E0%A4%A8_%E0%A4%AD%E0%A4%B0%E0%A5%80_/_%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%B5&diff=303438
अमराई यौवन भरी / सुरंगमा यादव
2024-01-23T04:42:35Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार= सुरंगमा यादव <br />
}}<br />
{{KKCatDoha}}<br />
<poem><br />
दोहे<br />
1<br />
अमराई यौवन भरी, कोयल भरे मिठास।<br />
हवा बसंती कह रही, आजा छोड़ प्रवास।।<br />
2<br />
होली के उल्लास का, कुछ मत पूछो हाल।<br />
हर मुखड़े पर रंग है, सब मिल करे धमाल।।<br />
3<br />
होली की यह रीत है, बरसे सब पर प्रीत।<br />
देखो हुनर गुलाल का, रूठे मन ले जीत।।<br />
4<br />
फागुन मस्ती में भरा, मादकता चहुँओर<br />
मन सौरभ-सौरभ हुआ, ठहरे न एक ठोर।।<br />
5<br />
तेरी पीड़ा देखकर, भीगे मेरे नैन।<br />
करूँ कौन- सा मैं जतन, तुझको आए चैन।।<br />
6<br />
आज नहीं वे कल कहें, शायद मन की बात।<br />
बीत रहे इस आस में, जीवन के दिन रात।।<br />
7<br />
आजादी हमको मिली, बदला राज- समाज।<br />
बदले ना दिन दीन के, जो कल थे वे आज।।<br />
8<br />
जीवन सत्ता पर रहा, सुख- दुख का अधिकार।<br />
समय चक्र जैसा चले, करना है स्वीकार।।<br />
9<br />
गहरी होती जा रही, मन की नित्य दरार।<br />
प्रेम दया के मायने, आज हुए बेकार।।<br />
10<br />
स्वार्थ हुआ सबसे बड़ा, बदलें रिश्ते रंग।<br />
अहंकार मन में भरा, घर-बाहर है जंग।।<br />
11<br />
कविता जनकल्याण की, सुरसरि सलिल समान।<br />
सरस भाव मन में भरे, सत्पथ का दे ज्ञान।।<br />
12<br />
शुभ आगत नव वर्ष हो, सब हों हर्ष विभोर।<br />
कलुष भाव मन से मिटे, बँधे प्रेम की डोर।।<br />
13<br />
जग की लीला देखकर, मन हो गया उदास।<br />
दाँव वही चलता रहा, लगता था जो खास।।<br />
14<br />
धरती ज्वर में तप रही, मेघ पिया की आस।<br />
जेठ सामने से हटे,बिखरे मिलन सुवास।।<br />
15<br />
चटक रंग दिखला रही, अड़कर बैठी धूप।<br />
तपन जेठ की बढ़ रही, झुलसा जाये रूप।।<br />
16<br />
धूप सयानी हो गई, बचपन में ही खूब।<br />
गर्मी की देखो हनक,सूखी जाये दूब।।<br />
17<br />
सिर पर छत तन पर वसन, रोटी हो दो जून।<br />
चिंता में जीवन गया, क्या मई और जून।।<br />
18<br />
पढ़- लिख कर शहरी बने,भूले सब संस्कार।<br />
मात- पिता का भी नहीं, करते अब सत्कार।।<br />
19<br />
मन आँगन में रोप दो, प्रेम-दया की बेल।<br />
कटुता मिट जाये सभी, बढ़े परस्पर मेल।।<br />
20<br />
शब्द-बाण ऐसे चले, मन है लहूलुहान।<br />
याद नहीं हमको रहा, अपने पद का मान।।<br />
21<br />
शूल बिछाते ही रहे, पथ में जो गतवर्ष।<br />
फूलों का उपहार दे,उनको यह नव वर्ष।।<br />
22<br />
मंगलकारी वर्ष हो, मिट जाये सब क्लेश।<br />
दीपक खुशियों का जले,बिखरे ज्योति अशेष।।<br />
23<br />
होरी और कबीर की, मौन हुई आवाज।<br />
डीजे की धुन पर सभी, झूमें नाचें आज।।<br />
24<br />
चटक प्रीत के रंग-सा, फिर खिल उठा पलाश।<br />
मादक महुआ कह रहा, पिया मिलन की आस।।<br />
25<br />
खूब दिखाये जिंदगी, नखरे और गुरूर।<br />
चल देती मुँह फेरकर, पल में कितनी दूर।<br />
26<br />
सुगम राह ही चाहता, मन पंछी नादान।<br />
लंबी दूरी देख कर, भरता नहीं उड़ान।।<br />
<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%86%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A5%80_%E0%A4%95%E0%A5%80_%E0%A4%AD%E0%A5%8B%E0%A4%B0_%E0%A4%B9%E0%A5%88_/_%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%B5&diff=303437
आजादी की भोर है / सुरंगमा यादव
2024-01-23T04:39:38Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार= सुरंगमा यादव <br />
}}<br />
{{KKCatDoha}}<br />
<poem><br />
<br />
51<br />
आजादी की भोर है, मन में भर उल्लास।<br />
घुट- घुट जीना छोड़ दे, खुल कर ले अब साँस।।<br />
52 <br />
पाना है मुश्किल बड़ा,खोना है आसान।<br />
जो खोया सो भूल जा,अब पाने की ठान।।<br />
53<br />
नारी कोमल फूल-सी,पग- पग बिखरे शूल। <br />
अंगारों पर चल रही, सब पीड़ाएँ भूल।। <br />
54 <br />
फिर न दुःशासन कर सके,सीमाओं को पार।<br />
स्वयं रोकना है तुम्हें,जग के सभी प्रहार।।<br />
55 <br />
पग- पग बैठे दैत्य हैं, घात लगाये क्रूर।<br />
गति अवरोधक हैं बहुत, जाना तुमको दूर।।<br />
56<br />
नारी आगे बढ़ रही, बड़ी खुशी की बात।<br />
उदित हुआ सूरज नया, बीत गयी है रात।।<br />
57<br />
कितने झंझा झेलती, निखर उठी हर बार।<br />
दुख सहती चुपचाप है, खुशियाँ देता वार।।<br />
58 <br />
कहते नारी नरक है, खुद डूबे आकंठ।<br />
स्वांग रचाये घूमते, माला डाले कंठ।<br />
59 <br />
नारी को अबला कहा,मन कर दिया मलीन।<br />
अपनी सत्ता के लिए,रचें प्रपंच नवीन।।<br />
60 <br />
बिटिया रानी बन पली, फिर पहुँची ससुराल।<br />
रानी, बांदी बन गई, जीना हुआ मुहाल।<br />
61<br />
बलि दहेज पर चढ़ गयी,मिली न सुख की छाँव।<br />
जीवन स्वाहा तब हुआ, भारी थे जब पाँव। ।<br />
62<br />
करुण कथा संघर्ष की, नारी जीवन गीत।<br />
सीता हो या राधिका, रहीं निभाती प्रीत।।<br />
63 <br />
नारी को लज्जित करें, समझें खुद को शूर।<br />
खुद अपने पुरुषत्व को, करें कलंकित क्रूर।।<br />
64 <br />
जिनकी बोली सुन समझ, सीखे तूने बोल।<br />
आज उन्हीं की बात का, रहा नहीं क्यों मोल।।<br />
65 <br />
परदेसी पंछी सुनो, जब आना इस बार।<br />
उनको लाना संग में,भूले जो घर द्वार।।<br />
66<br />
पढ़े- लिखे शहरी बने, भूल गये पहचान।<br />
ऐसे आते गाँव में, जैसे हों अनजान।।<br />
67 <br />
रोती है इंसानियत, हँसते दानव दैत्य।<br />
मानव करने लग गया, सारे खोटे कृत्य।।<br />
68 <br />
पाषाणों के शहर में, प्रतिमाओं का साथ।<br />
खोज रहे संवेदना, खंजर लेकर हाथ।।<br />
69 <br />
जाने क्यों मन हो गया,मेराआज उदास।<br />
व्यर्थ वाद की हर जगह, बहती आज बतास।।<br />
70<br />
स्वांग रचाये फिर रहे, बनते भारी संत।<br />
आप बड़ाई खुद करें, ऐसे हैं गुणवंत।।<br />
71<br />
बनी बनायी लीक पर, चलना है आसान।<br />
नयी लीक रखना यहाँ,कठिन भगीरथ जान।।<br />
72<br />
अमराई की छाँव में, छनकर आती धूप।<br />
कोयल कानों में कहे, मीठे बोल अनूप।।<br />
73<br />
सावन भादों बन गये, मेरे व्याकुल नैन।<br />
मन पापी प्यासा फिरे,तुम बिन है बेचैन।।<br />
74<br />
शासक शासन मौन हैं, खूब बढ़े अपराध।<br />
अंधा बहरा युग हुआ, मनुज रहे एकाध।।<br />
75<br />
चलो नया संकल्प लें, आया नूतन साल।<br />
नये विकल्प तलाश लें,मन के छोड़ मलाल।<br />
76<br />
नारी अबला है नहीं, ज्ञान-बुद्धि की खान।<br />
रत्न बने तुलसी यहाँ, पा रत्ना से ज्ञान।।<br />
<br />
<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%95%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE_%E0%A4%AA%E0%A5%82%E0%A4%9C%E0%A4%A8_%E0%A4%95%E0%A4%B0_%E0%A4%B0%E0%A4%B9%E0%A5%87_/_%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%B5&diff=303436
कन्या पूजन कर रहे / सुरंगमा यादव
2024-01-23T04:36:33Z
<p>वीरबाला: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= सुरंगमा यादव }} {{KKCatDoha}} <poem> 77 कन्या पू...' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार= सुरंगमा यादव <br />
}}<br />
{{KKCatDoha}}<br />
<poem><br />
77<br />
कन्या पूजन कर रहे,नौ दिन देखो खूब।<br />
भ्रूण गिराते बेहिचक, पुत्र मोह में डूब।।<br />
78<br />
रोटी, कपड़ा और छत,नारी जीवन मोल।<br />
नारी मन की बात है, सदियों से बेमोल।।<br />
79 <br />
अग्निपरीक्षा दी मगर,मिली न सुख की छाँव।<br />
नारी मन की पीर को, समझा नगर न गाँव।।<br />
80 <br />
नारी पर लादे सभी, सारे नियम- विधान।<br />
अपनी सुविधा से रचे, पोथी-शास्त्र-पुराण।।<br />
81<br />
हाड़- तोड़ श्रम कर रहे, सहें शीत और घाम।<br />
तंग हाल फिर भी रहें, कठिन किसानी काम।।<br />
82 <br />
मन के आगे विवश सब,मन हैं दुख का मूल।<br />
मन पंछी उड़ता फिरे, आगा-पीछा भूल।।<br />
83 <br />
मन की ऊँची है उड़न, मन के पंख अनंत।<br />
मन से पार न पा सके, योगी हों या संत।।<br />
84<br />
दीन- धर्म को भूलकर, करते लूट-खसोट।<br />
होते खोटे काम भी, अब डंके की चोट।।<br />
85<br />
माटी का दीपक बना, प्राणों की है ज्योति।<br />
अंगदान कर दें जगा, दूजी जीवन ज्योति।।<br />
86<br />
अब तो हीरा आँकता, खुद ही अपना मोल।<br />
निज गुण गाथा गा रहा,ऊँचे- ऊँचे बोल।।<br />
87<br />
मिलन खुमारी थी चढ़ी,अलसाए थे नैन।<br />
झकझोरा दुर्दैव ने, स्वप्न झरे बेचैन।।<br />
88<br />
मीठा -मीठा बोलकर, दे दी गहरी चोट।<br />
शब्द आवरण में छिपी, मन की सारी खोट।।<br />
89<br />
नर ने खोदी आप ही, खाई अपने हाथ।<br />
धरती दोहन में लगा,मचा रहा उत्पात।।<br />
90 <br />
प्यासे पंछी फिर रहे, पानी को बेहाल।<br />
ताल- तलैयों की जगह, कंक्रीटों का जाल।।<br />
91<br />
कमी और की खोज कर, मिलती खुशी अपार।<br />
अपनी बारी देख कर, बन जाते अंगार।।<br />
92<br />
कल की कल पर छोड़ दे,व्यर्थ विकल मन आज।<br />
सही समय पर ही बनें,सारे बिगड़े काज। । <br />
93<br />
सारस बैठा खेत में,भीगी नैनन कोर।<br />
व्यथित हृदय की आह से,गूँजें अंबर छोर।।<br />
94<br />
सारस बैठा खेत में,बिछड़ गया मनमीत।<br />
सहता पीर वियोग की,करे न दूजी प्रीत।।<br />
95<br />
पंख पसारे गगन में,उड़ते विहग हजार।<br />
अपने-अपने में मगन,नहीं ठानते रार।।<br />
96<br />
बड़ा हुआ तो क्या हुआ, नभ में उड़ता यान।<br />
पंछी आड़े आ करे, चूर -चूर अभिमान।। <br />
97<br />
पत्थर की क्या बात है,पात सके ना डोल।<br />
उसकी मर्जी के बिना,कौन सका पर खोल।।<br />
98<br />
मन वीणा में बज रहा, तेरा ही संगीत।<br />
सुन ले आकर तू ज़रा, ओ मेरे मनमीत।।<br />
99<br />
माघ नहा कर जाऊँगी, कहती ठंडक साफ।<br />
वृद्धजनों बचकर रहो, बैठो ओढ़ लिहाफ।।<br />
100<br />
पाला कोहरा गलन ही, हैं मेरे हथियार।।<br />
सर्द हवाओं से करूँ, मैं चौतरफा वार।।<br />
101<br />
गली- गली ठेके खुले, खुल गये हुक्का बार।<br />
चार यार मिलकर करें, चौराहे गुलजार।।<br />
102<br />
बेटी जाती है कहाँ,रखते इसका ध्यान।<br />
बेटा कब किससे मिला, लेते न संज्ञान। ।<br />
103<br />
कितने दिन जिंदा रहे, गणना है बेकार।<br />
वीरों के इतिहास को, नमन करे संसार।।<br />
104<br />
बंधन बस एक प्रेम का, मन करता स्वीकार। <br />
बहना को मिलता रहे, भाई का नित प्यार।।<br />
105<br />
प्यार और सम्मान का,नहीं कोई है मोल।<br />
जो देते आशीष ये, वे भी हैं अनमोल।।<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%86%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A5%80_%E0%A4%95%E0%A5%80_%E0%A4%AD%E0%A5%8B%E0%A4%B0_%E0%A4%B9%E0%A5%88_/_%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%B5&diff=303435
आजादी की भोर है / सुरंगमा यादव
2024-01-23T04:35:07Z
<p>वीरबाला: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= सुरंगमा यादव }} {{KKCatDoha}} <poem> </poem>' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार= सुरंगमा यादव <br />
}}<br />
{{KKCatDoha}}<br />
<poem><br />
<br />
<br />
<br />
<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%A7%E0%A4%BE%E0%A4%93%E0%A4%82_%E0%A4%B8%E0%A5%87_%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4%E0%A5%87_/_%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%B5&diff=303434
बाधाओं से हारते / सुरंगमा यादव
2024-01-23T04:34:36Z
<p>वीरबाला: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= सुरंगमा यादव }} {{KKCatDoha}} <poem> </poem>' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार= सुरंगमा यादव <br />
}}<br />
{{KKCatDoha}}<br />
<poem><br />
<br />
<br />
<br />
<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%85%E0%A4%AE%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%88_%E0%A4%AF%E0%A5%8C%E0%A4%B5%E0%A4%A8_%E0%A4%AD%E0%A4%B0%E0%A5%80_/_%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%B5&diff=303433
अमराई यौवन भरी / सुरंगमा यादव
2024-01-23T04:34:13Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार= सुरंगमा यादव <br />
}}<br />
{{KKCatDoha}}<br />
<poem><br />
<br />
<br />
<br />
<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%85%E0%A4%AE%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%88_%E0%A4%AF%E0%A5%8C%E0%A4%B5%E0%A4%A8_%E0%A4%AD%E0%A4%B0%E0%A5%80_/_%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%B5&diff=303432
अमराई यौवन भरी / सुरंगमा यादव
2024-01-23T04:33:32Z
<p>वीरबाला: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= सुरंगमा यादव }} {{KKCatDoha}} <poem>' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार= सुरंगमा यादव <br />
}}<br />
{{KKCatDoha}}<br />
<poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%B5&diff=303431
सुरंगमा यादव
2024-01-23T04:29:01Z
<p>वीरबाला: /* दोहे */</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=Surangma-yadav-kavitakosh.jpeg<br />
|नाम=सुरंगमा यादव<br />
|उपनाम=<br />
|जन्म=19 जून 1970<br />
|जन्मस्थान=बदायूँ, उत्तर प्रदेश<br />
|मृत्यु=<br />
|कृतियाँ=वंशीधर शुक्ल का काव्य (2016) , यादों के पंछी( हाइकु संग्रह 2018), <br />
|विविध=शिक्षा भूषण सम्मान, लघुकथाओं हेतु 'प्रशस्ति पत्र', बदायूँ श्री सम्मान, अवधी वारिधि सम्मान, राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान उ0प्र0 द्वारा वर्ष 2017 में आयोजित निबन्ध/लेख प्रतियोगिता में लेख पुरस्कृत, अटल शब्द शिल्पी सम्मान, काव्य रंगोली अरूणिमा स्मृति सम्मान, हिन्दी रत्न सम्मान<br />
|जीवनी=[[सुरंगमा यादव / परिचय]]<br />
|अंग्रेज़ीनाम=Surangma Yadav<br />
|shorturl=<br />
|gadyakosh=<br />
|copyright=सुरंगमा यादव<br />
}}<br />
{{KKCatUttarPradesh}}<br />
{{KKCatMahilaRachnakaar}}<br />
====हाइकु====<br />
* [[मन बगिया / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[हवा की धुन / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[जीवन क्या है! / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[कौन प्रवीण / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[यौवन माया / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[एक ही छत / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[प्रीत के पाँव / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[एकाकीपन / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[युवा रवानी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[सचेत सीते / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बरसो मेघ / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बेटी की शादी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बड़े मकान / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ठण्ड के मारे / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[धूप घनी है / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[प्रेम की नदी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मन का कोना / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ये कहकहे / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मेघों की धूप / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ये रनिवास / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मन दीवारें / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बच्चों ने खायी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[जन्मों का साथ / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[देखूँ छूकर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बाँध ले मन / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ओस की बूँद / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नैनों का जल / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[वर्षा की रात / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[सूना मंदिर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[शब्दित हुईं / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बंद किवाड़ें / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बरखा आयी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[शब्द हैं मौन / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[आँसू पी जाऊँ / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मन की पीर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[कैसी आजादी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मन को मोहे / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मिटा सिंदूर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ढूँढ क्या रहीं! / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[चारदीवारी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[तितली देख / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[हिन्दी की रोटी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[पुतला जला / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[हो रहा प्रात / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[किसे ब्याहने / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[हारा है मन / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[जन्मी कोपल / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[सजाया घर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नैनों का घर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[समय शिला / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[धूप की भट्टी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मेघों का गाँव / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नैन कपाट / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[वश न चला / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[तृष्णा का नीर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नभ ने खोला / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[कटे जंगल / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[लौटे बादल / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मेघ चिरौरी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मृत्यु खिलाड़ी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नभ के गाल / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[स्वेद की स्याही / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ख़त तुम्हारा / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[आँखों में अश्रु / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[प्रेम कस्तूरी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[हुई सयानी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नोक न तीर / सुरंगमा यादव]]<br />
<br />
====कविताएँ====<br />
*[[नारी तुम क्या हो? / सुरंगमा यादव]]<br />
<br />
<br />
====दोहे====<br />
*[[अमराई यौवन भरी / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[बाधाओं से हारते / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[ आजादी की भोर है / सुरंगमा यादव]]<br />
*[[ कन्या पूजन कर रहे / सुरंगमा यादव]]</div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%B5&diff=303430
सुरंगमा यादव
2024-01-23T04:27:28Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=Surangma-yadav-kavitakosh.jpeg<br />
|नाम=सुरंगमा यादव<br />
|उपनाम=<br />
|जन्म=19 जून 1970<br />
|जन्मस्थान=बदायूँ, उत्तर प्रदेश<br />
|मृत्यु=<br />
|कृतियाँ=वंशीधर शुक्ल का काव्य (2016) , यादों के पंछी( हाइकु संग्रह 2018), <br />
|विविध=शिक्षा भूषण सम्मान, लघुकथाओं हेतु 'प्रशस्ति पत्र', बदायूँ श्री सम्मान, अवधी वारिधि सम्मान, राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान उ0प्र0 द्वारा वर्ष 2017 में आयोजित निबन्ध/लेख प्रतियोगिता में लेख पुरस्कृत, अटल शब्द शिल्पी सम्मान, काव्य रंगोली अरूणिमा स्मृति सम्मान, हिन्दी रत्न सम्मान<br />
|जीवनी=[[सुरंगमा यादव / परिचय]]<br />
|अंग्रेज़ीनाम=Surangma Yadav<br />
|shorturl=<br />
|gadyakosh=<br />
|copyright=सुरंगमा यादव<br />
}}<br />
{{KKCatUttarPradesh}}<br />
{{KKCatMahilaRachnakaar}}<br />
====हाइकु====<br />
* [[मन बगिया / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[हवा की धुन / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[जीवन क्या है! / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[कौन प्रवीण / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[यौवन माया / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[एक ही छत / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[प्रीत के पाँव / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[एकाकीपन / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[युवा रवानी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[सचेत सीते / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बरसो मेघ / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बेटी की शादी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बड़े मकान / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ठण्ड के मारे / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[धूप घनी है / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[प्रेम की नदी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मन का कोना / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ये कहकहे / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मेघों की धूप / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ये रनिवास / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मन दीवारें / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बच्चों ने खायी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[जन्मों का साथ / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[देखूँ छूकर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बाँध ले मन / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ओस की बूँद / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नैनों का जल / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[वर्षा की रात / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[सूना मंदिर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[शब्दित हुईं / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बंद किवाड़ें / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बरखा आयी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[शब्द हैं मौन / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[आँसू पी जाऊँ / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मन की पीर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[कैसी आजादी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मन को मोहे / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मिटा सिंदूर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ढूँढ क्या रहीं! / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[चारदीवारी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[तितली देख / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[हिन्दी की रोटी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[पुतला जला / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[हो रहा प्रात / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[किसे ब्याहने / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[हारा है मन / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[जन्मी कोपल / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[सजाया घर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नैनों का घर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[समय शिला / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[धूप की भट्टी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मेघों का गाँव / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नैन कपाट / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[वश न चला / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[तृष्णा का नीर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नभ ने खोला / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[कटे जंगल / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[लौटे बादल / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मेघ चिरौरी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मृत्यु खिलाड़ी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नभ के गाल / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[स्वेद की स्याही / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ख़त तुम्हारा / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[आँखों में अश्रु / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[प्रेम कस्तूरी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[हुई सयानी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नोक न तीर / सुरंगमा यादव]]<br />
<br />
====कविताएँ====<br />
*[[नारी तुम क्या हो? / सुरंगमा यादव]]<br />
<br />
====दोहे====<br />
*[[नारी तुम क्या हो? / सुरंगमा यादव]]</div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%B5&diff=303429
सुरंगमा यादव
2024-01-23T04:21:31Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=Surangma-yadav-kavitakosh.jpeg<br />
|नाम=सुरंगमा यादव<br />
|उपनाम=<br />
|जन्म=19 जून 1970<br />
|जन्मस्थान=बदायूँ, उत्तर प्रदेश<br />
|मृत्यु=<br />
|कृतियाँ=वंशीधर शुक्ल का काव्य (2016) , यादों के पंछी( हाइकु संग्रह 2018), <br />
|विविध=शिक्षा भूषण सम्मान, लघुकथाओं हेतु 'प्रशस्ति पत्र', बदायूँ श्री सम्मान, अवधी वारिधि सम्मान, राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान उ0प्र0 द्वारा वर्ष 2017 में आयोजित निबन्ध/लेख प्रतियोगिता में लेख पुरस्कृत, अटल शब्द शिल्पी सम्मान, काव्य रंगोली अरूणिमा स्मृति सम्मान, हिन्दी रत्न सम्मान<br />
|जीवनी=[[सुरंगमा यादव / परिचय]]<br />
|अंग्रेज़ीनाम=Surangma Yadav<br />
|shorturl=<br />
|gadyakosh=<br />
|copyright=सुरंगमा यादव<br />
}}<br />
{{KKCatUttarPradesh}}<br />
{{KKCatMahilaRachnakaar}}<br />
====हाइकु====<br />
* [[मन बगिया / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[हवा की धुन / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[जीवन क्या है! / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[कौन प्रवीण / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[यौवन माया / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[एक ही छत / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[प्रीत के पाँव / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[एकाकीपन / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[युवा रवानी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[सचेत सीते / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बरसो मेघ / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बेटी की शादी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बड़े मकान / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ठण्ड के मारे / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[धूप घनी है / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[प्रेम की नदी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मन का कोना / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ये कहकहे / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मेघों की धूप / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ये रनिवास / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मन दीवारें / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बच्चों ने खायी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[जन्मों का साथ / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[देखूँ छूकर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बाँध ले मन / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ओस की बूँद / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नैनों का जल / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[वर्षा की रात / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[सूना मंदिर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[शब्दित हुईं / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बंद किवाड़ें / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[बरखा आयी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[शब्द हैं मौन / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[आँसू पी जाऊँ / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मन की पीर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[कैसी आजादी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मन को मोहे / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मिटा सिंदूर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ढूँढ क्या रहीं! / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[चारदीवारी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[तितली देख / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[हिन्दी की रोटी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[पुतला जला / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[हो रहा प्रात / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[किसे ब्याहने / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[हारा है मन / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[जन्मी कोपल / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[सजाया घर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नैनों का घर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[समय शिला / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[धूप की भट्टी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मेघों का गाँव / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नैन कपाट / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[वश न चला / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[तृष्णा का नीर / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नभ ने खोला / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[कटे जंगल / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[लौटे बादल / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मेघ चिरौरी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[मृत्यु खिलाड़ी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नभ के गाल / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[स्वेद की स्याही / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[ख़त तुम्हारा / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[आँखों में अश्रु / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[प्रेम कस्तूरी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[हुई सयानी / सुरंगमा यादव]]<br />
* [[नोक न तीर / सुरंगमा यादव]]<br />
<br />
====कविताएँ====<br />
*[[नारी तुम क्या हो? / सुरंगमा यादव]]<br />
====दोहे====<br />
*[[नारी तुम क्या हो? / सुरंगमा यादव]]</div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%9C%E0%A4%AF%E0%A5%80_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%B8%E0%A4%A6%E0%A5%83%E0%A4%B6_%E0%A4%9C%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A5%8B_%E0%A4%B0%E0%A5%87_/_%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A4%A7%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%80_%E0%A4%B8%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%B9_%22%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A4%95%E0%A4%B0%22&diff=303374
विजयी के सदृश जियो रे / रामधारी सिंह "दिनकर"
2024-01-14T04:33:59Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=रामधारी सिंह 'दिनकर'<br />
|संग्रह=<br />
}}<br />
{{KKCatKavita}}<br />
{{KKPrasiddhRachna}}<br />
<poem><br />
वैराग्य छोड़ बाँहों की विभा संभालो <br />
चट्टानों की छाती से दूध निकालो <br />
है रुकी जहाँ भी धार शिलाएं तोड़ो <br />
पीयूष चन्द्रमाओं का पकड़ निचोड़ो <br />
<br />
चढ़ तुंग शैल शिखरों पर सोम पियो रे <br />
योगियों नहीं विजयी के सदृश जियो रे! <br />
<br />
जब कुपित काल धीरता त्याग जलता है <br />
चिनगी बन फूलों का पराग जलता है <br />
सौन्दर्य बोध बन नयी आग जलता है <br />
ऊँचा उठकर कामार्त्त राग जलता है <br />
अम्बर पर अपनी विभा प्रबुद्ध करो रे <br />
गरजे कृशानु तब कंचन शुद्ध करो रे! <br />
<br />
जिनकी बाँहें बलमयी ललाट अरुण है <br />
भामिनी वही तरुणी नर वही तरुण है <br />
है वही प्रेम जिसकी तरंग उच्छल है <br />
वारुणी धार में मिश्रित जहाँ गरल है <br />
<br />
उद्दाम प्रीति बलिदान बीज बोती है <br />
तलवार प्रेम से और तेज होती है! <br />
<br />
छोड़ो मत अपनी आन, सीस कट जाये <br />
मत झुको अनय पर भले व्योम फट जाये <br />
दो बार नहीं यमराज कण्ठ धरता है <br />
मरता है जो एक ही बार मरता है <br />
<br />
तुम स्वयं मृत्यु के मुख पर चरण धरो रे <br />
जीना हो तो मरने से नहीं डरो रे! <br />
<br />
स्वातंत्र्य जाति की लगन व्यक्ति की धुन है <br />
बाहरी वस्तु यह नहीं भीतरी गुण है <br />
<br />
वीरत्व छोड़ पर का मत चरण गहो रे <br />
जो पड़े आन खुद ही सब आग सहो रे! <br />
<br />
जब कभी अहम पर नियति चोट देती है <br />
कुछ चीज़ अहम से बड़ी जन्म लेती है <br />
नर पर जब भी भीषण विपत्ति आती है <br />
वह उसे और दुर्धर्ष बना जाती है <br />
<br />
चोटें खाकर बिफरो, कुछ अधिक तनो रे <br />
धधको स्फुलिंग में बढ़ अंगार बनो रे! <br />
<br />
उद्देश्य जन्म का नहीं कीर्ति या धन है <br />
सुख नहीं धर्म भी नहीं, न तो दर्शन है <br />
विज्ञान ज्ञान बल नहीं, न तो चिंतन है <br />
जीवन का अंतिम ध्येय स्वयं जीवन है <br />
<br />
सबसे स्वतंत्र रस जो भी अनघ पियेगा <br />
पूरा जीवन केवल वह वीर जियेगा! </poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%A6%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A5%87-1_/_%E0%A4%89%E0%A4%AA%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%B6%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%BE&diff=303215
दोहे-1 / उपमा शर्मा
2023-12-16T03:21:44Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=उपमा शर्मा<br />
|अनुवादक=<br />
|संग्रह=<br />
}}<br />
[[Category:दोहे]]<br />
<poem><br />
1.<br />
काम सभी तब पूर्ण हों, मिल-जुल करें प्रयास। <br />
दीपक, बाती, तेल ज्यों, मिलकर रचें उजास। <br />
<br />
2.<br />
गूँथो निर्मल नेह से, प्रीत भरा अनुबंध। <br />
पर दूरी कुछ बीच में, बचा रखे सम्बंध। <br />
<br />
3.<br />
अगर भाव कोमल मिले, निर्मल मन भी साथ। <br />
तब मन-मंदिर आपका, ईश धरें सिर हाथ॥<br />
<br />
4.<br />
तम घमंड में चूर था, मिली करारी मात। <br />
इक नन्हें से दीप ने, रौशन की जब रात। <br />
<br />
5.<br />
कैसे आता ये भला अंधियारे को रास। <br />
मुट्ठी भर जुगनू मिले, फैला दिया प्रभास। <br />
<br />
6.<br />
आस और विश्वास से, बँधती जीवन डोर। <br />
रात अमावस बीत कर, आती सुंदर भोर। <br />
<br />
7.<br />
कराहटें हैं दर्द की, मचती चीख-पुकार। <br />
अपने दुख फिर कम लगे, देखें जब संसार। <br />
<br />
8.<br />
अलग-अलग मानव सभी और अलग पहचान। <br />
पाँच उँगलियाँ एक-सी, कब होतीं श्रीमान। <br />
<br />
9.<br />
दृष्टि पास सबके रही, दृष्टिकोण असमान। <br />
इक-दूजे से यूँ अलग, तभी रहा इंसान। <br />
<br />
10.<br />
तुलना करके यूँ कभी, होना न परेशान। <br />
एक वृक्ष के फल कहाँ, दिखते कभी समान। <br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%85%E0%A4%AC_%E0%A4%AC%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%9A%E0%A5%87,_%E0%A4%AC%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%9A%E0%A5%87_%E0%A4%A8%E0%A4%B9%E0%A5%80%E0%A4%82_%E0%A4%B0%E0%A4%B9%E0%A5%87_/_%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%B0_%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%AC%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E2%80%98%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%B6%E0%A5%81%E2%80%99&diff=303028
अब बच्चे, बच्चे नहीं रहे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
2023-11-23T16:45:49Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'<br />
}}<br />
{{KKCatKavita}}<br />
<poem><br />
अब बच्चे, <br />
बच्चे नहीं रहे<br />
उनके बेरौनक चेहरों पर<br />
पसरा नहीं है भोलापन<br />
नहीं बिखरी दूधिया मुस्कान<br />
आँखों में नहीं है<br />
अचरज-भरी दुनिया<br />
नहीं है रूठने-मनाने की लालसा<br />
उनमें नहीं है-<br />
चिड़िया के बच्चों-सी<br />
चहचहाट<br />
नहीं है-<br />
बाबा के किस्से सुनने की उत्कण्ठा<br />
उन्हें नहीं है है भरोसा<br />
दादी की सीख पर<br />
अब बच्चे, बच्चे नहीं रहे<br />
बूढ़े हो गए हैं।<br />
मोटे लैंस के पीछे हैं<br />
उनकी बुझी-बुझी आँखें<br />
आँखों में बुढ़ापे की छाया<br />
उन्हें मुस्कान के लिए<br />
फुर्सत नहीं है<br />
उनके चारों तरफ बिखरी हैं किताबें<br />
किताबों में ज्ञान का <br />
भूसा भरा हुआ है।<br />
वे रात-दिन<br />
उस भूसे को चबा रहे हैं<br />
उन्हें रूठने की फुर्सत नहीं<br />
चहकने की कोशिश करने पर <br />
सिर्फ़ रुलाई फूट सकती है।<br />
बाबा के किस्से, दादी की सीख<br />
उनके लिए बेमानी हैं, बकवास हैं<br />
बाबा की गोद में बैठना<br />
उन्हें बचकाना लगता है<br />
बस्तों के बोझ से लदे हुए बच्चे<br />
झुकी कमर वाले बूढ़े बच्चे<br />
भूसा चबाकर <br />
माँ-बाप से बतियाते <br />
बहस करते बच्चे<br />
अब बच्चे नहीं रहे <br />
बूढ़े हो गए हैं<br />
<br />
घास को नहीं रौंदते बच्चे<br />
अब तितलियों के पीछे <br />
नहीं दौड़ते बच्चे<br />
किसी पड़ोसी के आँगन में<br />
दबे पाँव जाकर <br />
जामुन या अमरूद नहीं तोड़ते बच्चे<br />
बच्चे बहुत आज्ञाकारी हो गए हैं<br />
घर से बाहर नजर नहीं आते बच्चे<br />
अब सपनों में<br />
कुदकते हैं, चौंकते हैं<br />
सुबकते हैं बच्चे<br />
न जाने कहाँ खो गए हैं<br />
भोले बच्चे, नटखट बच्चे<br />
चिड़ियों-से चहकते बच्चे<br />
फूलों-से महकते बच्चे<br />
तितलियों-से इधर-उधर <br />
मँडराते बच्चे,<br />
अब बच्चे नहीं रहे<br />
बूढ़े हो गए हैं।<br />
-0-<br />
(26-06-1995)'''<br />
अमृत सन्देश-दीपावली विशेषांक-95,आकाशवाणी अम्बिकापुर-6 जून 1999<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AE%E0%A5%88%E0%A4%82_%E0%A4%98%E0%A4%B0_%E0%A4%B2%E0%A5%8C%E0%A4%9F%E0%A4%BE_/_%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%B0_%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%AC%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E2%80%98%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%B6%E0%A5%81%E2%80%99&diff=303012
मैं घर लौटा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
2023-11-23T11:38:36Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार= रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'<br />
}}<br />
{{KKPustak<br />
|चित्र=<br />
|नाम= मैं घर लौटा<br />
|रचनाकार= [[रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']] <br />
|प्रकाशक=अयन प्रकाशन, 1/20 महरौली , ,नई दिल्ली–110030 <br />
|वर्ष=2015<br />
|भाषा=हिन्दी<br />
|विषय=कविताएँ<br />
|शैली=<br />
|पृष्ठ= 184<br />
|ISBN=978-81-7408-861-1<br />
|विविध=मूल्य(सजिल्द) :360<br />
}}<br />
* [[इस सभा में चुप रहो / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
* [[लौटते कभी नहीं / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
* [[अंधकार ये कैसा छाया / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
* [[गोरखधन्धा / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
* [[अपना मन / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
* [[इसे ध्यान में रखना / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
* [[एक उदास लड़की के लिए /रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अब बच्चे, बच्चे नहीं रहे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]</div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%85%E0%A4%AC_%E0%A4%AC%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%9A%E0%A5%87,_%E0%A4%AC%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%9A%E0%A5%87_%E0%A4%A8%E0%A4%B9%E0%A5%80%E0%A4%82_%E0%A4%B0%E0%A4%B9%E0%A5%87_/_%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%B0_%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%AC%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E2%80%98%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%B6%E0%A5%81%E2%80%99&diff=303011
अब बच्चे, बच्चे नहीं रहे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
2023-11-23T11:37:15Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'<br />
}}<br />
{{KKCatKavita}}<br />
<poem><br />
अब बच्चे, <br />
बच्चे नहीं रहे<br />
उनके बेरौनक चेहरों पर<br />
पसरा नहीं है भोलापन<br />
नहीं बिखरी दूधिया मुस्कान<br />
आँखों में नहीं है<br />
अचरज-भरी दुनिया<br />
नहीं है रूठने-मनाने की लालसा<br />
उनमें नहीं है-<br />
चिड़िया के बच्चों-सी<br />
चहचहाट<br />
नहीं है-<br />
बाबा के किस्से सुनने की उत्कण्ठा<br />
उन्हें नहीं है है भरोसा<br />
दादी की सीख पर<br />
अब बच्चे, बच्चे नहीं रहे<br />
बूढ़े हो गए हैं।<br />
मोटे लैंस के पीछे हैं<br />
उनकी बुझी-बुझी आँखें<br />
आँखों में बुढ़ापे की छाया<br />
उन्हें मुस्कान के लिए<br />
फुर्सत नहीं है<br />
उनके चारों तरफ बिखरी हैं किताबें<br />
किताबों में ज्ञान का <br />
भूसा भरा हुआ है।<br />
वे रात-दिन<br />
उस भूसे को चबा रहे हैं<br />
उन्हें रूठने की फुर्सत नहीं<br />
चहकने की कोशिश करने पर <br />
सिप़फ़र् रुलाई फूट सकती है।<br />
बाबा के किस्से, दादी की सीख<br />
उनके लिए बेमानी हैं, बकवास हैं<br />
बाबा की गोद में बैठना<br />
उन्हें बचकाना लगता है<br />
बस्तों के बोझ से लदे हुए बच्चे<br />
झुकी कमर वाले बूढ़े बच्चे<br />
भूसा चबाकर <br />
माँ-बाप से बतियाते <br />
बहस करते बच्चे<br />
अब बच्चे नहीं रहे <br />
बूढ़े हो गए हैं<br />
<br />
घास को नहीं रौंदते बच्चे<br />
अब तितलियों के पीछे <br />
नहीं दौड़ते बच्चे<br />
किसी पड़ोसी के आँगन में<br />
दबे पाँव जाकर <br />
जामुन या अमरूद नहीं तोड़ते बच्चे<br />
बच्चे बहुत आज्ञाकारी हो गए हैं<br />
घर से बाहर नजर नहीं आते बच्चे<br />
अब सपनों में<br />
कुदकते हैं, चौंकते हैं<br />
सुबकते हैं बच्चे<br />
न जाने कहाँ खो गए हैं<br />
भोले बच्चे, नटखट बच्चे<br />
चिड़ियों-से चहकते बच्चे<br />
फूलों-से महकते बच्चे<br />
तितलियों-से इधर-उधर <br />
मँडराते बच्चे,<br />
अब बच्चे नहीं रहे<br />
बूढ़े हो गए हैं।<br />
-0-<br />
(26-06-1995)'''<br />
अमृत सन्देश-दीपावली विशेषांक-95,आकाशवाणी अम्बिकापुर-6 जून 1999<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%85%E0%A4%AC_%E0%A4%AC%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%9A%E0%A5%87,_%E0%A4%AC%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%9A%E0%A5%87_%E0%A4%A8%E0%A4%B9%E0%A5%80%E0%A4%82_%E0%A4%B0%E0%A4%B9%E0%A5%87_/_%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%B0_%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%AC%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E2%80%98%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%B6%E0%A5%81%E2%80%99&diff=303010
अब बच्चे, बच्चे नहीं रहे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
2023-11-23T11:36:06Z
<p>वीरबाला: '{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' }} {{KKCatKavita}...' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
<hr />
<div>{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'<br />
}}<br />
{{KKCatKavita}}<br />
<poem><br />
अब बच्चे, <br />
बच्चे नहीं रहे<br />
उनके बेरौनक चेहरों पर<br />
पसरा नहीं है भोलापन<br />
नहीं बिखरी दूधिया मुस्कान<br />
आँखों में नहीं है<br />
अचरज-भरी दुनिया<br />
नहीं है रूठने-मनाने की लालसा<br />
उनमें नहीं है-<br />
चिड़िया के बच्चों-सी<br />
चहचहाट<br />
नहीं है-<br />
बाबा के किस्से सुनने की उत्कण्ठा<br />
उन्हें नहीं है है भरोसा<br />
दादी की सीख पर<br />
अब बच्चे, बच्चे नहीं रहे<br />
बूढ़े हो गए हैं।<br />
मोटे लैंस के पीछे हैं<br />
उनकी बुझी-बुझी आँखें<br />
आँखों में बुढ़ापे की छाया<br />
उन्हें मुस्कान के लिए<br />
फुर्सत नहीं है<br />
उनके चारों तरफ बिखरी हैं किताबें<br />
किताबों में ज्ञान का <br />
भूसा भरा हुआ है।<br />
वे रात-दिन<br />
उस भूसे को चबा रहे हैं<br />
उन्हें रूठने की फुर्सत नहीं<br />
चहकने की कोशिश करने पर <br />
सिप़फ़र् रुलाई फूट सकती है।<br />
बाबा के किस्से, दादी की सीख<br />
उनके लिए बेमानी हैं, बकवास हैं<br />
बाबा की गोद में बैठना<br />
उन्हें बचकाना लगता है<br />
बस्तों के बोझ से लदे हुए बच्चे<br />
झुकी कमर वाले बूढ़े बच्चे<br />
भूसा चबाकर <br />
माँ-बाप से बतियाते <br />
बहस करते बच्चे<br />
अब बच्चे नहीं रहे <br />
बूढ़े हो गए हैं<br />
<br />
घास को नहीं रौंदते बच्चे<br />
अब तितलियों के पीछे <br />
नहीं दौड़ते बच्चे<br />
किसी पड़ोसी के आँगन में<br />
दबे पाँव जाकर <br />
जामुन या अमरूद नहीं तोड़ते बच्चे<br />
बच्चे बहुत आज्ञाकारी हो गए हैं<br />
घर से बाहर नजर नहीं आते बच्चे<br />
अब सपनों में<br />
कुदकते हैं, चौंकते हैं<br />
सुबकते हैं बच्चे<br />
न जाने कहाँ खो गए हैं<br />
भोले बच्चे, नटखट बच्चे<br />
चिड़ियों-से चहकते बच्चे<br />
फूलों-से महकते बच्चे<br />
तितलियों-से इधर-उधर <br />
मँडराते बच्चे,<br />
अब बच्चे नहीं रहे<br />
बूढ़े हो गए हैं।<br />
-0-<br />
(26-06-1995)'''<br />
अमृत सन्देश-दीपावली विशेषांक-95,आकाशवाणी अम्बिकापुर-6 जून 1999<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%B0_%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%AC%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%27%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%B6%E0%A5%81%27&diff=303009
रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'
2023-11-23T11:30:03Z
<p>वीरबाला: /* कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ */</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=Rameshwer_dayal_kamboj.jpg<br />
|नाम=रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'<br />
|उपनाम=हिमांशु<br />
|जन्म=19 मार्च 1949<br />
|जन्मस्थान=ग्राम हरिपुर, तहसील बेहट, जिला सहारनपुर, उत्तर प्रदेश, भारत<br />
|कृतियाँ=खूँटी पर टँगी आत्मा (व्यंग्य-संग्रह), [[मेरे सात जनम / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’|मेरे सात जनम (हाइकु-संग्रह) ]], [[मिले किनारे / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु|मिले किनारे (ताँका-चोका -संग्रह)]], [[चन्दनमन / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'|चन्दनमन]] (हाइकु संग्रह), [[भाव-कलश / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'|भाव-कलश]] (ताँका संग्रह) दोनों संग्रह [[भावना कुँअर]] के साथ सम्पादित, [[उजास साथ रखना/ रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'|उजास साथ रखना]] (चोका संग्रह) [[भावना कुँअर]] और डॉ हरदीप सन्धु के साथ सम्पादित, [[डॉ. सुधा गुप्ता के हाइकु में प्रकृति/ रामेश्वर काम्बोज हिमांशु',भावना कुँअर|डॉ. सुधा गुप्ता के हाइकु में प्रकृति]] (रागात्मक मनोभूमि: संचयन और संचरण)<br />
|अंग्रेज़ीनाम=Rameshwar Kamboj Himanshu<br />
|जीवनी=[[रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' / परिचय]]<br />
|gadyakosh=रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’<br />
}}<br />
{{KKCatUttarPradesh}}<br />
{{KKCatHaikukaar}}<br />
====रचना-संग्रह====<br />
*'''[[माटी पानी और हवा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
* '''[[अँजुरी भर आसीस / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
* '''[[कुकड़ूँ कूँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
*'''[[हुआ सवेरा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
* '''[[मेरे सात जनम / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
* '''[[मिले किनारे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ और डॉ0 हरदीप कौर सन्धु]]'''<br />
* '''[[ झरे हरसिंगार / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
* '''[[माटी की नाव / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
* '''[[मैं घर लौटा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
* '''[[तुम सर्दी की धूप / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
* '''[[बन्द कर लो द्वार / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
* '''[[बनजारा मन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
* '''[[ तीसरा पहर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
*'''[[पञ्च पल्लव / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
*'''[['साँझ हो गई' / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
*'''[[दूधिया धूप / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
*'''[[भोर के अधर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
*'''[[मैं लहर तुम्हारी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
*'''[[तुम हो मुझमे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
<br />
====सम्पादित====<br />
* '''[[चन्दनमन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]''' <br />
* '''[[भाव-कलश / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
<br />
====कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ====<br />
*[[अँधियारे जब घिरकर आए / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अंगार कैसे आ गए / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]]<br />
*[[अकेला कौन है जब (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अकेला ठूँठ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अक्षर नहीं मरा करते हैं / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अधर पर मुस्कान / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[अन्तर में अनुराग / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अपना मन / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[अपनी ओर मोड़ लूँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अपने और सपने / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अपने मन का / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अपनों का खून / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अब जो सुख मैं पाऊँगा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अब बच्चे, बच्चे नहीं रहे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अम्बर में मैं निपट अकेला / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अर्पण / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अलविदा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अवसादी मन! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आँखों में बस तेरी सूरत / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आकण्ठ भरे सुधा-कलश / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आज की कविता / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[आजकल / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]]<br />
*[[आज़ादी है / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]] <br />
*[[आत्मा की प्यास तुम हो / रामेश्वर काम्बोज हिमांशु’]]<br />
*[[आया हूँ मैं द्वार तुम्हारे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आवारा अलकें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[इस दुःख के बहाने / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[इस धरती पर / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[उजाले / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[उजियारे के जीवन में / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[उम्र की चादर / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[एक दीपक तुम जलाना / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[एक बच्चे की हँसी / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]]<br />
*[[कपट-कथा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[करतल तुम्हारे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[करो भोर का अभिनन्दन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कर्मठ गधा / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[कवि के घर में चोर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[कवि जी पकड़े गए / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[कविता क्या है? / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[किनारों पर आकर भी (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कुछ कीजिए / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कुछ दु:ख झेलो / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[कोई न मिला / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[कोई न मिला पूर्ण सुखी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कोई नहीं उदास हो / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[क्या तुम्हें दूँ मीत मेरे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[खाट पर पड़ी लड़की / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[खिल गए फूल पलाश के / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]] <br />
*[[खुद लड़ना होगा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[खुलकर हँसना–जीना / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ग़म न कर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[चन्द्रिका मेरी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[चलते-चलते हार गया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[चलना है बस चलना है / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[चाँद अकेला है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[चाँद–सा माथा / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[छन्द / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[जड़ दूँ एक चुम्बन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[जब तक बची दीप में बाती / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[जरूरी है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[जिजीविषा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[जीवन की कर्मभूमि / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[जीवन के अँधेरों में / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[जीवन के ये पल / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[जेब कतरा / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[जैसे शिशु ढूँढता / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ठोकर लगे पाँव में / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ताश का घर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[तुम सर्दी की धूप! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[तुम मत घबराना / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[तुमको खुद ही लड़ना होगा / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु ]]<br />
*[[तुमने मान लिया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[तेरी वो रुलाई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[दर्पण की धूल / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[दहके फूल पलाश के / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[दिया जलता रहे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[दीप क्या है? / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[दुख सगा है / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[दौलत और नींद / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[निशान / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[नीड गिराया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पत्थर और फूल / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पानी रोता नहीं / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पुरानी कमीज़ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बंजारे हम / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बचकर रहना / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बच्चे और पौधे / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बनजारा जब लौटा घर को / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[बयान / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बरसाती नदी / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बहता जल / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बहुत बोल चुके / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[बहुत हो चुका / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[बाँट लेना / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[बात तुम करना नहीं / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बीच सड़क पर / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बेटियों की मुस्कान / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[भटकी किरन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[भोर की किरन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मन का रिश्ता है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मन की किताब पर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[माँ शारदे ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[मीत तुम्हीं हो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मुखड़ा हुआ अबीर / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मुझे आस है / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मुदित नया साल / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मुस्कान लाना चाहता हूँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मेपल से भी कभी पूछना / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मेरा दिन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मेरी माँ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मेरी विनती इतनी है / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मेरे आगे हार गई थी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मेरे मन / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मेरे मन -आँगन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मैं खुश हूँ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मैं घर लौटा / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मैं पानी,मैं जीवन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मैंने तो सोचा था- / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[यह मानव,मानव रह पाता / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[यही रहा जीवन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ये ज़ंजीरें / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[रिश्तों की आँच / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[रोशनी छीन ली / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[लेटी है माँ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[वश में है / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[विलीन हो जाऊँ ऐसे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[शृंगार है हिन्दी / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[श्वान - पीड़ित / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[संवाद (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[सच की ज़ुबान / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[सदा कामना मेरी / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[सपने में घर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[साँस / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[सूरज अभी निकला है / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]] <br />
*[[हरियाली के गीत / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[हाँफता हुआ बच्चा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[हूक तेरी घाटियों में / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अमर रहे गणतन्त्र हमारा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[हासिल है जीवन का / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अधिकार हमें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अनुभूति / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
<br />
====मुक्तक====<br />
*[[अपनी राह गए(मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अब सोचा है (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आँसू का दरिया उमड़ा (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[एक बूँद थी माँगी(मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[चार मुक्तक / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[जीभर प्यार करूँ (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[तारा आखिरी पहर का(मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[दो मुक्तक / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[बीजमन्त्र (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मुक्तक / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मुझको वह दर्पन देना (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[हम ना होंगे जब (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अँधेरा दूर कर दो (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
<br />
====नवगीत====<br />
*[[अंगारों पर चलकर ही / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[अजगरी शुभ कामनाएँ /रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[अधजला गीत / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[अधर-सुगन्ध / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[अनुबन्ध लिखो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अपना दर्द / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[अमलतास के झूमर / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[असमंजस / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[आँसू-छन्द / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[आया वसन्त / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[आराम न भाया / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[आसीस अंजुरी भर / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[इस दुनिया में / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[इस शहर में / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[इस सभा में / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[इसी भुलावे में / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[उतर गया मौसम / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[उदास छाँव / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[उर में सागर / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[उस छोर तक-- / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[ओ चिरैया / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[कहाँ गए? / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[काँपती किरनें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कितना अच्छा होता! / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु ]]<br />
*[[कुछ हो जाता है / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[क्या करें / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[खड़े जहाँ पर ठूँठ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु ]]<br />
*[[खिल गए फूल पलाश के / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]]<br />
*[[खेत छिने / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[गठरी अपनी छूट गई / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[गाँव अपना / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[गुलमोहर की छाँव में / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[गोधूलि / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[घाटी में धूप / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[चले गए बादल / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[चाँद बहुत उदास है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[छाप जीवन की / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[छोटी-सी अँजुरी में / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[जंगल-जंगल / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[तिनका-तिनका / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[तुम बोना काँटें / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[तुम हो मुझमें / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[तुम्हें पाने को / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[तेरी वो रुलाई /रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[तेरे अधरों के सुर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[तेरे बिन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[दहके फूल पलाश के / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[दिन डूबा / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[दीपक जलते रहना / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[धूप ने / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[नई भोर / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[नदी की रेत / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' ]]<br />
*[[नदी तुम बहती चलो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[नया उजाला / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]]<br />
*[[नील कुवलय-से नयन /रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[पदचाप / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[पनीला हास / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[पुरवा हवा को / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[प्यासे हिरन / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[फागुन गाता है / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[फूल कनेर के / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बरस बाद / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बेबस जनता / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[भरमाते रहना / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[भरी भीड़ में / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मत रहो चुप / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मन की बातें /रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मन-दर्पन / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मेघ छाए / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मेमनों का रूप / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मेहँदी रचे दो पाँव / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मैं चलता रहता / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[यह दिन भी बीत गया / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[यहाँ शहर में / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[याद तुम्हारी आएगी / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[याद रखना / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]] <br />
*[[ये घर बनाने वाले / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[रिश्ते रेतीले /रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[लिपटी रहो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[लौटते कभी नहीं / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]] <br />
*[[सम्बन्धों में आँच / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[सहे नदी / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[सारे बन्धन भूल गए / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[सूनी सेज / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[सूरज की आँख / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[हँसें दु:खों पर /रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[हम मुस्काएँ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[हम सब कुछ सहते हैं / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]] <br />
*[[हाथ गहो / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[फिर से राम चले वन-पथ पर / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
-0-<br />
<br />
====दोहे====<br />
*[[ अफ़सर –अजगर दो खड़े / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[गाँव की चिट्ठी / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[वासन्ती दोहे / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]]<br />
*[[मुस्कानों के बीज-नव वर्ष के दोहे / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]]<br />
*[[ उर का कम्पन-दोहे / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[ आएँगे तूफ़ान भी / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[जागे सारी रात / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कुछ तो माँगो आज / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[टिका दिए हैं ओक में / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अपने वश में कुछ नहीं / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कोंपल तक झुलसा गई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[जहाँ -जहाँ मुझको मिली / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पढ़ी हथेली आपकी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[गले मिले जो आप / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पूजा-सी पावन लगे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[तुम मेरा ही रूप हो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पात टूटकर डाल से / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मिटा सकीं कब दूरियाँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[एक किरण है भोर की / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ उम्रभर रहते रहे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ जीवन का राग / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अगर बचे कुछ फूल / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ आँखों ही में रैन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ उपमान हो तुम / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ आती-जाती साँस / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आन मिलो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कभी मीत के कंठ लगें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कण्ठ लगा लो तुम मुझे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[गुमसुम पर्वत- घाटियाँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[खिंची हुई चहुँ ओर है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[हुड़क उठी दिन- रात है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आज़ादी सबको मिले / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पाखी जागे भोर में / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[प्रतिकूल मौसम / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[व्याकुल हैं मन-प्राण / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[उऋण कभी होना नहीं / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
<br />
====[[माहिया]]====<br />
*[[आँसू जब बहते हैं(माहिया) /रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मन में धीर धरो(माहिया) /रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[हर नारी की गाथा(माहिया) /रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पनघट भी प्यासा है(माहिया) /रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[हम याद न आएँगे(माहिया) /रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मन-मीत चले आओ (माहिया) /रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अकेले हैं (माहिया) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[दुनिया के मेले में (माहिया) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[खुशबू से जो नाता (माहिया) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अँजुरी से पी लूँगा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आकर मिल जाओ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अधरों की वंशी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
<br />
====[[हाइकु]]====<br />
*[[ मेघ बरसे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[व्याकुल गाँव-हाइकु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[फैली मुस्कान-हाइकु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[काँपती देह -हाइकु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[प्यार का कर्ज़-हाइकु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[उठी थी पीर-हाइकु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[इस जग में -हाइकु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[सिहरा ताल-हाइकु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[शीतल छाँव-हाइकु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[निर्मोही जग -हाइकु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[ आओ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[ आप जो आए / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ धरा की गोद / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ नभगंगा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ आँच न आए / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ पाखी न पाती / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ दु:ख भी मिटें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ ममता -रस / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ भोर मेरी ही हँसी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ आँखें दिखाए / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ धुली चाँदनी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ छू गया तन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ पहाड़ी नदी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ लरज गई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ गाँव था स्वर्ग / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ ठूँठ जीवन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ नेह-भरे ख़त / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ नि:शब्द रहूँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अंश तुम्हारा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अक्षर-मोती / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ घास मुस्काई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अंक में ले लो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अमृत खोया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ चाँद-दराँती / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ कोरे थे पन्ने / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ उठा तूफान / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ एक ही रूप / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अंक में भरो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ खड़े हैं लाखों / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ कटे न पाश / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ प्रतिमा रोई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ प्राण सींचती / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ ममतामयी ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ छलके शब्द / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ तुझको बाँचूँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ आकुल बाहें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अमा की रात / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ चौमुखा दिया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ कोई कलम / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ घाव तुम्हारे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ मन-माला गुँथे हो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ रोती सजनी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ लौटना नहीं / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ जाने न कोई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अधर- मधु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ तेरा भुजबन्धन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ प्राण-पाहुने / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ उड़ने दो पतंग / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ हम पाहुने / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अनुरागी अधर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ नैनों से चुए / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अघोरी सा-जीवन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ रँगे अधर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ हुड़क उठी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ स्वप्न-जल ही सही / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ प्रार्थनारत / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ हथेलियाँ तुम्हारी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ धूप झाँकती / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ गंध अनाम / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अधूरे आलिंगन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ धवल धरा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ ऊँची मुँडेर पर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ घायल पेड़ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ तुम हो आद्या! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ एक ही आस / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ मन में आप। / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ जीवन -तरु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ गले लगाएँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अँजुरी-भरे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अवगाहन करूँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ ओक भरके / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ उठती हूक/ रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ आँसू की लिपि / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ ऊषा आएगी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ तरल मीन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[उजड़े पनघट / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[उफनी नदी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[उमड़ा नेह / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[उजाला तुम्हीं / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[प्राण-पखेरू / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अश्रु तुम्हारे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[उगूँ उर में / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[किसकी है प्रतीक्षा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पुच्छल तारा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[धरा बनके तुम / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पलक-नोंक / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[तुम अमृत-कूप / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[हिम की मार / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
<br />
====[[ताँका]]====<br />
* [[ताँका 1-10 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
* [[ताँका 11-20 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
* [[ताँका 21-30 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
* [[ताँका 31-40 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
* [[ताँका 41-50 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
* [[ताँका 51-60 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
* [[झरना बहाएँगे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ कामना यही-1-8 / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अलक विचुम्बित भाल / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ प्यासा गगन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ कभी पिला दो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ प्रिय की याद / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ तुम क्या जानो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ पोर से छुआ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ ओर न छोर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ देह का धर्म / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ निर्मलमना ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अगरू गन्ध रोई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अंक में सोई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ एकान्त टूटा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ तुम्हें अर्पण करें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ उदास नैन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ आदमी है ठीकरा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ निरभ्र नभ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अतृप्त नैन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ गुनगुनी धूप-से / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ पंछी चहकें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ सौ अनुबन्ध / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ आँख जब लगी थी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ आलिंगन तरसे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अब किसी मोड़ पे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ सुरभित स्पंदन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ बस तुझको पाया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ इतना प्यार! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कुछ न माँग / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
<br />
====[[सेदोका]]====<br />
*[[ छुपा है चाँद / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ घृणा का आचमन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ मुक्त अलकें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ उदास आँखें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अंतिम साँसे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ छल का बल / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ उर में छाले / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ मन की झील / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ उमग पड़ी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ बिके हाट में / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ पास आ बैठे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ उर–कम्पन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ बीता जीवन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ आग की नदी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ कौन अपना? / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ झीलें है सूखी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अतीत बीता / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ माँगना तुम्हीं / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[राह देखते हम / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[जंगल जागा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ढूँढ नहीं पाओगे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[शुभ्र चन्द्रिके ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मूक हैं गान ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आओ यों करें ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[उगो सूर्य- से / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मधुमय संवाद / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[छककरके पिया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
<br />
====[[चोका]]====<br />
*[[अंकुर बनकर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[अक्षय प्रेम-जल / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अब जाल समेटो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अभिशप्त अप्सरा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अशान्त मन ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आँखें पोंछ लो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आँधी को रोका / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आँसू जो पोंछे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आए नोचने / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आओ करें तर्पण / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[इन्हें माफ़ न करो! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[उजड़ा सुहाग है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[उमड़ी आँधी ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ओ मेरी संजीवनी ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[ओट हाथ की / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कँटीली शय्या / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[कण-कण से / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कहो किसकी भूल ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[काँटे ही काँटे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[गीले आखर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[घना है वन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[घृणा थी रौंदी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[चन्दन वन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[चलने की बेला है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[चले जाएँगे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[चूमा था भाल / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[चोका 1-2 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[चोका 3-4 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[चोका 5-6 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[चोका 7-8 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[चोका 9-10 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[जीवन छलना है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[जीवन जिया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[डोर चाँदनी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[तरु बिलखा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[तुमको पाया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[नदिया तीरे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[परिभाषा से परे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पाई छुअन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पिंजरे में चिड़िया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पीर- तरी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[प्रथम ग्रास / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[प्राणों की डोर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[फूल -पाँखुरी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[बीमार मन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[भीगी पलकें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[मन-दर्पण / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मीत पुराने / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[मेरा भी कोई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मेरे सूरज / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[लिखा जो शिलालेख / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[साँझ हो गई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[हमने लिखा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[हारना नहीं / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
-0-<br />
<br />
====[[क्षणिका|क्षणिकाएँ]]====<br />
*[[आहत मन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[अधूरी बातें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[अधरों पर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[उम्र तमाम / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[बहरी कुर्सियाँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[नाम उनका / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[अधिक बाते क्या कहूँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
<br />
====बाल कविताएँ====<br />
* [[बाल कविताएँ / भाग १ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(मेरी नानी, भारी बस्ता, पत्ता, दादा जी, रोमा)<br />
* [[बाल कविताएँ / भाग २ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(चाचा जी का बन्दर, तारे, तितली रानी, नन्हीं चींटी, मुर्गा बोला)<br />
* [[बाल कविताएँ / भाग ३ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(माली, मोर, माता-पिता, बापू, तिरंगा)<br />
* [[बाल कविताएँ / भाग ४ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(तोता, फल, मोटूराम, मेंढक जी, सवाल)<br />
* [[बाल कविताएँ / भाग ५ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(रेल चली, हाथी दादा, प्यारे बादल, सावन आया, बादल)<br />
* [[बाल कविताएँ / भाग 6 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(जब खेलने आये बच्चे, हरी पत्तियाँ, अक्कड़-बक्कड़)<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 7 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(लोरी, आ भाई सूरज, धूप की चादर)<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 8 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(हम चाँद बनेंगे, सूरज का गुस्सा, सबसे प्यारे, दो बदमाश )<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 9 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(लाल बुझक्कड़, मेरे मामा, गुड़िया रानी )<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 10 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(मेरा घोड़ा, काली बिल्ली, देश हमारा)<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 11 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(हुआ सवेरा, प्यारे पक्षी, मीठी बोली)<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 12 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(जंगल का गीत, बन्दर अफ़लातून, नटखट बन्दर)<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 13 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(जब सूरज जग जाता है, मेरे घोड़े दौड़ लगा )<br />
* [[बाल कविताएँ / भाग 14 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(गैया, गीत, सर्कस, नेवले की जीत, सवारी)<br />
* [[बाल कविताएँ / भाग 15 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(पेड़ लगाओ, मेरी गुड़िया, विद्यालय, मदारी, प्रार्थना)<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 16 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(पेड़ , नीम)<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 17 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' ]]<br />
::( हवा का झोंका, धूप)<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 18 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' ]]<br />
::(बौने दिन , धूप की चादर)<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 19 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' ]]<br />
::(बादल भैया, जगमग तारे)<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 20 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' ]]<br />
::( गुड़िया रानी , मुनिया रानी, ओ मेरी मैया !, खेली ऐसी होली, हरियाली ने बौर सजाया)<br />
*[[खेल-गीत (बाल कविताएँ) / भाग 21 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' ]]<br />
::( अक्कड़-बक्कड़ बम्बे बो, लाल बुझक्कड़ ,जब खेलने आए बच्चे )<br />
*[[पहाड़ी सड़क / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[पगडण्डी / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[अपनी रेल / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[नई भोर / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[ तुम हो बहुत महान् ( प्रार्थना / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[छोटी-छोटी बकरी / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[नन्हे बच्चे / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[किताबें / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[जब सूरज जग जाता है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[हाथी दादा धम्मक-धम्मक / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कोवा-कोवा का-का-का / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[तुम क्यों आए जंगल में ? / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[धूप / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[धूप मन को भा गई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[सीमाओं की आँखें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ऐसा बल दो हे भगवान / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[बल्लू मोटा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मोटू हाथी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आई बिल्ली / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[चन्दा मेरे घर आना / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[सर्दी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[चिड़िया गीत सुनाती है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मैं पंछी होता / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ छाए बादल / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बन्दर मामा / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]</div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%85%E0%A4%81%E0%A4%A7%E0%A5%87%E0%A4%B0%E0%A4%BE_%E0%A4%A6%E0%A5%82%E0%A4%B0_%E0%A4%95%E0%A4%B0_%E0%A4%A6%E0%A5%8B_(%E0%A4%AE%E0%A5%81%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%95)_/_%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%B0_%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%AC%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E2%80%98%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%B6%E0%A5%81%E2%80%99&diff=302920
अँधेरा दूर कर दो (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
2023-11-12T13:43:13Z
<p>वीरबाला: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' }} {{KKCatKavita...' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'<br />
}}<br />
{{KKCatKavita}}<br />
<poem><br />
माँगते वरदान इतना, सब अँधेरा दूर कर दो।<br />
आँगन, गली हर द्वार पर, ज्ञान के तुम दीप धर दो।<br />
जग-मरुथल में हे प्रभुवर! नीर करुणा का बहा दो<br />
सन्ताप जग में हैं बहुत, प्रेम का उजियार भर दो ।<br />
(11-11-23’)<br />
<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%B0_%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%AC%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%27%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%B6%E0%A5%81%27&diff=302919
रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'
2023-11-12T13:40:37Z
<p>वीरबाला: /* मुक्तक */</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=Rameshwer_dayal_kamboj.jpg<br />
|नाम=रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'<br />
|उपनाम=हिमांशु<br />
|जन्म=19 मार्च 1949<br />
|जन्मस्थान=ग्राम हरिपुर, तहसील बेहट, जिला सहारनपुर, उत्तर प्रदेश, भारत<br />
|कृतियाँ=खूँटी पर टँगी आत्मा (व्यंग्य-संग्रह), [[मेरे सात जनम / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’|मेरे सात जनम (हाइकु-संग्रह) ]], [[मिले किनारे / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु|मिले किनारे (ताँका-चोका -संग्रह)]], [[चन्दनमन / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'|चन्दनमन]] (हाइकु संग्रह), [[भाव-कलश / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'|भाव-कलश]] (ताँका संग्रह) दोनों संग्रह [[भावना कुँअर]] के साथ सम्पादित, [[उजास साथ रखना/ रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'|उजास साथ रखना]] (चोका संग्रह) [[भावना कुँअर]] और डॉ हरदीप सन्धु के साथ सम्पादित, [[डॉ. सुधा गुप्ता के हाइकु में प्रकृति/ रामेश्वर काम्बोज हिमांशु',भावना कुँअर|डॉ. सुधा गुप्ता के हाइकु में प्रकृति]] (रागात्मक मनोभूमि: संचयन और संचरण)<br />
|अंग्रेज़ीनाम=Rameshwar Kamboj Himanshu<br />
|जीवनी=[[रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' / परिचय]]<br />
|gadyakosh=रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’<br />
}}<br />
{{KKCatUttarPradesh}}<br />
{{KKCatHaikukaar}}<br />
====रचना-संग्रह====<br />
*'''[[माटी पानी और हवा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
* '''[[अँजुरी भर आसीस / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
* '''[[कुकड़ूँ कूँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
*'''[[हुआ सवेरा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
* '''[[मेरे सात जनम / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
* '''[[मिले किनारे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ और डॉ0 हरदीप कौर सन्धु]]'''<br />
* '''[[ झरे हरसिंगार / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
* '''[[माटी की नाव / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
* '''[[मैं घर लौटा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
* '''[[तुम सर्दी की धूप / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
* '''[[बन्द कर लो द्वार / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
* '''[[बनजारा मन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
* '''[[ तीसरा पहर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
*'''[[पञ्च पल्लव / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
*'''[['साँझ हो गई' / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
*'''[[दूधिया धूप / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
*'''[[भोर के अधर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
*'''[[मैं लहर तुम्हारी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
*'''[[तुम हो मुझमे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
<br />
====सम्पादित====<br />
* '''[[चन्दनमन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]''' <br />
* '''[[भाव-कलश / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]'''<br />
<br />
====कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ====<br />
*[[अँधियारे जब घिरकर आए / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अंगार कैसे आ गए / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]]<br />
*[[अकेला कौन है जब (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अकेला ठूँठ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अक्षर नहीं मरा करते हैं / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अधर पर मुस्कान / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[अन्तर में अनुराग / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अपना मन / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[अपनी ओर मोड़ लूँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अपने और सपने / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अपने मन का / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अपनों का खून / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अब जो सुख मैं पाऊँगा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अम्बर में मैं निपट अकेला / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अर्पण / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अलविदा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अवसादी मन! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आँखों में बस तेरी सूरत / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आकण्ठ भरे सुधा-कलश / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आज की कविता / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[आजकल / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]]<br />
*[[आज़ादी है / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]] <br />
*[[आत्मा की प्यास तुम हो / रामेश्वर काम्बोज हिमांशु’]]<br />
*[[आया हूँ मैं द्वार तुम्हारे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आवारा अलकें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[इस दुःख के बहाने / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[इस धरती पर / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[उजाले / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[उजियारे के जीवन में / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[उम्र की चादर / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[एक दीपक तुम जलाना / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[एक बच्चे की हँसी / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]]<br />
*[[कपट-कथा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[करतल तुम्हारे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[करो भोर का अभिनन्दन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कर्मठ गधा / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[कवि के घर में चोर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[कवि जी पकड़े गए / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[कविता क्या है? / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[किनारों पर आकर भी (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कुछ कीजिए / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कुछ दु:ख झेलो / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[कोई न मिला / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[कोई न मिला पूर्ण सुखी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कोई नहीं उदास हो / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[क्या तुम्हें दूँ मीत मेरे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[खाट पर पड़ी लड़की / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[खिल गए फूल पलाश के / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]] <br />
*[[खुद लड़ना होगा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[खुलकर हँसना–जीना / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ग़म न कर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[चन्द्रिका मेरी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[चलते-चलते हार गया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[चलना है बस चलना है / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[चाँद अकेला है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[चाँद–सा माथा / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[छन्द / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[जड़ दूँ एक चुम्बन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[जब तक बची दीप में बाती / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[जरूरी है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[जिजीविषा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[जीवन की कर्मभूमि / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[जीवन के अँधेरों में / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[जीवन के ये पल / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[जेब कतरा / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[जैसे शिशु ढूँढता / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ठोकर लगे पाँव में / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ताश का घर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[तुम सर्दी की धूप! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[तुम मत घबराना / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[तुमको खुद ही लड़ना होगा / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु ]]<br />
*[[तुमने मान लिया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[तेरी वो रुलाई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[दर्पण की धूल / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[दहके फूल पलाश के / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[दिया जलता रहे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[दीप क्या है? / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[दुख सगा है / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[दौलत और नींद / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[निशान / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[नीड गिराया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पत्थर और फूल / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पानी रोता नहीं / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पुरानी कमीज़ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बंजारे हम / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बचकर रहना / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बच्चे और पौधे / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बनजारा जब लौटा घर को / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[बयान / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बरसाती नदी / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बहता जल / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बहुत बोल चुके / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[बहुत हो चुका / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[बाँट लेना / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[बात तुम करना नहीं / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बीच सड़क पर / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बेटियों की मुस्कान / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[भटकी किरन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[भोर की किरन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मन का रिश्ता है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मन की किताब पर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[माँ शारदे ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[मीत तुम्हीं हो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मुखड़ा हुआ अबीर / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मुझे आस है / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मुदित नया साल / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मुस्कान लाना चाहता हूँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मेपल से भी कभी पूछना / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मेरा दिन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मेरी माँ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मेरी विनती इतनी है / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मेरे आगे हार गई थी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मेरे मन / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मेरे मन -आँगन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मैं खुश हूँ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मैं घर लौटा / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मैं पानी,मैं जीवन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मैंने तो सोचा था- / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[यह मानव,मानव रह पाता / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[यही रहा जीवन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ये ज़ंजीरें / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[रिश्तों की आँच / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[रोशनी छीन ली / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[लेटी है माँ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[वश में है / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[विलीन हो जाऊँ ऐसे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[शृंगार है हिन्दी / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[श्वान - पीड़ित / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[संवाद (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[सच की ज़ुबान / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[सदा कामना मेरी / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[सपने में घर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[साँस / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[सूरज अभी निकला है / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]] <br />
*[[हरियाली के गीत / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[हाँफता हुआ बच्चा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[हूक तेरी घाटियों में / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अमर रहे गणतन्त्र हमारा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[हासिल है जीवन का / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अधिकार हमें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अनुभूति / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
<br />
====मुक्तक====<br />
*[[अपनी राह गए(मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अब सोचा है (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आँसू का दरिया उमड़ा (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[एक बूँद थी माँगी(मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[चार मुक्तक / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[जीभर प्यार करूँ (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[तारा आखिरी पहर का(मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[दो मुक्तक / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[बीजमन्त्र (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मुक्तक / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मुझको वह दर्पन देना (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[हम ना होंगे जब (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अँधेरा दूर कर दो (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
<br />
====नवगीत====<br />
*[[अंगारों पर चलकर ही / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[अजगरी शुभ कामनाएँ /रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[अधजला गीत / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[अधर-सुगन्ध / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[अनुबन्ध लिखो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अपना दर्द / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[अमलतास के झूमर / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[असमंजस / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[आँसू-छन्द / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[आया वसन्त / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[आराम न भाया / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[आसीस अंजुरी भर / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[इस दुनिया में / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[इस शहर में / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[इस सभा में / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[इसी भुलावे में / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[उतर गया मौसम / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[उदास छाँव / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[उर में सागर / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[उस छोर तक-- / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[ओ चिरैया / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[कहाँ गए? / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[काँपती किरनें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कितना अच्छा होता! / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु ]]<br />
*[[कुछ हो जाता है / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[क्या करें / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[खड़े जहाँ पर ठूँठ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु ]]<br />
*[[खिल गए फूल पलाश के / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]]<br />
*[[खेत छिने / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[गठरी अपनी छूट गई / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[गाँव अपना / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[गुलमोहर की छाँव में / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[गोधूलि / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[घाटी में धूप / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[चले गए बादल / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[चाँद बहुत उदास है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[छाप जीवन की / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[छोटी-सी अँजुरी में / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[जंगल-जंगल / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[तिनका-तिनका / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[तुम बोना काँटें / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[तुम हो मुझमें / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[तुम्हें पाने को / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[तेरी वो रुलाई /रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[तेरे अधरों के सुर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[तेरे बिन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[दहके फूल पलाश के / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[दिन डूबा / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[दीपक जलते रहना / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[धूप ने / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[नई भोर / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[नदी की रेत / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' ]]<br />
*[[नदी तुम बहती चलो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[नया उजाला / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]]<br />
*[[नील कुवलय-से नयन /रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[पदचाप / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[पनीला हास / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[पुरवा हवा को / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[प्यासे हिरन / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[फागुन गाता है / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[फूल कनेर के / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बरस बाद / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बेबस जनता / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[भरमाते रहना / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[भरी भीड़ में / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मत रहो चुप / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मन की बातें /रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मन-दर्पन / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मेघ छाए / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मेमनों का रूप / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[मेहँदी रचे दो पाँव / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मैं चलता रहता / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[यह दिन भी बीत गया / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[यहाँ शहर में / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[याद तुम्हारी आएगी / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[याद रखना / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]] <br />
*[[ये घर बनाने वाले / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[रिश्ते रेतीले /रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[लिपटी रहो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[लौटते कभी नहीं / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]] <br />
*[[सम्बन्धों में आँच / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[सहे नदी / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[सारे बन्धन भूल गए / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[सूनी सेज / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[सूरज की आँख / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[हँसें दु:खों पर /रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[हम मुस्काएँ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[हम सब कुछ सहते हैं / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]] <br />
*[[हाथ गहो / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[फिर से राम चले वन-पथ पर / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
-0-<br />
<br />
====दोहे====<br />
*[[ अफ़सर –अजगर दो खड़े / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[गाँव की चिट्ठी / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[वासन्ती दोहे / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]]<br />
*[[मुस्कानों के बीज-नव वर्ष के दोहे / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु]]<br />
*[[ उर का कम्पन-दोहे / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[ आएँगे तूफ़ान भी / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[जागे सारी रात / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कुछ तो माँगो आज / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[टिका दिए हैं ओक में / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अपने वश में कुछ नहीं / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कोंपल तक झुलसा गई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[जहाँ -जहाँ मुझको मिली / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पढ़ी हथेली आपकी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[गले मिले जो आप / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पूजा-सी पावन लगे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[तुम मेरा ही रूप हो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पात टूटकर डाल से / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मिटा सकीं कब दूरियाँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[एक किरण है भोर की / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ उम्रभर रहते रहे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ जीवन का राग / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अगर बचे कुछ फूल / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ आँखों ही में रैन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ उपमान हो तुम / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ आती-जाती साँस / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आन मिलो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कभी मीत के कंठ लगें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कण्ठ लगा लो तुम मुझे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[गुमसुम पर्वत- घाटियाँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[खिंची हुई चहुँ ओर है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[हुड़क उठी दिन- रात है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आज़ादी सबको मिले / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पाखी जागे भोर में / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[प्रतिकूल मौसम / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[व्याकुल हैं मन-प्राण / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[उऋण कभी होना नहीं / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
<br />
====[[माहिया]]====<br />
*[[आँसू जब बहते हैं(माहिया) /रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मन में धीर धरो(माहिया) /रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[हर नारी की गाथा(माहिया) /रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पनघट भी प्यासा है(माहिया) /रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[हम याद न आएँगे(माहिया) /रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मन-मीत चले आओ (माहिया) /रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अकेले हैं (माहिया) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[दुनिया के मेले में (माहिया) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[खुशबू से जो नाता (माहिया) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अँजुरी से पी लूँगा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आकर मिल जाओ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अधरों की वंशी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
<br />
====[[हाइकु]]====<br />
*[[ मेघ बरसे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[व्याकुल गाँव-हाइकु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[फैली मुस्कान-हाइकु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[काँपती देह -हाइकु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[प्यार का कर्ज़-हाइकु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[उठी थी पीर-हाइकु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[इस जग में -हाइकु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[सिहरा ताल-हाइकु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[शीतल छाँव-हाइकु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[निर्मोही जग -हाइकु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[ आओ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[ आप जो आए / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ धरा की गोद / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ नभगंगा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ आँच न आए / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ पाखी न पाती / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ दु:ख भी मिटें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ ममता -रस / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ भोर मेरी ही हँसी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ आँखें दिखाए / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ धुली चाँदनी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ छू गया तन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ पहाड़ी नदी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ लरज गई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ गाँव था स्वर्ग / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ ठूँठ जीवन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ नेह-भरे ख़त / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ नि:शब्द रहूँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अंश तुम्हारा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अक्षर-मोती / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ घास मुस्काई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अंक में ले लो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अमृत खोया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ चाँद-दराँती / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ कोरे थे पन्ने / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ उठा तूफान / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ एक ही रूप / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अंक में भरो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ खड़े हैं लाखों / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ कटे न पाश / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ प्रतिमा रोई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ प्राण सींचती / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ ममतामयी ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ छलके शब्द / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ तुझको बाँचूँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ आकुल बाहें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अमा की रात / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ चौमुखा दिया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ कोई कलम / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ घाव तुम्हारे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ मन-माला गुँथे हो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ रोती सजनी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ लौटना नहीं / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ जाने न कोई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अधर- मधु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ तेरा भुजबन्धन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ प्राण-पाहुने / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ उड़ने दो पतंग / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ हम पाहुने / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अनुरागी अधर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ नैनों से चुए / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अघोरी सा-जीवन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ रँगे अधर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ हुड़क उठी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ स्वप्न-जल ही सही / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ प्रार्थनारत / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ हथेलियाँ तुम्हारी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ धूप झाँकती / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ गंध अनाम / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अधूरे आलिंगन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ धवल धरा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ ऊँची मुँडेर पर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ घायल पेड़ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ तुम हो आद्या! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ एक ही आस / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ मन में आप। / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ जीवन -तरु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ गले लगाएँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अँजुरी-भरे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अवगाहन करूँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ ओक भरके / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ उठती हूक/ रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ आँसू की लिपि / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ ऊषा आएगी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ तरल मीन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[उजड़े पनघट / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[उफनी नदी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[उमड़ा नेह / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[उजाला तुम्हीं / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[प्राण-पखेरू / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अश्रु तुम्हारे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[उगूँ उर में / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[किसकी है प्रतीक्षा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पुच्छल तारा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[धरा बनके तुम / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पलक-नोंक / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[तुम अमृत-कूप / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[हिम की मार / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
<br />
====[[ताँका]]====<br />
* [[ताँका 1-10 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
* [[ताँका 11-20 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
* [[ताँका 21-30 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
* [[ताँका 31-40 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
* [[ताँका 41-50 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
* [[ताँका 51-60 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
* [[झरना बहाएँगे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ कामना यही-1-8 / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अलक विचुम्बित भाल / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ प्यासा गगन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ कभी पिला दो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ प्रिय की याद / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ तुम क्या जानो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ पोर से छुआ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ ओर न छोर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ देह का धर्म / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ निर्मलमना ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अगरू गन्ध रोई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अंक में सोई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ एकान्त टूटा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ तुम्हें अर्पण करें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ उदास नैन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ आदमी है ठीकरा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ निरभ्र नभ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अतृप्त नैन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ गुनगुनी धूप-से / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ पंछी चहकें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ सौ अनुबन्ध / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ आँख जब लगी थी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ आलिंगन तरसे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अब किसी मोड़ पे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ सुरभित स्पंदन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ बस तुझको पाया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ इतना प्यार! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कुछ न माँग / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
<br />
====[[सेदोका]]====<br />
*[[ छुपा है चाँद / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ घृणा का आचमन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ मुक्त अलकें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ उदास आँखें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अंतिम साँसे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ छल का बल / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ उर में छाले / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ मन की झील / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ उमग पड़ी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ बिके हाट में / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ पास आ बैठे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ उर–कम्पन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ बीता जीवन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ आग की नदी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ कौन अपना? / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ झीलें है सूखी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ अतीत बीता / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ माँगना तुम्हीं / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[राह देखते हम / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[जंगल जागा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ढूँढ नहीं पाओगे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[शुभ्र चन्द्रिके ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मूक हैं गान ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आओ यों करें ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[उगो सूर्य- से / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मधुमय संवाद / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[छककरके पिया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
<br />
====[[चोका]]====<br />
*[[अंकुर बनकर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[अक्षय प्रेम-जल / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अब जाल समेटो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अभिशप्त अप्सरा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[अशान्त मन ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आँखें पोंछ लो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आँधी को रोका / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आँसू जो पोंछे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आए नोचने / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आओ करें तर्पण / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[इन्हें माफ़ न करो! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[उजड़ा सुहाग है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[उमड़ी आँधी ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ओ मेरी संजीवनी ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[ओट हाथ की / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कँटीली शय्या / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[कण-कण से / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कहो किसकी भूल ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[काँटे ही काँटे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[गीले आखर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[घना है वन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[घृणा थी रौंदी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[चन्दन वन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[चलने की बेला है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[चले जाएँगे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[चूमा था भाल / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[चोका 1-2 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[चोका 3-4 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[चोका 5-6 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[चोका 7-8 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[चोका 9-10 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[जीवन छलना है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[जीवन जिया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[डोर चाँदनी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[तरु बिलखा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[तुमको पाया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[नदिया तीरे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[परिभाषा से परे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पाई छुअन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पिंजरे में चिड़िया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[पीर- तरी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[प्रथम ग्रास / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[प्राणों की डोर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[फूल -पाँखुरी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[बीमार मन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[भीगी पलकें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[मन-दर्पण / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मीत पुराने / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[मेरा भी कोई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मेरे सूरज / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[लिखा जो शिलालेख / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[साँझ हो गई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[हमने लिखा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[हारना नहीं / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
-0-<br />
<br />
====[[क्षणिका|क्षणिकाएँ]]====<br />
*[[आहत मन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[अधूरी बातें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[अधरों पर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[उम्र तमाम / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[बहरी कुर्सियाँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[नाम उनका / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
*[[अधिक बाते क्या कहूँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ ]]<br />
<br />
====बाल कविताएँ====<br />
* [[बाल कविताएँ / भाग १ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(मेरी नानी, भारी बस्ता, पत्ता, दादा जी, रोमा)<br />
* [[बाल कविताएँ / भाग २ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(चाचा जी का बन्दर, तारे, तितली रानी, नन्हीं चींटी, मुर्गा बोला)<br />
* [[बाल कविताएँ / भाग ३ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(माली, मोर, माता-पिता, बापू, तिरंगा)<br />
* [[बाल कविताएँ / भाग ४ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(तोता, फल, मोटूराम, मेंढक जी, सवाल)<br />
* [[बाल कविताएँ / भाग ५ / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(रेल चली, हाथी दादा, प्यारे बादल, सावन आया, बादल)<br />
* [[बाल कविताएँ / भाग 6 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(जब खेलने आये बच्चे, हरी पत्तियाँ, अक्कड़-बक्कड़)<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 7 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(लोरी, आ भाई सूरज, धूप की चादर)<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 8 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(हम चाँद बनेंगे, सूरज का गुस्सा, सबसे प्यारे, दो बदमाश )<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 9 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(लाल बुझक्कड़, मेरे मामा, गुड़िया रानी )<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 10 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(मेरा घोड़ा, काली बिल्ली, देश हमारा)<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 11 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(हुआ सवेरा, प्यारे पक्षी, मीठी बोली)<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 12 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(जंगल का गीत, बन्दर अफ़लातून, नटखट बन्दर)<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 13 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(जब सूरज जग जाता है, मेरे घोड़े दौड़ लगा )<br />
* [[बाल कविताएँ / भाग 14 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(गैया, गीत, सर्कस, नेवले की जीत, सवारी)<br />
* [[बाल कविताएँ / भाग 15 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(पेड़ लगाओ, मेरी गुड़िया, विद्यालय, मदारी, प्रार्थना)<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 16 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
::(पेड़ , नीम)<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 17 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' ]]<br />
::( हवा का झोंका, धूप)<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 18 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' ]]<br />
::(बौने दिन , धूप की चादर)<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 19 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' ]]<br />
::(बादल भैया, जगमग तारे)<br />
*[[बाल कविताएँ / भाग 20 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' ]]<br />
::( गुड़िया रानी , मुनिया रानी, ओ मेरी मैया !, खेली ऐसी होली, हरियाली ने बौर सजाया)<br />
*[[खेल-गीत (बाल कविताएँ) / भाग 21 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' ]]<br />
::( अक्कड़-बक्कड़ बम्बे बो, लाल बुझक्कड़ ,जब खेलने आए बच्चे )<br />
*[[पहाड़ी सड़क / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[पगडण्डी / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[अपनी रेल / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[नई भोर / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[ तुम हो बहुत महान् ( प्रार्थना / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[छोटी-छोटी बकरी / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[नन्हे बच्चे / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[किताबें / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[जब सूरज जग जाता है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[हाथी दादा धम्मक-धम्मक / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[कोवा-कोवा का-का-का / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[तुम क्यों आए जंगल में ? / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[धूप / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[धूप मन को भा गई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[सीमाओं की आँखें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ऐसा बल दो हे भगवान / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[बल्लू मोटा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मोटू हाथी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[आई बिल्ली / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]] <br />
*[[चन्दा मेरे घर आना / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[सर्दी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[चिड़िया गीत सुनाती है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[मैं पंछी होता / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]<br />
*[[ छाए बादल / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]<br />
*[[बन्दर मामा / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]</div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE_%E0%A4%95%E0%A5%80_%E0%A4%B6%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%BF_%E0%A4%AA%E0%A5%82%E0%A4%9C%E0%A4%BE_/_%E0%A4%B8%E0%A5%82%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%A4_%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%AA%E0%A4%BE%E0%A4%A0%E0%A5%80_%22%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A4%BE%22_/_%E0%A4%AA%E0%A5%83%E0%A4%B7%E0%A5%8D%E0%A4%A0_%E0%A5%AB&diff=302902
राम की शक्ति पूजा / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला" / पृष्ठ ५
2023-11-08T06:58:35Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"<br />
|संग्रह=अनामिका / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"<br />
}}<br />
[[Category:लम्बी कविता]]<br />
<br />
<< [[राम की शक्ति पूजा / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला" / पृष्ठ ४ | पिछला पृष्ठ]]<br />
<poem><br />
कहकर देखा तूणीर ब्रह्मशर रहा झलक,<br />
ले लिया हस्त, लक-लक करता वह महाफलक।<br />
ले अस्त्र वाम पर, दक्षिण कर दक्षिण लोचन<br />
ले अर्पित करने को उद्यत हो गये सुमन<br />
जिस क्षण बँध गया बेधने को दृग दृढ़ निश्चय,<br />
काँपा ब्रह्माण्ड, हुआ देवी का त्वरित उदय-<br />
"साधु, साधु, साधक धीर, धर्म-धन धन्य राम!"<br />
कह, लिया भगवती ने राघव का हस्त थाम।<br />
देखा राम ने, सामने श्री दुर्गा, भास्वर<br />
वामपद असुर-स्कन्ध पर, रहा दक्षिण हरि पर।<br />
ज्योतिर्मय रूप, हस्त दश विविध अस्त्र सज्जित,<br />
मन्द स्मित मुख, लख हुई विश्व की श्री लज्जित।<br />
हैं दक्षिण में लक्ष्मी, सरस्वती वाम भाग,<br />
दक्षिण गणेश, कार्तिक बायें रणरंग राग,<br />
मस्तक पर शंकर! पदपद्मों पर श्रद्धाभर<br />
श्री राघव हुए प्रणत मन्द स्वर वन्दन कर।<br />
<br />
"होगी जय, होगी जय, हे पुरुषोत्तम नवीन।"<br />
कह महाशक्ति राम के वदन में हुई लीन।<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%AE_%E0%A4%95%E0%A5%80_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A4%E0%A5%80%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B7%E0%A4%BE_%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82...(%E0%A4%B8%E0%A5%89%E0%A4%A8%E0%A5%87%E0%A4%9F)_/_%E0%A4%85%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%A6%E0%A4%BE%E0%A4%B8&diff=302764
प्रेम की प्रतीक्षा में...(सॉनेट) / अनिमा दास
2023-10-31T02:37:20Z
<p>वीरबाला: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अनिमा दास }} {{KKCatKavita}} <poem> प्रेम की प्रत...' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=अनिमा दास<br />
}}<br />
{{KKCatKavita}}<br />
<poem><br />
प्रेम की प्रतीक्षा में तपोवन की तपस्विनी कह रही क्या सुन<br />
मेदिनी वक्ष में कंपन मंद- मंद, ऐसी तेरे स्पंदन की धुन<br />
बूँद-बूँद शीतल-शीतल तेरे स्पर्श से सरित जल कल-कल<br />
मंदार की लालिमा- सा क्यों दमकता तपस्वी मुखमंडल?<br />
<br />
रहे तम संग जैसे शृंग गुहा में खद्योत, ऐसे ही रहूँ त्रास संग<br />
अयि! तपस्वी,मंत्रित कर अरण्य नभ,भर वारिद में सप्तरंग<br />
शतपत्र पर रच काव्यचित्र मेरी काया को कर अभिषिक्त<br />
अयि! तपस्वी,त्रसरेणु- सी विचरती,कर स्वप्न में मुझे रिक्त।<br />
<br />
कह रही तपस्विनी, तपस्वी हृदय की अतृप्त तरुणी<br />
रौप्य-पटल पर कर चित्रित मुग्ध मर्त्य,दे दो मुक्त अरुणी!<br />
तपस्या हुई तृप्त, नहीं है क्षुधा का क्षोभ क्षरित स्वेदबिंदु में<br />
समाप्ति के सौंदर्य से झंकृत बह रही निर्झरिणी सिंधु में।<br />
<br />
अयि तपस्वी! मोक्ष की इस सूक्ष्म धारा में है समय,कर्ता<br />
स्मृति सहेजती तपस्विनी के द्वार पर मोह है मनोहर्ता।<br />
<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%85%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%A6%E0%A4%BE%E0%A4%B8&diff=302763
अनिमा दास
2023-10-31T02:35:44Z
<p>वीरबाला: /* कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ */</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=Anima-das-kavitakosh.jpg<br />
|नाम=अनिमा दास<br />
|उपनाम=<br />
|जन्म=15 सितंबर, 1973<br />
|जन्मस्थान= कटक, ओडिशा <br />
|कृतियाँ=काव्य पुष्पांजलि 2019. शिशिर के शतदल( सोनेट काव्य-संकलन)-2021<br />
|अंग्रेज़ीनाम=Anima Das<br />
|shorturl=<br />
|gadyakosh=<br />
|copyright=अनिमा दास<br />
}}<br />
{{KKCatMahilaRachnakaar}}<br />
<br />
====रचना-संग्रह====<br />
*'''[[काव्य पुष्पांजलि / अनिमा दास]]'''<br />
* '''[[शिशिर के शतदल / अनिमा दास]]'''<br />
====कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ====<br />
*[[मैं ही कथा... मैं ही व्यथा(सोनेट) / अनिमा दास]]<br />
*[[आत्माहुति(सोनेट) / अनिमा दास]]<br />
*[[अरावली का मार्तण्ड(सोनेट) / अनिमा दास]]<br />
*[[अग्निस्नान(सोनेट) / अनिमा दास]]<br />
*[[मौन उद्गार(सोनेट) / अनिमा दास]]<br />
*[[प्रिया मोहन(सोनेट) / अनिमा दास]]<br />
*[[मेघ मल्हार(सोनेट) / अनिमा दास]]<br />
*[[चित्रांगदा(सोनेट) / अनिमा दास]]<br />
*[[मृगनयनी(सोनेट) / अनिमा दास]]<br />
*[[मैं(सोनेट)/ अनिमा दास]]<br />
*[[मृत्यु -कलिका (सोनेट) / अनिमा दास]]<br />
*[[मैं अदृश्या (सॉनेट) / अनिमा दास]]<br />
*[[ऋतु प्रियतमा (सॉनेट) / अनिमा दास]]<br />
*[[पर्वतों की तंद्रा (सॉनेट) / अनिमा दास]]<br />
*[[प्रेम की प्रतीक्षा में...(सॉनेट) / अनिमा दास]]<br />
*[[मैं तटीय सुंदरी / अनिमा दास]]<br />
*[[पेड़ / अनिमा दास]]<br />
*[[दहलीज़ / अनिमा दास]]<br />
*[[दर्पण / अनिमा दास]]</div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%B0_%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%AC%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%27%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%B6%E0%A5%81%27_/_%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%9A%E0%A4%AF&diff=302753
रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' / परिचय
2023-10-29T10:41:28Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKRachnakaarParichay<br />
|रचनाकार=रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'<br />
}}<br />
<br />
रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’<br />
<br />
'''जन्मः''' 19 मार्च,1949 , हरिपुर , जिला-सहारनपुर<br />
<br />
'''प्रकाशित रचनाएँ:''' <br />
'''जन्म :''' 19 मार्च 1949, बेहट जिला सहारनपुर, भारत में।<br><br />
<br />
'''शिक्षा :''' एम. ए.(मेरठ विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी में) , बी. एड. <br><br />
'''प्रकाशित रचनाएँः''' माटी-पानी और हवा,अँजुरी भर आसीस, कुकडूँ कूँ, हुआ सवेरा, मैं घर लौटा, तुम सर्दी की धूप, बनजारा मन, साँझ हो गई, दूधिया धूप, भोर के अधर, मैं लहर तुम्हारी (काव्य-संग्रह), तुम हो मुझमें (नवगीत-संग्रह ),मेरे सात जनम, माटी की नाव, बन्द कर लो द्वार(हाइकु-संग्रह), मिले किनारे (ताँका और चोका संग्रह संयुक्त रूप से डॉ हरदीप सन्धु के साथ), झरे हरसिंगार(ताँका-संग्रह), तीसरा पहर (ताँका,सेदोका,चोका), पंच पल्लव(हाइकु, सेदोका, ताँका, माहिया, क्षणिका ),धरती के आँसू (उपन्यास),दीपा,दूसरा सवेरा(लघु उपन्यास),असभ्य नगर(लघुकथा-संग्रह-दो संस्करण), खूँटी पर टँगी आत्मा(व्यंग्य-संग्रह-3 संस्करण), भाषा-चन्द्रिका (व्याकरण), लघुकथा का वर्त्तमान परिदृश्य, (लघुकथा -समालोचना), सह-अनुभूति एवं काव्य-शिल्प (काव्य-समालोचना), हाइकु आदि काव्य-धारा (जापानी काव्यविधाओं की समालोचना), छन्द -विधान एवं सृजन (रचनात्मक लेखन), गद्य की विभिन्न विधाएँ (रचनात्मक लेखन), लघुकथाओं में सामाजिक सरोकार((विमर्श एवं सृजन ),फुलिया और मुनिया(बालकथा हिन्दी और अंग्रेज़ी,अंग्रेज़ी संस्करण दो बार इटली के विश्व पुस्तक मेले में प्रदर्शित), राष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा हरियाली और पानी(बालकथा), गीड्-गदेड् ओन्डो: दः अ (हरियाली और पानी का हो बोली में ),हरियार और द: अ: (हरियाली और पानी का ‘असुरी’ बोली में),उड़िया, पंजाबी, बोड़ो,कोरवा, गढ़वाली, कोंकणी और गुजराती भाषा में अनुवाद)प्रकाशित, झरना, सोनमछरिया, कुआँ(पोस्टर बाल कविताएँ),रोचक बाल कथाएँ । लोकल कवि का चक्कर(2005 में काशवाणी जबलपुर से नाटक का प्रसारण)।‘ऊँचाई’ लघुकथा पर लघु फ़िल्म। नेपाली, पंजाबी,अंग्रेज़ी, उर्दू, मराठी, गुजराती,संस्कृत ,बांग्ला में अनूदित कुछ रचनाएँ। अन्यः एम. फिल. मेरे सात जनम (कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से राजेश ढल द्वारा),असभ्य नगर एवं अन्य लघुकथाएँः विविध आयाम(उच्च शिक्षा और शोध संस्थान (विश्वविद्यालय विभाग,द.हि.प्र.स.मद्रास से कविता सालोदिया द्वारा), मोनिका बहन कान्तिभाई प्रजापति (सरदार पटेल विश्वविद्यालय वल्लभ विद्यानगर-गुजरात)<br />
<br />
'''अनुवादः''' राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के लिए 2 पुस्तकों का अंग्रेज़ी से हिन्दी में।<br />
<br />
'''सम्पादनः''' सुकेश साहनी, डॉ.भावना कुँअर, डॉ.हरदीप सन्धु, डॉ.कविता भट्ट,और डॉ.ज्योत्स्ना शर्मा के साथ कुल 40 (सम्पादित पुस्तकें। laghukatha.com (सुकेश साहनी के साथ लघुकथा की एकमात्र वेब साइट), www.hindihaiku.wordpress.com तथा http://www.trivenii.com/ के डॉ. हरदीप कौर सन्धु के साथ सहयोगी सम्पादक। हिन्दी चेतना के सम्पादक।<br />
<br />
'''प्रसारणः''' रेडियो सीलोन,आकाशवाणी गुवाहाटी, रामपुर, नज़ीबाबाद , अम्बिकापुर एवं जबलपुर , दूरदर्शन हिसार, टैग टी.वी.और सी. एन.(कैनेडा )से।<br />
<br />
'''सम्प्रतिः''' केन्द्रीय विद्यालय के प्राचार्य-पद से सेवानिवृत्त), स्वतन्त्र लेखन।<br />
'''सम्पर्कः''' ई-मेलः rdkamboj@gmail.com</div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%A1%E0%A4%BC%E0%A4%BE_%E0%A4%86%E0%A4%AF%E0%A4%BE_/_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%82%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%97%E0%A5%81%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%BE&diff=302743
जाड़ा आया / प्रियंका गुप्ता
2023-10-28T06:34:47Z
<p>वीरबाला: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=प्रियंका गुप्ता }} Category:बाल-कविताए...' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=प्रियंका गुप्ता<br />
<br />
}}<br />
[[Category:बाल-कविताएँ]]<br />
<poem><br />
जाड़ा आया, जाड़ा आया<br />
आते उसने हुकुम चलाया<br />
मफ़लर, स्वेटर, कोट निकालो<br />
साथ रजाई शाल भी लाओ<br />
<br />
जाड़ा आया, जाड़ा आया<br />
मूँगफली का मौसम लाया<br />
कुल्फ़ी-आइस्क्रीम गए सब<br />
नए-नए पकवान हुए अब<br />
<br />
जाड़ा आया, जाड़ा आया<br />
घर में नई व्यवस्था लाया<br />
दादा बैठे ओढ़ रजाई<br />
बबलू बैठा ओढ़ दुलाई<br />
<br />
जाड़ा आया, जाड़ा आया<br />
मम्मी बोली ऊधम लाया<br />
पापा कहते यह लो भाई<br />
अब तो रोज बदलनी टाई<br />
</poem><br />
<br />
-0-</div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A5%80_%E0%A4%9B%E0%A4%9F%E0%A4%BE_/_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%82%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%97%E0%A5%81%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%BE&diff=302742
निराली छटा / प्रियंका गुप्ता
2023-10-28T06:33:45Z
<p>वीरबाला: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=प्रियंका गुप्ता }} Category:बाल-कविताए...' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=प्रियंका गुप्ता<br />
}}<br />
[[Category:बाल-कविताएँ]]<br />
<poem><br />
चन्दा चमके चम-चम-चम-चम<br />
दिप-दिप करते तारे<br />
अँधियार-_सी रातों में<br />
लगते हैं ये प्यारे<br />
दमक-दमककर सूरज दमके<br />
बादल बरसे घन-घन<br />
कड़क-कड़ककर बिजली चमके<br />
हवा चले है सन-सन<br />
प्रकृति की हर छटा निराली<br />
हर रूप में भाती है<br />
सुख-दुःख में तुम कभी न रुकना<br />
ये हमको सिखलाती है ।<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%82%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%97%E0%A5%81%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%BE&diff=302741
प्रियंका गुप्ता
2023-10-28T06:32:18Z
<p>वीरबाला: /* बाल कविताएँ */</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=Priyanka-gupta-kavitakosh.jpeg<br />
|नाम=प्रियंका गुप्ता<br />
|उपनाम=<br />
|जन्म=31 अक्टूबर 1978<br />
|जन्मस्थान=कानपुर, उत्तर प्रदेश <br />
|मृत्यु=<br />
|कृतियाँ=<br />
|विविध=<br />
|जीवनी=[[प्रियंका गुप्ता / परिचय]]<br />
|अंग्रेज़ीनाम=Priyanka gupta<br />
|shorturl=<br />
|gadyakosh=<br />
|copyright=प्रियंका गुप्ता<br />
}}<br />
{{KKCatMahilaRachnakaar}}<br />
{{KKCatUttarPradesh}}<br />
====कविताएँ====<br />
* [[मैं डरती हूँ / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[सपनों का मर जाना / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[सराय / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[फ़र्क पड़ता है / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[मैं रचूँगा / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[चाँद फिर-फिर आएगा / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[पासपोर्ट / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[क्षणिकाएँ / प्रियंका गुप्ता]]<br />
<br />
====बाल कविताएँ====<br />
*[[निराली छटा / प्रियंका गुप्ता]]<br />
*[[जाड़ा आया / प्रियंका गुप्ता]]<br />
<br />
====हाइकु====<br />
* [[हाइकु 1 / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[हाइकु 2 / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[हाइकु 3 / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[हाइकु 4 / प्रियंका गुप्ता]]<br />
<br />
====माहिया====<br />
* [[ये बात पुरानी है / प्रियंका गुप्ता]]<br />
<br />
====चोका====<br />
* [[भुट्टा और ज़िन्दगी / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[मन का दर्द / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[रिश्ता / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[बचपन के दिन / प्रियंका गुप्ता]]<br />
====ताँका ====<br />
* [[आँगन में फुदके / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[उगता सूर्य / प्रियंका गुप्ता]]<br />
====सेदोका====<br />
[[-ख़्वाब जो टूटे / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[मन का पाखी / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[जीवन भर / प्रियंका गुप्ता]]</div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%82%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%97%E0%A5%81%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%BE&diff=302740
प्रियंका गुप्ता
2023-10-28T06:30:56Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=Priyanka-gupta-kavitakosh.jpeg<br />
|नाम=प्रियंका गुप्ता<br />
|उपनाम=<br />
|जन्म=31 अक्टूबर 1978<br />
|जन्मस्थान=कानपुर, उत्तर प्रदेश <br />
|मृत्यु=<br />
|कृतियाँ=<br />
|विविध=<br />
|जीवनी=[[प्रियंका गुप्ता / परिचय]]<br />
|अंग्रेज़ीनाम=Priyanka gupta<br />
|shorturl=<br />
|gadyakosh=<br />
|copyright=प्रियंका गुप्ता<br />
}}<br />
{{KKCatMahilaRachnakaar}}<br />
{{KKCatUttarPradesh}}<br />
====कविताएँ====<br />
* [[मैं डरती हूँ / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[सपनों का मर जाना / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[सराय / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[फ़र्क पड़ता है / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[मैं रचूँगा / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[चाँद फिर-फिर आएगा / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[पासपोर्ट / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[क्षणिकाएँ / प्रियंका गुप्ता]]<br />
<br />
====बाल कविताएँ====<br />
====हाइकु====<br />
* [[हाइकु 1 / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[हाइकु 2 / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[हाइकु 3 / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[हाइकु 4 / प्रियंका गुप्ता]]<br />
<br />
====माहिया====<br />
* [[ये बात पुरानी है / प्रियंका गुप्ता]]<br />
<br />
====चोका====<br />
* [[भुट्टा और ज़िन्दगी / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[मन का दर्द / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[रिश्ता / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[बचपन के दिन / प्रियंका गुप्ता]]<br />
====ताँका ====<br />
* [[आँगन में फुदके / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[उगता सूर्य / प्रियंका गुप्ता]]<br />
====सेदोका====<br />
[[-ख़्वाब जो टूटे / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[मन का पाखी / प्रियंका गुप्ता]]<br />
* [[जीवन भर / प्रियंका गुप्ता]]</div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%80%E0%A4%A4_%E0%A4%AE%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A4%A8_%E0%A4%94%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%AF&diff=302739
विनीत मोहन औदिच्य
2023-10-28T02:49:02Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=Vineet-mohan-audichya-kavitakosh.jpg<br />
|नाम=विनीत मोहन औदिच्य<br />
|उपनाम=<br />
|जन्म=10 फ़रवरी 1961<br />
|जन्मस्थान=करहल, जिला - मैनपुरी, उ. प्र. (भारत) <br />
|मृत्यु=<br />
|कृतियाँ=खुशबू ए सुखन (ग़ज़ल- संग्रह 2014), काव्य -प्रवाह (काव्य- संग्रह - 2015), भाव स्रोतस्विनी (काव्य- संग्रह - 2019), कारवाँ ए ग़ज़ल(ग़ज़ल -संग्रह 2019), अंदाज़ ए सुख़न(ग़ज़ल -संग्रह 2020), प्रतीची से प्राची पर्यंत - (अंग्रेज़ी से हिन्दी में अनूदित सोनेट संग्रह – भाग-1 प्रतीची- 2020), कारवां ए सुखन (2021) <br />
|विविध=<br />
|जीवनी=[[विनीत मोहन औदिच्य / परिचय]]<br />
|अंग्रेज़ीनाम=Vineet Mohan Audichya<br />
|shorturl=<br />
|gadyakosh=<br />
|copyright=विनीत मोहन औदिच्य<br />
}}<br />
{{KKCatUttarPradesh}}<br />
<br />
*'''[[ओ प्रिया !!! / विनीत मोहन औदिच्य]]'''<br />
*'''[[सिक्त स्वरों के सोनेट / विनीत मोहन औदिच्य]]'''<br />
*[[सॉनेटः स्वरूप और इतिहास / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
<br />
====कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ====<br />
*[[मृग मरीचिका / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[शाश्वत सत्य / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[प्रेम चातक / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[जीवन तरिणी / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[पाषाण शिला / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[सोनेट-1-3 / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[सोनेट-4-6 / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[ निष्काम प्रीति / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[मैंने धूप के दिनों में(आइ सॉ रेनिंग इन द सनी डेज)सॉनेट / गिया कोमो दा लेंटीनी / विनीत मोहन औदिच्य]] <br />
*[[एक दिन लिखा मैंने उसका नाम (वनडे आई रोट हर नेम) सॉनेट / एडमंड स्पेंसर / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[एक विदाई (ए पार्टिंग) सॉनेट / माइकेल ड्राइटन / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[आत्मा का विस्तार (द एक्सपेंन्स आफ स्पिरिट) सॉनेट/ विलियम शेक्सपियर / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[बिन जिया जीवन (लाइफ अनलिव्ड सॉनेट / जॉन पायने / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[मृत्यु (डेथ) सॉनेट/ थामस हुड / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[विश्व से अत्यधिक है (द वर्ल्ड इज ठू मच विथ अस) सॉनेट/ विलियम वर्ड्सवर्थ / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[समय के लिए (टू टाइम) सॉनेट / चार्ल्स स्ट्रांग / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[पुर्तगीज से सॅानेट (सॅानेट्स फ्राम पुर्तगीज) सॉनेट/ ऐलिजाबेथ बैरेट ब्राउनिंग / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[सत्य से अधिक (मोर दैन ट्रुथ) सॉनेट /मार्क आन्द्रे राफालोविच /विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[स्वयं अपने में (इन्टू माय ओन) सॉनेट/ राबर्ट फ्रास्ट / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[अधरों ने चूमा? (व्हाट लिप्स माई लिप्स हैव किस्ड)सॉनेट / एडना सेंट विंसेंट मिल्ले /विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
<br />
<br />
*[[रासलीला / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[थकित सा पथिक / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[शाश्वत मूल्य / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[माँ भारती / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[नया तुम गीत सुनाओ / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[है मिलन की यह घड़ी / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[यही है कामना मन की / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[जो स्वप्न से जगे नहीं / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[वेदना की राह में / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[पाप की गागर / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[प्रेम है अपना अधूरा / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[अवर्णित पीर / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[अवर्णित पीर-2 / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
<br />
*[[ग़ज़ल-1-3 / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[ग़ज़ल-4-6 / विनीत मोहन औदिच्य]]</div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%86%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%BE%E0%A4%B0_(%E0%A4%A6_%E0%A4%8F%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B8%E0%A4%AA%E0%A5%87%E0%A4%82%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%B8_%E0%A4%86%E0%A4%AB_%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%AA%E0%A4%BF%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%9F)_%E0%A4%B8%E0%A5%89%E0%A4%A8%E0%A5%87%E0%A4%9F/_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%AE_%E0%A4%B6%E0%A5%87%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B8%E0%A4%AA%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%B0_/_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%80%E0%A4%A4_%E0%A4%AE%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A4%A8_%E0%A4%94%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%AF&diff=302738
आत्मा का विस्तार (द एक्सपेंन्स आफ स्पिरिट) सॉनेट/ विलियम शेक्सपियर / विनीत मोहन औदिच्य
2023-10-28T02:48:22Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=विनीत मोहन औदिच्य <br />
}}<br />
{{KKCatKavita}}<br />
<poem><br />
<br />
अत्यंत लज्जा जनक होता व्यापक शक्ति का व्यर्थ क्षरण<br />
संभोग की इतिश्री से रतिक्रिया अंत तक वासना रहे पास<br />
निर्मम कामुकता कराती वचन भंग, दोषारोपण, लाती मरण<br />
असभ्य, अतिरंजित, जंगली, जिस पर न हो सकता विश्वास ।<br />
<br />
सुखानिभूति उपरांत अविलम्ब उपजाती अप्रिय विरक्ति<br />
पूर्व में खोजी जाती व्यग्रता से, लक्ष्य सिद्धि उपरांत<br />
होती कारक घृणा का, ज्यों मत्स्य की प्रलोभन अनुरक्ति<br />
जो जाल बिछाया जाता प्राप्त कर्ता को करने अशांत ।<br />
<br />
अनुसरण और प्राप्ति में करती है ये वासना उन्मत्त<br />
पाकर, पाते हुए और पाने की खोज में टूटती हर सीमा<br />
प्राप्ति कराती स्वर्गीय अनुभूति, लाती व्यथा हो कर प्रदत्त<br />
पूर्व में संभावित आनंद, समाप्ति पर शेष रहता स्वप्न धीमा।<br />
<br />
विश्व को है सर्व विदित, फिर भी कोई न जान पाता!<br />
त्याग देता मनुज स्वर्ग जो इसे नरक- द्वार तक ले जाता।।<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%86%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%BE%E0%A4%B0_(%E0%A4%A6_%E0%A4%8F%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B8%E0%A4%AA%E0%A5%87%E0%A4%82%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%B8_%E0%A4%86%E0%A4%AB_%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%AA%E0%A4%BF%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%9F)_%E0%A4%B8%E0%A5%89%E0%A4%A8%E0%A5%87%E0%A4%9F/_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%AE_%E0%A4%B6%E0%A5%87%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B8%E0%A4%AA%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%B0_/_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%80%E0%A4%A4_%E0%A4%AE%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A4%A8_%E0%A4%94%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%AF&diff=302737
आत्मा का विस्तार (द एक्सपेंन्स आफ स्पिरिट) सॉनेट/ विलियम शेक्सपियर / विनीत मोहन औदिच्य
2023-10-28T02:47:37Z
<p>वीरबाला: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विनीत मोहन औदिच्य }} {{KKCatKavita}} <poem> अत्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=विनीत मोहन औदिच्य <br />
}}<br />
{{KKCatKavita}}<br />
<poem><br />
<br />
अत्यंत लज्जा जनक होता व्यापक शक्ति का व्यर्थ क्षरण<br />
संभोग की इतिश्री से रतिक्रिया अंत तक वासना रहे पास<br />
निर्मम कामुकता कराती वचन भंग, दोषारोपण, लाती मरण<br />
असभ्य, अतिरंजित, जंगली, जिस पर न हो सकता विश्वास ।<br />
<br />
सुखानिभूति उपरांत अविलम्ब उपजाती अप्रिय विरक्ति<br />
पूर्व में खोजी जाती व्यग्रता से, लक्ष्य सिद्धि उपरांत<br />
होती कारक घृणा का, ज्यों मत्स्य की प्रलोभन अनुरक्ति<br />
जो जाल बिछाया जाता प्राप्त कर्ता को करने अशांत ।<br />
<br />
अनुसरण और प्राप्ति में करती है ये वासना उन्मत्त<br />
पाकर, पाते हुए और पाने की खोज में टूटती हर सीमा<br />
प्राप्ति कराती स्वर्गीय अनुभूति, लाती व्यथा हो कर प्रदत्त<br />
पूर्व में संभावित आनंद, समाप्ति पर शेष रहता स्वप्न धीमा।<br />
<br />
विश्व को है सर्व विदित, फिर भी कोई न जान पाता!<br />
त्याग देता मनुज स्वर्ग जो इसे नर्क द्वार तक ले जाता।।<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%80%E0%A4%A4_%E0%A4%AE%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A4%A8_%E0%A4%94%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%AF&diff=302736
विनीत मोहन औदिच्य
2023-10-28T02:46:35Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=Vineet-mohan-audichya-kavitakosh.jpg<br />
|नाम=विनीत मोहन औदिच्य<br />
|उपनाम=<br />
|जन्म=10 फ़रवरी 1961<br />
|जन्मस्थान=करहल, जिला - मैनपुरी, उ. प्र. (भारत) <br />
|मृत्यु=<br />
|कृतियाँ=खुशबू ए सुखन (ग़ज़ल- संग्रह 2014), काव्य -प्रवाह (काव्य- संग्रह - 2015), भाव स्रोतस्विनी (काव्य- संग्रह - 2019), कारवाँ ए ग़ज़ल(ग़ज़ल -संग्रह 2019), अंदाज़ ए सुख़न(ग़ज़ल -संग्रह 2020), प्रतीची से प्राची पर्यंत - (अंग्रेज़ी से हिन्दी में अनूदित सोनेट संग्रह – भाग-1 प्रतीची- 2020), कारवां ए सुखन (2021) <br />
|विविध=<br />
|जीवनी=[[विनीत मोहन औदिच्य / परिचय]]<br />
|अंग्रेज़ीनाम=Vineet Mohan Audichya<br />
|shorturl=<br />
|gadyakosh=<br />
|copyright=विनीत मोहन औदिच्य<br />
}}<br />
{{KKCatUttarPradesh}}<br />
<br />
*'''[[ओ प्रिया !!! / विनीत मोहन औदिच्य]]'''<br />
*'''[[सिक्त स्वरों के सोनेट / विनीत मोहन औदिच्य]]'''<br />
*[[सॉनेटः स्वरूप और इतिहास / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
<br />
====कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ====<br />
*[[मृग मरीचिका / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[शाश्वत सत्य / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[प्रेम चातक / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[जीवन तरिणी / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[पाषाण शिला / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[सोनेट-1-3 / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[सोनेट-4-6 / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[ निष्काम प्रीति / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[मैंने धूप के दिनों में(आइ सॉ रेनिंग इन द सनी डेज)सॉनेट / गिया कोमो दा लेंटीनी / विनीत मोहन औदिच्य]] <br />
*[[एक दिन लिखा मैंने उसका नाम (वनडे आई रोट हर नेम) सॉनेट / एडमंड स्पेंसर / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[एक विदाई (ए पार्टिंग) सॉनेट / माइकेल ड्राइटन / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[आत्मा का विस्तार (द एक्सपेंन्स आफ स्पिरिट) सॉनेट/ विलियम शेक्सपियर / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[आत्मा का विस्तार (द एक्सपेंन्स आफ स्पिरिट0 सॉनेट/ विलियम शेक्सपियर / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[बिन जिया जीवन (लाइफ अनलिव्ड सॉनेट / जॉन पायने / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[मृत्यु (डेथ) सॉनेट/ थामस हुड / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[विश्व से अत्यधिक है (द वर्ल्ड इज ठू मच विथ अस) सॉनेट/ विलियम वर्ड्सवर्थ / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[समय के लिए (टू टाइम) सॉनेट / चार्ल्स स्ट्रांग / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[पुर्तगीज से सॅानेट (सॅानेट्स फ्राम पुर्तगीज) सॉनेट/ ऐलिजाबेथ बैरेट ब्राउनिंग / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[सत्य से अधिक (मोर दैन ट्रुथ) सॉनेट /मार्क आन्द्रे राफालोविच /विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[स्वयं अपने में (इन्टू माय ओन) सॉनेट/ राबर्ट फ्रास्ट / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[अधरों ने चूमा? (व्हाट लिप्स माई लिप्स हैव किस्ड)सॉनेट / एडना सेंट विंसेंट मिल्ले /विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
<br />
<br />
*[[रासलीला / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[थकित सा पथिक / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[शाश्वत मूल्य / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[माँ भारती / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[नया तुम गीत सुनाओ / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[है मिलन की यह घड़ी / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[यही है कामना मन की / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[जो स्वप्न से जगे नहीं / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[वेदना की राह में / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[पाप की गागर / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[प्रेम है अपना अधूरा / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[अवर्णित पीर / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[अवर्णित पीर-2 / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
<br />
*[[ग़ज़ल-1-3 / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[ग़ज़ल-4-6 / विनीत मोहन औदिच्य]]</div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B8%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%AF_%E0%A4%B8%E0%A5%87_%E0%A4%85%E0%A4%A7%E0%A4%BF%E0%A4%95_(%E0%A4%AE%E0%A5%8B%E0%A4%B0_%E0%A4%A6%E0%A5%88%E0%A4%A8_%E0%A4%9F%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%81%E0%A4%A5)_%E0%A4%B8%E0%A5%89%E0%A4%A8%E0%A5%87%E0%A4%9F_/%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%95_%E0%A4%86%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%87_%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AB%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A5%8B%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%9A_/%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%80%E0%A4%A4_%E0%A4%AE%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A4%A8_%E0%A4%94%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%AF&diff=302735
सत्य से अधिक (मोर दैन ट्रुथ) सॉनेट /मार्क आन्द्रे राफालोविच /विनीत मोहन औदिच्य
2023-10-28T02:41:27Z
<p>वीरबाला: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विनीत मोहन औदिच्य }} {{KKCatKavita}} <poem> अब न...' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=विनीत मोहन औदिच्य <br />
}}<br />
{{KKCatKavita}}<br />
<poem><br />
अब नहीं जानता मैं कि तुम हो अनिद्य सुंदरी भी<br />
या सत्य मेरी दृष्टि को करेगा अपमानित<br />
मैं यह भी न जानता कि अन्य लोग करेंगे तनिक चिंता भी<br />
बनाने के लिए तुम्हारे चेहरे को, मधुर स्वर्ग अपरिमित ।<br />
<br />
पर दूसरों के द्वारा कहे शब्द, क्या हैं मेरे लिए?<br />
उनके विचार, उनकी हंसी, उनकी मूर्खतापूर्ण दृष्टि<br />
क्या तुम नहीं रहे हो संदेश मेरे गालों के लिए?<br />
बताने के लिए समीप आ रहे मार्गों की समष्टि ।<br />
<br />
मेरी रगों में विचित्र सा रक्त प्रवाहित है होता<br />
एक घंटी, मेरे हृदय की धड़कनों पर करती प्रहार<br />
समर्पित जीवन गौरव से आता और है जाता<br />
प्रज्जवलित नयन, खुले अधर जो न कर सके पुकार ।<br />
<br />
क्या नहीं छुपा है मेरे जीवन में तुम्हारा जीवन?<br />
और मेरी आत्मा में तुम्हारी आत्मा, न जाने कोई जन ।।<br />
</poem><br />
<br />
-0-</div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%AF%E0%A4%82_%E0%A4%85%E0%A4%AA%E0%A4%A8%E0%A5%87_%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82_(%E0%A4%87%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%9F%E0%A5%82_%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%AF_%E0%A4%93%E0%A4%A8)_%E0%A4%B8%E0%A5%89%E0%A4%A8%E0%A5%87%E0%A4%9F/_%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AC%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%9F_%E0%A4%AB%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%9F_/_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%80%E0%A4%A4_%E0%A4%AE%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A4%A8_%E0%A4%94%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%AF&diff=302734
स्वयं अपने में (इन्टू माय ओन) सॉनेट/ राबर्ट फ्रास्ट / विनीत मोहन औदिच्य
2023-10-28T02:40:24Z
<p>वीरबाला: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विनीत मोहन औदिच्य }} {{KKCatKavita}} <poem> मेरी...' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=विनीत मोहन औदिच्य <br />
}}<br />
{{KKCatKavita}}<br />
<poem><br />
मेरी इच्छाओं में से एक है कि वे तम आच्छादित वृक्ष घन,<br />
जो हैं इतने पुरातन व सशक्त कि दृष्टिगोचर न होती पवन<br />
काश! यह नहीं होता कदाचित् नैराश्य मात्र का आवरण<br />
किंतु जो खिंचते हुए करता स्पर्श, भविष्य का अंतिम चरण ।<br />
<br />
मुझे नहीं किया जाना चाहिए अवरुद्ध, कभी किसी दिन<br />
उनकी व्यापकता में हो जाना चाहिए मुझे लुप्त लेकिन<br />
कभी खुला मैदान पाने के भय से होकर सर्वथा मुक्त वहाँ<br />
या कोई राजमार्ग, धीमे पहिये उगलते हैं रेत कण जहाँ ।<br />
<br />
नहीं कोई कारण देख पाता जो मैं पीठ दिखाऊँ कभी<br />
और उन्हें नहीं चाहिए, मेरे मार्ग पर आगे बढ़ना अभी<br />
मुझ पर बढ़त लेने हेतु, मेरी अनुपस्थिति चुभती जिनको<br />
और जो चाहेंगे जानना कि क्या प्रिय मानता हूँ मैं उनको?<br />
<br />
नहीं पाएँगे वो मुझमें परिवर्तन, जो थे पूर्व से ही सुपरिचित<br />
सत्य होगा मेरा विचार, जो मुझे आश्वस्त करेगा अपरिमित ।।<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%85%E0%A4%A7%E0%A4%B0%E0%A5%8B%E0%A4%82_%E0%A4%A8%E0%A5%87_%E0%A4%9A%E0%A5%82%E0%A4%AE%E0%A4%BE%3F_(%E0%A4%B5%E0%A5%8D%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%9F_%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B8_%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%88_%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B8_%E0%A4%B9%E0%A5%88%E0%A4%B5_%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A1)%E0%A4%B8%E0%A5%89%E0%A4%A8%E0%A5%87%E0%A4%9F_/_%E0%A4%8F%E0%A4%A1%E0%A4%A8%E0%A4%BE_%E0%A4%B8%E0%A5%87%E0%A4%82%E0%A4%9F_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%B8%E0%A5%87%E0%A4%82%E0%A4%9F_%E0%A4%AE%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A5%8D%E0%A4%B2%E0%A5%87_/%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%80%E0%A4%A4_%E0%A4%AE%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A4%A8_%E0%A4%94%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%AF&diff=302733
अधरों ने चूमा? (व्हाट लिप्स माई लिप्स हैव किस्ड)सॉनेट / एडना सेंट विंसेंट मिल्ले /विनीत मोहन औदिच्य
2023-10-28T02:39:45Z
<p>वीरबाला: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विनीत मोहन औदिच्य }} {{KKCatKavita}} <poem> किन...' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=विनीत मोहन औदिच्य <br />
}}<br />
{{KKCatKavita}}<br />
<poem><br />
किन अधरों का मेरे अधरों ने होगा चुंबन लिया?<br />
मुझे पूर्णतः हो चुका है विस्मृत यह<br />
कौन सी भुजाओं के नीचे रहा मेरा सिर सुबह<br />
बारिश है प्रेतों भरी, आहें भर कर खटखटाया<br />
शीशे पर, और प्रति उत्तर सुनने का प्रयास किया<br />
और मेरे हृदय में घुमड़ती है पीड़ा जो न पाती सह<br />
उन स्मरण न रखे गए प्रेमियों की जो न सके कह<br />
उन्होंने दोबारा अर्ध रात्रि में कभी नहीं चिल्लाया ।<br />
<br />
इस प्रकार शीत ऋतु में एकाकी वृक्ष रहता खड़ा<br />
जो नहीं जानता एक एक कर कौन पक्षी उड़ गए<br />
इसकी शाखाएँ हैं पहले से कहीं शांत, यह जानता ।<br />
<br />
मैं नहीं जानूँ कि कौन प्रेमी आए यहाँ, कौन गए चले<br />
केवल इतना है ज्ञात कि मुझमें ग्रीष्म ने संगीत छेड़ा<br />
कुछ देर तक, अब वह मेरे अंदर और नहीं गाता।<br />
<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%80%E0%A4%A4_%E0%A4%AE%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A4%A8_%E0%A4%94%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%AF&diff=302732
विनीत मोहन औदिच्य
2023-10-28T02:38:36Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=Vineet-mohan-audichya-kavitakosh.jpg<br />
|नाम=विनीत मोहन औदिच्य<br />
|उपनाम=<br />
|जन्म=10 फ़रवरी 1961<br />
|जन्मस्थान=करहल, जिला - मैनपुरी, उ. प्र. (भारत) <br />
|मृत्यु=<br />
|कृतियाँ=खुशबू ए सुखन (ग़ज़ल- संग्रह 2014), काव्य -प्रवाह (काव्य- संग्रह - 2015), भाव स्रोतस्विनी (काव्य- संग्रह - 2019), कारवाँ ए ग़ज़ल(ग़ज़ल -संग्रह 2019), अंदाज़ ए सुख़न(ग़ज़ल -संग्रह 2020), प्रतीची से प्राची पर्यंत - (अंग्रेज़ी से हिन्दी में अनूदित सोनेट संग्रह – भाग-1 प्रतीची- 2020), कारवां ए सुखन (2021) <br />
|विविध=<br />
|जीवनी=[[विनीत मोहन औदिच्य / परिचय]]<br />
|अंग्रेज़ीनाम=Vineet Mohan Audichya<br />
|shorturl=<br />
|gadyakosh=<br />
|copyright=विनीत मोहन औदिच्य<br />
}}<br />
{{KKCatUttarPradesh}}<br />
<br />
*'''[[ओ प्रिया !!! / विनीत मोहन औदिच्य]]'''<br />
*'''[[सिक्त स्वरों के सोनेट / विनीत मोहन औदिच्य]]'''<br />
*[[सॉनेटः स्वरूप और इतिहास / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
<br />
====कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ====<br />
*[[मृग मरीचिका / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[शाश्वत सत्य / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[प्रेम चातक / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[जीवन तरिणी / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[पाषाण शिला / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[सोनेट-1-3 / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[सोनेट-4-6 / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[ निष्काम प्रीति / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[मैंने धूप के दिनों में(आइ सॉ रेनिंग इन द सनी डेज)सॉनेट / गिया कोमो दा लेंटीनी / विनीत मोहन औदिच्य]] <br />
*[[एक दिन लिखा मैंने उसका नाम (वनडे आई रोट हर नेम) सॉनेट / एडमंड स्पेंसर / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[एक विदाई (ए पार्टिंग) सॉनेट / माइकेल ड्राइटन / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[आत्मा का विस्तार (द एक्सपेंन्स आफ स्पिरिट0 सॉनेट/ विलियम शेक्सपियर / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[बिन जिया जीवन (लाइफ अनलिव्ड सॉनेट / जॉन पायने / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[मृत्यु (डेथ) सॉनेट/ थामस हुड / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[विश्व से अत्यधिक है (द वर्ल्ड इज ठू मच विथ अस) सॉनेट/ विलियम वर्ड्सवर्थ / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[समय के लिए (टू टाइम) सॉनेट / चार्ल्स स्ट्रांग / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[पुर्तगीज से सॅानेट (सॅानेट्स फ्राम पुर्तगीज) सॉनेट/ ऐलिजाबेथ बैरेट ब्राउनिंग / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[सत्य से अधिक (मोर दैन ट्रुथ) सॉनेट /मार्क आन्द्रे राफालोविच /विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[स्वयं अपने में (इन्टू माय ओन) सॉनेट/ राबर्ट फ्रास्ट / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[अधरों ने चूमा? (व्हाट लिप्स माई लिप्स हैव किस्ड)सॉनेट / एडना सेंट विंसेंट मिल्ले /विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
<br />
<br />
*[[रासलीला / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[थकित सा पथिक / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[शाश्वत मूल्य / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[माँ भारती / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[नया तुम गीत सुनाओ / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[है मिलन की यह घड़ी / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[यही है कामना मन की / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[जो स्वप्न से जगे नहीं / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[वेदना की राह में / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[पाप की गागर / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[प्रेम है अपना अधूरा / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[अवर्णित पीर / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[अवर्णित पीर-2 / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
<br />
*[[ग़ज़ल-1-3 / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[ग़ज़ल-4-6 / विनीत मोहन औदिच्य]]</div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%80%E0%A4%A4_%E0%A4%AE%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A4%A8_%E0%A4%94%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%AF&diff=302731
विनीत मोहन औदिच्य
2023-10-28T02:37:00Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=Vineet-mohan-audichya-kavitakosh.jpg<br />
|नाम=विनीत मोहन औदिच्य<br />
|उपनाम=<br />
|जन्म=10 फ़रवरी 1961<br />
|जन्मस्थान=करहल, जिला - मैनपुरी, उ. प्र. (भारत) <br />
|मृत्यु=<br />
|कृतियाँ=खुशबू ए सुखन (ग़ज़ल- संग्रह 2014), काव्य -प्रवाह (काव्य- संग्रह - 2015), भाव स्रोतस्विनी (काव्य- संग्रह - 2019), कारवाँ ए ग़ज़ल(ग़ज़ल -संग्रह 2019), अंदाज़ ए सुख़न(ग़ज़ल -संग्रह 2020), प्रतीची से प्राची पर्यंत - (अंग्रेज़ी से हिन्दी में अनूदित सोनेट संग्रह – भाग-1 प्रतीची- 2020), कारवां ए सुखन (2021) <br />
|विविध=<br />
|जीवनी=[[विनीत मोहन औदिच्य / परिचय]]<br />
|अंग्रेज़ीनाम=Vineet Mohan Audichya<br />
|shorturl=<br />
|gadyakosh=<br />
|copyright=विनीत मोहन औदिच्य<br />
}}<br />
{{KKCatUttarPradesh}}<br />
<br />
*'''[[ओ प्रिया !!! / विनीत मोहन औदिच्य]]'''<br />
*'''[[सिक्त स्वरों के सोनेट / विनीत मोहन औदिच्य]]'''<br />
*[[सॉनेटः स्वरूप और इतिहास / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
<br />
====कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ====<br />
*[[मृग मरीचिका / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[शाश्वत सत्य / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[प्रेम चातक / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[जीवन तरिणी / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[पाषाण शिला / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[सोनेट-1-3 / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[सोनेट-4-6 / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[ निष्काम प्रीति / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[मैंने धूप के दिनों में(आइ सॉ रेनिंग इन द सनी डेज)सॉनेट / गिया कोमो दा लेंटीनी / विनीत मोहन औदिच्य]] <br />
*[[एक दिन लिखा मैंने उसका नाम (वनडे आई रोट हर नेम) सॉनेट / एडमंड स्पेंसर / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[एक विदाई (ए पार्टिंग) सॉनेट / माइकेल ड्राइटन / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[आत्मा का विस्तार (द एक्सपेंन्स आफ स्पिरिट0 सॉनेट/ विलियम शेक्सपियर / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[बिन जिया जीवन (लाइफ अनलिव्ड सॉनेट / जॉन पायने / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[मृत्यु (डेथ) सॉनेट/ थामस हुड / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[विश्व से अत्यधिक है (द वर्ल्ड इज ठू मच विथ अस) सॉनेट/ विलियम वर्ड्सवर्थ / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[समय के लिए (टू टाइम) सॉनेट / चार्ल्स स्ट्रांग / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[पुर्तगीज से सॅानेट (सॅानेट्स फ्राम पुर्तगीज) सॉनेट/ ऐलिजाबेथ बैरेट ब्राउनिंग / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[सत्य से अधिक (मोर दैन ट्रुथ) सॉनेट /मार्क आन्द्रे राफालोविच /विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[स्वयं अपने में (इन्टू माय ओन) सॉनेट/ राबर्ट फ्रास्ट / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[किन अधरों को मेरे अधरों ने चूमा? (व्हाट लिप्स माई लिप्स हैव किस्ड)सॉनेट / एडना सेंट विंसेंट मिल्ले /विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
<br />
<br />
*[[रासलीला / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[थकित सा पथिक / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[शाश्वत मूल्य / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[माँ भारती / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[नया तुम गीत सुनाओ / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[है मिलन की यह घड़ी / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[यही है कामना मन की / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[जो स्वप्न से जगे नहीं / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[वेदना की राह में / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[पाप की गागर / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[प्रेम है अपना अधूरा / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[अवर्णित पीर / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[अवर्णित पीर-2 / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
<br />
*[[ग़ज़ल-1-3 / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[ग़ज़ल-4-6 / विनीत मोहन औदिच्य]]</div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%97%E0%A5%80%E0%A4%9C_%E0%A4%B8%E0%A5%87_%E0%A4%B8%E0%A5%85%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%87%E0%A4%9F_(%E0%A4%B8%E0%A5%85%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%87%E0%A4%9F%E0%A5%8D%E0%A4%B8_%E0%A4%AB%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE_%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%97%E0%A5%80%E0%A4%9C)_%E0%A4%B8%E0%A5%89%E0%A4%A8%E0%A5%87%E0%A4%9F/_%E0%A4%90%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%AC%E0%A5%87%E0%A4%A5_%E0%A4%AC%E0%A5%88%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%9F_%E0%A4%AC%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%89%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%97_/_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%80%E0%A4%A4_%E0%A4%AE%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A4%A8_%E0%A4%94%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%AF&diff=302730
पुर्तगीज से सॅानेट (सॅानेट्स फ्राम पुर्तगीज) सॉनेट/ ऐलिजाबेथ बैरेट ब्राउनिंग / विनीत मोहन औदिच्य
2023-10-28T02:25:51Z
<p>वीरबाला: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विनीत मोहन औदिच्य }} {{KKCatKavita}} <poem> ओ प्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=विनीत मोहन औदिच्य <br />
}}<br />
{{KKCatKavita}}<br />
<poem><br />
ओ प्रिया! जानती हो कितना प्रेम करता हूँ तुम्हें यहाँ<br />
तो मुझे गिनने दो मेरे प्रेम करने के अनेकों प्रकार<br />
हमारे लिए लम्बाई, चौड़ाई, ऊँचाई और गहराई है वहाँ<br />
प्रेम जहाँ तक आत्मा की पहुँच लेती है आकार ।<br />
<br />
करता हूँ तुम्हें प्रेम अंतरिक्ष का अंतिम छोर है जहाँ<br />
कल्पना और दृश्यता के परे अनुभूति सा साकार<br />
मानवीय अस्तित्व व आदर्श सौंदर्य का अंत है कहाँ<br />
अर्यमा दीपक प्रकाश की आवश्यकता- सा हर बार ।<br />
<br />
स्वतंत्र मनुष्य के जैसे अधिकार के लिए संघर्षरत<br />
करता हूँ विशुद्ध प्रेम तुम्हें मैं प्रशंसा की चाह जैसा<br />
अतीत के दुखों व बचपन की आस्था से भावना रत।<br />
<br />
अतीत के साये में कभी मैंने खो दिया था ठीक वैसा<br />
अपनी श्वासों स्मित हास व अश्रुओं में रखता हूँ स्मृत<br />
ईश इच्छा से अधिक करूँगा तुम्हें प्रेम मृत्यु के बाद कैसा?<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A4%AF_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%8F_(%E0%A4%9F%E0%A5%82_%E0%A4%9F%E0%A4%BE%E0%A4%87%E0%A4%AE)_%E0%A4%B8%E0%A5%89%E0%A4%A8%E0%A5%87%E0%A4%9F_/_%E0%A4%9A%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%B2%E0%A5%8D%E0%A4%B8_%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%9F%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%97_/_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%80%E0%A4%A4_%E0%A4%AE%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A4%A8_%E0%A4%94%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%AF&diff=302729
समय के लिए (टू टाइम) सॉनेट / चार्ल्स स्ट्रांग / विनीत मोहन औदिच्य
2023-10-28T02:24:40Z
<p>वीरबाला: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विनीत मोहन औदिच्य }} {{KKCatKavita}} <poem> विस्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=विनीत मोहन औदिच्य <br />
}}<br />
{{KKCatKavita}}<br />
<poem><br />
विस्तृत खंडहरों के मध्य में मैं आनंदित हूँ होता<br />
लोग देखते हैं तुम्हारे ध्वस्त काले साम्राज्य को<br />
व्यर्थ ही तुम्हारी लहरें टकराकर आंदोलित करती शांत तटों को<br />
जहाँ मनुज का अहं तुम्हारे ज्वार पर वक्र भृकुटी करता ।<br />
<br />
गहरा धरातल लिए पिरामिड अपना बदलते स्थान<br />
प्रभावहीन हो चला है तुम्हारा पुराना ऊर्जावान प्रवाह <br />
लूसियाना के मंदिर प्रदर्शित करते हैं संग्रह अथाह<br />
स्तंभों और बरामदों में गर्वीला झलकता है मान ।<br />
<br />
नहीं होता कम आनंद जब लेकर शरण तुम्हारे तूफानों की<br />
वसुंधरा को देखा वक्ष से अकूत संपदा उगलते हुए<br />
विशालकाय प्रस्तरों में बेजोड़ शिल्पकला आकारों की ।<br />
<br />
अक्सर किया है मैंने तुम्हारा उपहास टहलते हुए<br />
जगमगाते दरबार में जहाँ जाग्रत है आत्मा देवी की<br />
जहाँ सौंदर्य से होता स्तब्ध ईश्वर भी कसमसाते हुए ।।<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%80%E0%A4%A4_%E0%A4%AE%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A4%A8_%E0%A4%94%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%AF&diff=302728
विनीत मोहन औदिच्य
2023-10-28T02:24:17Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=Vineet-mohan-audichya-kavitakosh.jpg<br />
|नाम=विनीत मोहन औदिच्य<br />
|उपनाम=<br />
|जन्म=10 फ़रवरी 1961<br />
|जन्मस्थान=करहल, जिला - मैनपुरी, उ. प्र. (भारत) <br />
|मृत्यु=<br />
|कृतियाँ=खुशबू ए सुखन (ग़ज़ल- संग्रह 2014), काव्य -प्रवाह (काव्य- संग्रह - 2015), भाव स्रोतस्विनी (काव्य- संग्रह - 2019), कारवाँ ए ग़ज़ल(ग़ज़ल -संग्रह 2019), अंदाज़ ए सुख़न(ग़ज़ल -संग्रह 2020), प्रतीची से प्राची पर्यंत - (अंग्रेज़ी से हिन्दी में अनूदित सोनेट संग्रह – भाग-1 प्रतीची- 2020), कारवां ए सुखन (2021) <br />
|विविध=<br />
|जीवनी=[[विनीत मोहन औदिच्य / परिचय]]<br />
|अंग्रेज़ीनाम=Vineet Mohan Audichya<br />
|shorturl=<br />
|gadyakosh=<br />
|copyright=विनीत मोहन औदिच्य<br />
}}<br />
{{KKCatUttarPradesh}}<br />
<br />
*'''[[ओ प्रिया !!! / विनीत मोहन औदिच्य]]'''<br />
*'''[[सिक्त स्वरों के सोनेट / विनीत मोहन औदिच्य]]'''<br />
*[[सॉनेटः स्वरूप और इतिहास / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
<br />
====कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ====<br />
*[[मृग मरीचिका / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[शाश्वत सत्य / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[प्रेम चातक / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[जीवन तरिणी / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[पाषाण शिला / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[सोनेट-1-3 / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[सोनेट-4-6 / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[ निष्काम प्रीति / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[मैंने धूप के दिनों में(आइ सॉ रेनिंग इन द सनी डेज)सॉनेट / गिया कोमो दा लेंटीनी / विनीत मोहन औदिच्य]] <br />
*[[एक दिन लिखा मैंने उसका नाम (वनडे आई रोट हर नेम) सॉनेट / एडमंड स्पेंसर / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[एक विदाई (ए पार्टिंग) सॉनेट / माइकेल ड्राइटन / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[आत्मा का विस्तार (द एक्सपेंन्स आफ स्पिरिट0 सॉनेट/ विलियम शेक्सपियर / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[बिन जिया जीवन (लाइफ अनलिव्ड सॉनेट / जॉन पायने / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[मृत्यु (डेथ) सॉनेट/ थामस हुड / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[विश्व से अत्यधिक है (द वर्ल्ड इज ठू मच विथ अस) सॉनेट/ विलियम वर्ड्सवर्थ / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[समय के लिए (टू टाइम) सॉनेट / चार्ल्स स्ट्रांग / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[पुर्तगीज से सॅानेट (सॅानेट्स फ्राम पुर्तगीज) सॉनेट/ ऐलिजाबेथ बैरेट ब्राउनिंग / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
<br />
*[[रासलीला / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[थकित सा पथिक / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[शाश्वत मूल्य / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[माँ भारती / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[नया तुम गीत सुनाओ / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[है मिलन की यह घड़ी / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[यही है कामना मन की / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[जो स्वप्न से जगे नहीं / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[वेदना की राह में / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[पाप की गागर / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[प्रेम है अपना अधूरा / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[अवर्णित पीर / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[अवर्णित पीर-2 / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
<br />
*[[ग़ज़ल-1-3 / विनीत मोहन औदिच्य]]<br />
*[[ग़ज़ल-4-6 / विनीत मोहन औदिच्य]]</div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B5_%E0%A4%B8%E0%A5%87_%E0%A4%85%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%A7%E0%A4%BF%E0%A4%95_%E0%A4%B9%E0%A5%88_(%E0%A4%A6_%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%B2%E0%A5%8D%E0%A4%A1_%E0%A4%87%E0%A4%9C_%E0%A4%A0%E0%A5%82_%E0%A4%AE%E0%A4%9A_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A5_%E0%A4%85%E0%A4%B8)_%E0%A4%B8%E0%A5%89%E0%A4%A8%E0%A5%87%E0%A4%9F/_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%AE_%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A1%E0%A5%8D%E0%A4%B8%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A5_/_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%80%E0%A4%A4_%E0%A4%AE%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A4%A8_%E0%A4%94%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%AF&diff=302727
विश्व से अत्यधिक है (द वर्ल्ड इज ठू मच विथ अस) सॉनेट/ विलियम वर्ड्सवर्थ / विनीत मोहन औदिच्य
2023-10-28T02:22:56Z
<p>वीरबाला: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विनीत मोहन औदिच्य }} {{KKCatKavita}} <poem> देर...' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=विनीत मोहन औदिच्य <br />
}}<br />
{{KKCatKavita}}<br />
<poem><br />
<br />
देरी या शीघ्रता से इस संसार में हैं हम घोर लिप्त<br />
नष्ट करते रहे हैं शक्ति खोने -पाने के सोपानों में<br />
प्रकृति को करते रहे अनदेखा अवांछित वरदानों में<br />
हमने कर लिया स्वयं को घिनौनी वासनाओं से तृप्त।<br />
देखो कर देता जलधि अनावृत वक्ष, राकेश निमित्त<br />
घंटों मचाती रहेंगी शोर, चंचल हवायें बियावानों में<br />
सुप्तावस्था के प्रसूनों जैसे, एकत्रित होंगे बागानों में<br />
इन मधुरिम क्षणों से कदाचित् हम, सदा रहे हैं निर्लिप्त।<br />
<br />
नहीं करती प्रकृति हमें अपनी ओर आकर्षित लेशमात्र<br />
मैं छोड़ धर्म पुरातनपंथी मूर्तिपूजक चाहूँगा बनना<br />
और खड़ा रहूँगा अकेले ही सुखद मैदान में मात्र।<br />
<br />
देखूँगा सुन्दर दृश्य नहीं चाहूँ एकाकी कभी रहना<br />
*प्रोटियस को सागर से उठते देखने का बनूँगा पात्र<br />
चाहूँगा *ट्राइटन का सुसज्जित बिगुल सतत सुनना।।<br />
<br />
*****<br />
<br />
*प्रोटियस - ग्रीक पौराणिक गाथा में वर्णित एक भविष्य वक्ता समुद्री देवता जो भविष्य देखने और रूप परिवर्तित करने में सक्षम था और सदैव सच कहता था।<br />
*ट्राइटन - ग्रीक पौराणिक गाथा में वर्णित एक समुद्री देवता जो अर्ध मत्स्य और अर्ध पुरुष रूप में शंखनाद कर समुद्र में गर्जना उत्पन्न करता था<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AE%E0%A5%83%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A5%81_(%E0%A4%A1%E0%A5%87%E0%A4%A5)_%E0%A4%B8%E0%A5%89%E0%A4%A8%E0%A5%87%E0%A4%9F/_%E0%A4%A5%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A4%B8_%E0%A4%B9%E0%A5%81%E0%A4%A1_/_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%80%E0%A4%A4_%E0%A4%AE%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A4%A8_%E0%A4%94%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%AF&diff=302726
मृत्यु (डेथ) सॉनेट/ थामस हुड / विनीत मोहन औदिच्य
2023-10-28T02:21:57Z
<p>वीरबाला: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विनीत मोहन औदिच्य }} {{KKCatKavita}} <poem> सुवक...' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=विनीत मोहन औदिच्य <br />
}}<br />
{{KKCatKavita}}<br />
<poem><br />
सुवक्ता श्वास की जब होगी अंतिम मौन उड़ान<br />
तो उच्छ्वास में कदापि नहीं होगी मृत्यु निहित<br />
कभी कभी चमकते सितारे जो करते हैं आव्हान<br />
दिव्य प्रकाश में रवि के, रात्रि में हो जाते तिरोहित ।<br />
<br />
यह तप्त जाग्रत काया शांति से हो जायेगी नष्ट<br />
और जीवन के रक्ताभ झरने भूल जाएँगे बहना<br />
फिर चिंतन शीलता से होना होगा पथ भ्रष्ट<br />
अमर आत्मा को होगा अपरिचित मिट्टी में लेटना ।<br />
<br />
यह सत्य जान लेना ही नहीं है अंतिम मरण<br />
किंतु नव समाधियों पर जा, जानना पवित्र विचार<br />
मानो पावन तीर्थ यात्रा की लेना हो पूर्ण शरण<br />
जब बहुधा जाना बंद होगा चिंतन का लगातार।<br />
<br />
तब अतीत के झरोखों पर लहरा उठेगी घास<br />
और मनुज मन में नहीं रहेगा जीने का विश्वास।।<br />
</poem></div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AC%E0%A4%BF%E0%A4%A8_%E0%A4%9C%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE_%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A4%B5%E0%A4%A8_(%E0%A4%B2%E0%A4%BE%E0%A4%87%E0%A4%AB_%E0%A4%85%E0%A4%A8%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%B5%E0%A5%8D%E0%A4%A1_%E0%A4%B8%E0%A5%89%E0%A4%A8%E0%A5%87%E0%A4%9F_/_%E0%A4%9C%E0%A5%89%E0%A4%A8_%E0%A4%AA%E0%A4%BE%E0%A4%AF%E0%A4%A8%E0%A5%87_/_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%80%E0%A4%A4_%E0%A4%AE%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A4%A8_%E0%A4%94%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%AF&diff=302725
बिन जिया जीवन (लाइफ अनलिव्ड सॉनेट / जॉन पायने / विनीत मोहन औदिच्य
2023-10-28T02:21:05Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=विनीत मोहन औदिच्य <br />
}}<br />
{{KKCatKavita}}<br />
<poem><br />
कितने अधिक माहों, कितने अधिक वर्षों का विस्तार<br />
दिवसों के मुहाने पर कबसे मेरी आत्मा है खड़ी<br />
विश्वासघाती धुंध में तनावग्रस्त धुंधली आँखें बडी़<br />
समीप और दूर जीवन प्रारंभ होने के संकेत लिए साकार<br />
मात्र परछाई सी पसरी हुई है भूरे रंग की नीहार<br />
आशाओं की सीमाओं से परे व्यतीत हुए मार्गों में पड़ी<br />
मेरी दृष्टि को प्रतीत होते पीत पिशाचों की टोली उड़ी<br />
आसन्न आशा और भय की पूर्व सूचनाओं की भरमार।<br />
<br />
अंततः जीवन उठ खड़ा होगा निश्चित कहा मैंने स्पष्ट<br />
मुझे बुहार कर ले जायेगा लीला और आनंद से<br />
किंतु मेरे यह कहते ही विस्फोट से कंपित हुआ अपशिष्ट।<br />
<br />
चीत्कार और कोलाहल पूर्ण रोमांचकारी द्वंद से<br />
पतित हुई रात्रि मुझ पर, हुए सब शांत अंतर्द्वन्द से<br />
एक मंद स्वर ने कहा मुझसे, बीता है जीवन होकर नष्ट।।<br />
</poem><br />
<br />
-0-</div>
वीरबाला
http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%86%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%BE_%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%BE%E0%A4%B0_(%E0%A4%A6_%E0%A4%8F%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B8%E0%A4%AA%E0%A5%87%E0%A4%82%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%B8_%E0%A4%86%E0%A4%AB_%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%AA%E0%A4%BF%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%9F0_%E0%A4%B8%E0%A5%89%E0%A4%A8%E0%A5%87%E0%A4%9F/_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%AE_%E0%A4%B6%E0%A5%87%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B8%E0%A4%AA%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%B0_/_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%80%E0%A4%A4_%E0%A4%AE%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A4%A8_%E0%A4%94%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%AF&diff=302724
आत्मा का विस्तार (द एक्सपेंन्स आफ स्पिरिट0 सॉनेट/ विलियम शेक्सपियर / विनीत मोहन औदिच्य
2023-10-28T02:19:16Z
<p>वीरबाला: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=विनीत मोहन औदिच्य <br />
}}<br />
{{KKCatKavita}}<br />
<poem><br />
<br />
अत्यंत लज्जा जनक होता व्यापक शक्ति का व्यर्थ क्षरण<br />
संभोग की इतिश्री से रतिक्रिया अंत तक वासना रहे पास<br />
निर्मम कामुकता कराती वचन भंग, दोषारोपण, लाती मरण<br />
असभ्य, अतिरंजित, जंगली, जिस पर न हो सकता विश्वास ।<br />
<br />
सुखानिभूति उपरांत अविलम्ब उपजाती अप्रिय विरक्ति<br />
पूर्व में खोजी जाती व्यग्रता से, लक्ष्य सिद्धि उपरांत<br />
होती कारक घृणा का, ज्यों मत्स्य की प्रलोभन अनुरक्ति<br />
जो जाल बिछाया जाता प्राप्त कर्ता को करने अशांत ।<br />
<br />
अनुसरण और प्राप्ति में करती है ये वासना उन्मत्त<br />
पाकर, पाते हुए और पाने की खोज में टूटती हर सीमा<br />
प्राप्ति कराती स्वर्गीय अनुभूति, लाती व्यथा हो कर प्रदत्त<br />
पूर्व में संभावित आनंद, समाप्ति पर शेष रहता स्वप्न धीमा।<br />
<br />
विश्व को है सर्व विदित, फिर भी कोई न जान पाता!<br />
त्याग देता मनुज स्वर्ग जो इसे नर्क द्वार तक ले जाता।।<br />
</poem></div>
वीरबाला