http://kavitakosh.org/kk/api.php?action=feedcontributions&user=Manojsinghbhawuk&feedformat=atomKavita Kosh - सदस्य योगदान [hi]2024-03-29T00:43:37Zसदस्य योगदानMediaWiki 1.24.1http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96582मनोज भावुक2010-10-29T09:38:13Z<p>Manojsinghbhawuk: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=manojbhavuk.jpg<br />
|नाम=मनोज कुमार सिंह<br />
|उपनाम=मनोज भावुक <br />
|जन्म=02 जनवरी 1976 <br />
|जन्मस्थान=सीवान, बिहार, भारत ।<br />
|कृतियाँ=तस्वीर ज़िंदगी के (भोजपुरी ग़ज़ल-संग्रह), चलनी में पानी (भोजपुरी दोहा व गीत-संग्रह) <br />
|विविध=भोजपुरी के चर्चित कवि और गीतकार। भारतीय भाषा परिषद सम्मान (2006) और पंडित प्रताप नारायण मिश्र (2010) युवा सम्मान। अभिनय, एंकरिंग एवं पटकथा लेखन आदि विधाओं में गहरी रुचि। <br />
|सम्पर्क=<br />
|जीवनी=[[मनोज भावुक / परिचय]]<br />
|अंग्रेज़ी नाम=Manoj Bhawuk<br />
}}<br />
'''भोजपुरी ग़ज़लें'''<br />
* [[दर्द उबल के जब छलकेला गज़ल कहेलें भावुक जी / मनोज भावुक]]<br />
* [[हजारो सपना सजा के मन में चलत रहेलें मनोज भावुक / मनोज भावुक]]<br />
* [[फूल के अस्मिता बचावे के / मनोज भावुक]]<br />
* [[बचपन के हमरा याद के दरपन कहाँ गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[भँवर में डूबियो के आदमी उबर जाला / मनोज भावुक]]<br />
* [[अबकी दियरी के परब अइसे मनावल जाए / मनोज भावुक]]<br />
* [[बहुत नाच जिनिगी नचावत रहल / मनोज भावुक]]<br />
* [[हियरा में फूल बन के खिले कौनो-कौनो बात / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात पर बात होता बात ओराते नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[ देखलीं जे बइठि के दरिया किनारे/ मनोज भावुक]]<br />
* [[ ना रहित झाँझर मड़इया फूस के / मनोज भावुक]]<br />
* [[दरिया के बीच बइठ के कागज के नाव में / मनोज भावुक]]<br />
* [[कबहूँ लिखा सकल ना तहरीर जिन्दगी के / मनोज भावुक]]<br />
* [[मुहब्बत खेल हऽ अइसन कि हारो जीत लागेला / मनोज भावुक]]<br />
* [[रेशम के कीड़ा के तरे खुदहीं बनावत जाल बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[फूल हम आस के आँखिन में उगावत बानी / मनोज भावुक]]<br />
* [[हिया के पीर छलकके गजल में आइल बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[जे राग मन में बाटे, सुर पर सधात नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[जिन्दगी सवाल हऽ, जिन्दगी जवाब हऽ / मनोज भावुक]]<br />
* [[जिनिगी के जख्म, पीर, जमाना के घात बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[गजल जिन्दगी के गवाए त देतीं / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात खुल के कहीं, भइल बा का ? / मनोज भावुक]]<br />
* [[जाईं तऽ जाईं हम कहाँ आगे / मनोज भावुक]]<br />
* [[मन के चउकठ पर धइल बाटे दिया उम्मीद के / मनोज भावुक]]<br />
* [[होखे अगर जो हिम्मत कुछुओ पहाड़ नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[आखिर जुबां के बात कलम में समा गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात पर बात जब मन परल होई / मनोज भावुक]]<br />
* [[आदमी जे सहज सरल बाटे / मनोज भावुक]]<br />
* [[हमरा सँगे अजीब करामात हो गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[हमरा चुप्पी के मतलब लगावल गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[काँट के साथ बा गुलाब, ए दोस्त / मनोज भावुक]]<br />
* [[अमन वतन के बनल रहे बस / मनोज भावुक]]<br />
* [[या त परबत बने या त जन्नत बने / मनोज भावुक]]<br />
* [[का करित जो इहो करित ना तऽ / मनोज भावुक]]<br />
* [[आँख से कुछ कसर हो गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[काँट ही काँट बा जो डगर में / मनोज भावुक]]<br />
* [[निश्छल, निर्मल, कल-कल, छल-छल / मनोज भावुक]]<br />
* [[घाव पाकी त फुटबे करी / मनोज भावुक]]<br />
* [[एह कदर आज बेरोजगारी भइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[हिया हमार तार-तार हो गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[वक्त जीवन में अइसन ना आवे कबो / मनोज भावुक]]<br />
* [[दिल में प्यारे के बीआ बोआ जब गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[तोहरे बा आसरा अब, तोहरे बा अब सहारा / मनोज भावुक]]<br />
* [[शेर जाल में फँस जाला तऽ सियरो आँख देखावेला / मनोज भावुक]]<br />
* [[हमरा विश्वास बाटे कि हम एक दिन / मनोज भावुक]]<br />
* [[का बा तहरा-हमरा में / मनोज भावुक]]<br />
* [[अनजान शहर बाटे, अनजान सफर बाटे / मनोज भावुक]]<br />
* [[दुख-दरद या हँसी या खुशी, जे भी दुनिया से हमरा मिलल / मनोज भावुक]]<br />
* [[परेशान रहला से का फायदा बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[गजबे मुकद्दर हो गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[कटा के सर जे आपन देश के इज्जत बचवले बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[हजारो गम में रहेले माई / मनोज भावुक]]<br />
* [[जुल्म के सामने चुप रहल / मनोज भावुक]]<br />
* [[जिन्दगी के ताल में सगरो फेंकाइल जाल बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[राह बाटे कठिन, मगर बाटे / मनोज भावुक]]<br />
* [[जुल्म के तूफान के रउरे कहीं, कबले सहीं / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात तोहरा से बताईं त बताईं कइसे / मनोज भावुक]]<br />
* [[हिया में जब धइल गइल तनी-तनी सा बात के / मनोज भावुक]]<br />
* [[अब त हर वक्त संग तहरे बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[लाख रोकीं निगाह चल जाता / मनोज भावुक]]<br />
* [[हर कदम जीये-मरे के बा इहाँ / मनोज भावुक]]<br />
* [[हादसा कुछ एह तरे के हो गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[सबका हिया में धड़कत, जिनिगी के दुआ तूहीं / मनोज भावुक]]<br />
* [[सबसे बड़का शाप गरीबी / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]</div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%81%E0%A4%9F_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%A5_%E0%A4%AC%E0%A4%BE_%E0%A4%97%E0%A5%81%E0%A4%B2%E0%A4%BE%E0%A4%AC,_%E0%A4%8F_%E0%A4%A6%E0%A5%8B%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A4_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96580काँट के साथ बा गुलाब, ए दोस्त / मनोज भावुक2010-10-29T09:30:05Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> काँट के साथ बा गुलाब, ए…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
काँट के साथ बा गुलाब, ए दोस्त<br />
जिन्दगी के इहे हिसाब, ए दोस्त<br />
<br />
आज तक पढ़ सकल कहाँ केहू<br />
जिन्दगी के कठिन किताब, ए दोस्त<br />
<br />
हम त गुमराह होके रह गइलीं<br />
रह गइल अब त ख्वाब ख्वाब, ए दोस्त<br />
<br />
जिन्दगी के भइल रहे बीमा<br />
होत बा लाश के हिसाब, ए दोस्त<br />
<br />
प्यार के बीज कइसे अँकुरेला<br />
के दी एह प्रश्न के जवाब, ए दोस्त<br />
<br />
प्यार खातिर त सच्चा दिल चाहीं<br />
अब उतारऽ तू ई नकाब, ए दोस्त<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%85%E0%A4%AE%E0%A4%A8_%E0%A4%B5%E0%A4%A4%E0%A4%A8_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%AC%E0%A4%A8%E0%A4%B2_%E0%A4%B0%E0%A4%B9%E0%A5%87_%E0%A4%AC%E0%A4%B8_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96579अमन वतन के बनल रहे बस / मनोज भावुक2010-10-29T09:29:00Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> अमन वतन के बनल रहे बस ह…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
अमन वतन के बनल रहे बस<br />
हवा में थिरकन बनल रहे बस<br />
इहे बा ख्वाहिश वतन के धरती<br />
वतन के कन-कन बनल रहे बस<br />
<br />
हजार गम भी सहे के दम बा<br />
तोहार चाहत बनल रहे बस<br />
बनल रहीं हम हिया में तहरा<br />
हिया के धड़कन बनल रहे बस<br />
<br />
रहे न केहू वतन में बेघर<br />
रहे न केहू वतन में भूखा<br />
सभे के रोटी, सभे के कपड़ा<br />
सभे के जीवन बनल रहे बस<br />
<br />
नजर में देखत पता लगा लीं<br />
कि उनका मन के हिसाब का बा<br />
इहे तमन्ना बा आखिरी बस<br />
नजर के दरपन बनल रहे बस<br />
<br />
हजार सपना सजा के मन में<br />
निकल पड़ल बा सफर में 'भावुक'<br />
सफर के मंजिल मिले, मिले ना<br />
नयन में सावन बनल रहे बस<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AF%E0%A4%BE_%E0%A4%A4_%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A4%AC%E0%A4%A4_%E0%A4%AC%E0%A4%A8%E0%A5%87_%E0%A4%AF%E0%A4%BE_%E0%A4%A4_%E0%A4%9C%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A8%E0%A4%A4_%E0%A4%AC%E0%A4%A8%E0%A5%87_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96577या त परबत बने या त जन्नत बने / मनोज भावुक2010-10-29T09:27:44Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> या त परबत बने या त जन्न…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
या त परबत बने या त जन्नत बने<br />
जिन्दगी के इहे दूगो सूरत बने<br />
<br />
ख्वाब कवनो तराशीं कबो, यार, हम<br />
बात का बा जे तहरे ऊ मूरत बने<br />
<br />
दिल के पिंजड़ा मे कैदी बनल ख्वाब के<br />
का पता कब रिहाई के सूरत बने<br />
<br />
मन के सब साध पूरा ना होखे कबो<br />
सइ गो सपना में एगो हकीकत बने<br />
<br />
सब गिला भूल के हाथ में हाथ लऽ<br />
का पता कब आ केकर जरूरत बने<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%95%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%A4_%E0%A4%9C%E0%A5%8B_%E0%A4%87%E0%A4%B9%E0%A5%8B_%E0%A4%95%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%A4_%E0%A4%A8%E0%A4%BE_%E0%A4%A4%E0%A4%BD_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96576का करित जो इहो करित ना तऽ / मनोज भावुक2010-10-29T09:26:51Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> का करित जो इहो करित ना …</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
का करित जो इहो करित ना तऽ<br />
लूट के पेट ऊ भरित ना तऽ<br />
<br />
फाट जाइत करेज कहिये ई<br />
आँख से दर्द जो बहित ना तऽ<br />
<br />
टूट जइतीं, बिखर-बिखर जइतीं<br />
नेह भाई के जो मिलित ना तऽ<br />
<br />
लोग कहिये उखाड़ के फेंकित<br />
पेड़ जो आज ई फरित ना तऽ<br />
<br />
ना कबो आ सकित नया मोजर<br />
डाल से पात जो झरित ना तऽ<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%86%E0%A4%81%E0%A4%96_%E0%A4%B8%E0%A5%87_%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%9B_%E0%A4%95%E0%A4%B8%E0%A4%B0_%E0%A4%B9%E0%A5%8B_%E0%A4%97%E0%A4%87%E0%A4%B2_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96575आँख से कुछ कसर हो गइल / मनोज भावुक2010-10-29T09:25:42Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> आँख से कुछ कसर हो गइल उ…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
आँख से कुछ कसर हो गइल<br />
उम्र के कुछ असर हो गइल<br />
<br />
बात पर बात खुलिये गइल<br />
आज सभका खबर हो गइल<br />
<br />
आँख से जमके बारिश भइल<br />
साफ दिल के डहर हो गइल<br />
<br />
लोर पोंछत बा केहू कहाँ<br />
गाँव अपनो शहर हो गइल<br />
<br />
अब चलल राह मुश्किल भइल<br />
लोभी सभके नजर हो गइल<br />
<br />
तहरा पीछे सुरीला रहे<br />
सामने मौन स्वर हो गइल<br />
<br />
अब अकेले कहाँ बानी हम<br />
जब गजल हमसफर हो गइल<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%81%E0%A4%9F_%E0%A4%B9%E0%A5%80_%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%81%E0%A4%9F_%E0%A4%AC%E0%A4%BE_%E0%A4%9C%E0%A5%8B_%E0%A4%A1%E0%A4%97%E0%A4%B0_%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96574काँट ही काँट बा जो डगर में / मनोज भावुक2010-10-29T09:24:45Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> काँट ही काँट बा जो डगर …</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
काँट ही काँट बा जो डगर में<br />
फूल ही फूल राखीं नजर में<br />
<br />
मन बना के ना देखीं उड़े के<br />
जान अपने से आ जाई पर में<br />
<br />
कुछ भरोसा त उनको प राखीं<br />
जे बसल बाड़ें सबका जिगर में<br />
<br />
देर होई मगर दिन ऊ आई<br />
जब खुशी नाची आँगन में, घर में<br />
<br />
हौसला, आस, विश्वास राखीं<br />
होके निर्भय चलीं एह सफर में<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%9B%E0%A4%B2,_%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%B2,_%E0%A4%95%E0%A4%B2-%E0%A4%95%E0%A4%B2,_%E0%A4%9B%E0%A4%B2-%E0%A4%9B%E0%A4%B2_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96572निश्छल, निर्मल, कल-कल, छल-छल / मनोज भावुक2010-10-29T09:23:40Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> निश्छल, निर्मल, कल-कल, …</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
निश्छल, निर्मल, कल-कल, छल-छल,<br />
झरना जइसन मन दे दीं<br />
देबे के बाटे भगवन तऽ,<br />
फेरू ऊ बचपन दे दीं<br />
<br />
हीरा-मोती, सोना-चानी,<br />
गाड़ी-बंगला ना चाहीं<br />
बस एगो छत, छत के नीचे,<br />
खुला-खुला आँगन दे दीं<br />
<br />
लिपटे भले भुजंग, अंग विष,<br />
व्यापे ना, हे राम कबो<br />
अइसन अमृत जइसन मन<br />
आ चंदन जइसन तन दे दीं<br />
<br />
दिल में उनका पत्थर बाटे,<br />
पत्थर में भी काई बा<br />
अब ओह पत्थर के जगहा दिल,<br />
दिल में कुछ धड़कन दे दीं<br />
<br />
लाल खून बा रोड प पसरल,<br />
नीला तन के भीतर बा<br />
एह आलम में चक्र-सुदर्शन<br />
लेके अब दर्शन दे दीं<br />
<br />
जे हमरा के समझ सके,<br />
हमरा के मन से अपनावे<br />
अइसन केहू मिले त हम, <br />
ओकरा के दिल आपन दे दीं.<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%98%E0%A4%BE%E0%A4%B5_%E0%A4%AA%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A5%80_%E0%A4%A4_%E0%A4%AB%E0%A5%81%E0%A4%9F%E0%A4%AC%E0%A5%87_%E0%A4%95%E0%A4%B0%E0%A5%80_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96571घाव पाकी त फुटबे करी / मनोज भावुक2010-10-29T09:22:25Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> घाव पाकी त फुटबे करी द…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
घाव पाकी त फुटबे करी<br />
दर्द छाती में उठबे करी<br />
<br />
बिख भरल बात लगबे करी<br />
शूल आँतर में चुभबे करी<br />
<br />
खीस कब ले रखी आँत में<br />
एक दिन ऊ ढकचबे करी<br />
<br />
जब शनिचरा कपारे चढ़ी<br />
यार, पारा त चढ़बे करी<br />
<br />
दोस्ती जहँवाँ बाटे उहाँ<br />
कुछ शिकायत त रहबे करी<br />
<br />
राह कहिये से देखत बा जे<br />
ऊ त रह-रह चिहुकबे करी<br />
<br />
बाटे नादान 'भावुक' अभी<br />
राह में गिरबे-उठबे करी<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%8F%E0%A4%B9_%E0%A4%95%E0%A4%A6%E0%A4%B0_%E0%A4%86%E0%A4%9C_%E0%A4%AC%E0%A5%87%E0%A4%B0%E0%A5%8B%E0%A4%9C%E0%A4%97%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%80_%E0%A4%AD%E0%A4%87%E0%A4%B2_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96570एह कदर आज बेरोजगारी भइल / मनोज भावुक2010-10-29T09:21:16Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> एह कदर आज बेरोजगारी भ…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
एह कदर आज बेरोजगारी भइल<br />
आदमी आदमी के सवारी भइल<br />
<br />
पेट के आग से ई भइल हादसा<br />
केहू डाकू त केहू भिखारी भइल<br />
<br />
आग प्रतिशोध के कबले भीतर रहित<br />
आज खंजर, ऊ भोथर कटारी भइल<br />
<br />
बात बढ़ते-बढ़त बढ़ गइल एह तरे<br />
एगो लुत्ती लहक के लुकारी भइल<br />
<br />
रोजमर्रा के घटना बा, अब देश के<br />
पार्लियामेण्ट में गारा-गारी भइल<br />
<br />
एह सियासी मुखौटा के पीछे चलीं<br />
इहवाँ चूहा से बिल्ली के यारी भइल<br />
<br />
कौन मुश्किल बा सत्ता के गिरगिट बदे<br />
छन लुटेरा, छने में पुजारी भइल<br />
<br />
आम जनता बगइचा के चिरई नियन<br />
जहँवाँ रखवार हीं बा शिकारी भइल<br />
<br />
लोग मिल-मिल के ओझल भइल आँख से<br />
जिन्दगी जइसे इक रेलगाड़ी भइल<br />
<br />
नाम एके गो गूँजत बा मन-प्रान में<br />
जब से 'भावुक' हो तहरा से यारी भइल<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE_%E0%A4%B9%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%B0_%E0%A4%A4%E0%A4%BE%E0%A4%B0-%E0%A4%A4%E0%A4%BE%E0%A4%B0_%E0%A4%B9%E0%A5%8B_%E0%A4%97%E0%A4%87%E0%A4%B2_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96567हिया हमार तार-तार हो गइल / मनोज भावुक2010-10-29T09:20:21Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> हिया हमार तार-तार हो ग…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
हिया हमार तार-तार हो गइल<br />
बेकार में ही आँख चार हो गइल<br />
<br />
नजर नजर के आर-पार हो गइल<br />
त तेज शायरी के धार हो गइल<br />
<br />
मना कइल गइल जे काम, मत करऽ<br />
उहे त काम बार-बार हो गइल<br />
<br />
हिया हिया से ए तरे मिलल कि अब<br />
उहे हमार घर-दुआर हो गइल<br />
<br />
तहार साथ छूटते ई का भइल<br />
धुँआ-धुँआ उठल, अन्हार हो गइल<br />
<br />
ऊ बेवफा कहीं ना चैन पा सके<br />
जे चैन लूट के फरार हो गइल<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B5%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4_%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A4%B5%E0%A4%A8_%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82_%E0%A4%85%E0%A4%87%E0%A4%B8%E0%A4%A8_%E0%A4%A8%E0%A4%BE_%E0%A4%86%E0%A4%B5%E0%A5%87_%E0%A4%95%E0%A4%AC%E0%A5%8B_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96565वक्त जीवन में अइसन ना आवे कबो / मनोज भावुक2010-10-29T09:19:02Z<p>Manojsinghbhawuk: </p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
वक्त जीवन में अइसन ना आवे कबो<br />
बाप बेटा के अर्थी उठावे कबो<br />
<br />
रोशनी आज ले भी ना पहुँचल जहाँ<br />
केहू उहँवों त दियरी जरावे कबो<br />
<br />
सब बनलके के किस्मत बनावे इहाँ<br />
केहू बिगड़ल के किस्मत बनावे कबो<br />
<br />
जे भी आइल सफर में दुखे दे गइल<br />
केहू आइल ना हमके हँसावे कबो<br />
<br />
हमरा हर कोशिका में समाइल बा जे<br />
काश! हमरा के आपन बनावे कबो<br />
<br />
सबका गोदी के 'भावुक' खेलवना बने<br />
काश! बचपन के दिन लौट आवे कबो<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B5%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4_%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A4%B5%E0%A4%A8_%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82_%E0%A4%85%E0%A4%87%E0%A4%B8%E0%A4%A8_%E0%A4%A8%E0%A4%BE_%E0%A4%86%E0%A4%B5%E0%A5%87_%E0%A4%95%E0%A4%AC%E0%A5%8B_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96564वक्त जीवन में अइसन ना आवे कबो / मनोज भावुक2010-10-29T09:17:38Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: वक्त जीवन में अइसन ना आवे कबो बाप बेटा के अर्थी उठावे कबो रोशनी आज…</p>
<hr />
<div>वक्त जीवन में अइसन ना आवे कबो<br />
बाप बेटा के अर्थी उठावे कबो<br />
<br />
रोशनी आज ले भी ना पहुँचल जहाँ<br />
केहू उहँवों त दियरी जरावे कबो<br />
<br />
सब बनलके के किस्मत बनावे इहाँ<br />
केहू बिगड़ल के किस्मत बनावे कबो<br />
<br />
जे भी आइल सफर में दुखे दे गइल<br />
केहू आइल ना हमके हँसावे कबो<br />
<br />
हमरा हर कोशिका में समाइल बा जे<br />
काश! हमरा के आपन बनावे कबो<br />
<br />
सबका गोदी के 'भावुक' खेलवना बने<br />
काश! बचपन के दिन लौट आवे कबो</div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%B2_%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%87_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%AC%E0%A5%80%E0%A4%86_%E0%A4%AC%E0%A5%8B%E0%A4%86_%E0%A4%9C%E0%A4%AC_%E0%A4%97%E0%A4%87%E0%A4%B2_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96563दिल में प्यारे के बीआ बोआ जब गइल / मनोज भावुक2010-10-29T09:16:29Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> दिल में प्यारे के बीआ …</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
दिल में प्यारे के बीआ बोआ जब गइल,<br />
प्रीत के तब फसल लहलहइबे करी<br />
एह तरे जो मिलइहें नजर से नजर,<br />
लाज में तन में सिहरन समइबे करी<br />
<br />
दिल के दुइयो घरी जे रखे कैद में,<br />
ऊ कहाँ बा कहीं जेलखाना बनल<br />
दिल परिन्दा हऽ, लइका हऽ, भगवान हऽ,<br />
जवना अँगना में चाही, ऊ जइबे करी<br />
<br />
फूल-कलियन के परदा में रख लीं भले,<br />
रउरा खुशबू के परदा में रख ना सकब<br />
झूम के जब चली कवनो पागल हवा,<br />
भेद घर के ऊ रउरा बतइबे करी<br />
<br />
लाश के ढेर पर जे बनत बाटे घर, <br />
ओके मंदिर कहीं, चाहे मस्जिद कहीं<br />
देवता दू घरी ना ठहरिहें उहाँ,<br />
ऊ पिशाचन के डेरा कहइबे करी<br />
<br />
के जरल, के मरल, के कटल, के धसल,<br />
कुछ पता ना चलल, मामला दब गइल<br />
एगो साजिश के कबले कहब हादसा,<br />
चोर कहियो ना कहियो धरइबे करी<br />
<br />
जुल्म 'भावुक' हो केतना ले केहू सही,<br />
खून के घूंट कहिया ले केहू पीही<br />
फेरु लंका लहकबे-दहकबे करी,<br />
फेरु रावण मरइबे-जरइबे करी<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%A4%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A4%B0%E0%A5%87_%E0%A4%AC%E0%A4%BE_%E0%A4%86%E0%A4%B8%E0%A4%B0%E0%A4%BE_%E0%A4%85%E0%A4%AC,_%E0%A4%A4%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A4%B0%E0%A5%87_%E0%A4%AC%E0%A4%BE_%E0%A4%85%E0%A4%AC_%E0%A4%B8%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%BE_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96562तोहरे बा आसरा अब, तोहरे बा अब सहारा / मनोज भावुक2010-10-29T09:15:24Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> तोहरे बा आसरा अब, तोहर…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
तोहरे बा आसरा अब, तोहरे बा अब सहारा<br />
कुछ रास्ता देखावऽ, कुछ तऽ करऽ इशारा<br />
<br />
तोहरा के छोड़ के हम, केकरा के अब पुकारी<br />
कुछ कर देखावऽ अइसन, हमरो मिले किनारा<br />
<br />
तोहरा त सब पता बा, हमरा कहे के का बा<br />
ओकरे से तू मिला दऽ, हमरा जे लागे प्यारा<br />
<br />
पसरो ऊ हाथ कइसे, हरदम जे बा लुटवले<br />
अतना जरूर दीहऽ, होखत रहे गुजारा<br />
<br />
दुख के घड़ी में आपन, केहू कहाँ बा साथे<br />
सब लोग तऽ भरल बा, रिश्तन के बा पसारा<br />
<br />
उतरत-चढ़त रहेला मन आदमी के अइसे<br />
जइसे चढ़े आ उतरे कवनो नली में पारा<br />
<br />
एक दिन जरूर चमकी 'भावुक' गगन में, बाकिर<br />
गरहन अभी बा लागल, गर्दिश में बा सितारा<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B6%E0%A5%87%E0%A4%B0_%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%B2_%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82_%E0%A4%AB%E0%A4%81%E0%A4%B8_%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A4%BE_%E0%A4%A4%E0%A4%BD_%E0%A4%B8%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%B0%E0%A5%8B_%E0%A4%86%E0%A4%81%E0%A4%96_%E0%A4%A6%E0%A5%87%E0%A4%96%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%87%E0%A4%B2%E0%A4%BE_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96561शेर जाल में फँस जाला तऽ सियरो आँख देखावेला / मनोज भावुक2010-10-29T09:14:13Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> शेर जाल में फँस जाला त…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
शेर जाल में फँस जाला तऽ सियरो आँख देखावेला<br />
बुरा वक्त जब आ जाला तऽ अन्हरो राह बतावेला<br />
<br />
कबो-कबो होला अइसन जे छोटके कामे आवेला<br />
देखीं ना, सागर, इनार में, इनरे प्यास बुझावेला<br />
<br />
सूरज से ताकतवाला के बाटे दुनिया में , बाकिर<br />
धुंध, कुहासा, बदरी, गरहन उनको ऊपर आवेला<br />
<br />
कबो-कबो होला अइसन जे सोना उहँवे निकलेला<br />
बदगुमान में लोग जहाँ पर लात मार के आवेला<br />
<br />
पास रहेलऽ तब तऽ तहरा से होला रगड़ा-झगड़ा<br />
दूर कहीं जालऽ तऽ काहे तहरे याद सतावेला<br />
<br />
पटना से दिल्ली, दिल्ली से बंबे, बंबे से पूना<br />
'भावुक' हो आउर कुछुवो ना, पइसे नाच नचावेला<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B9%E0%A4%AE%E0%A4%B0%E0%A4%BE_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B8_%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%9F%E0%A5%87_%E0%A4%95%E0%A4%BF_%E0%A4%B9%E0%A4%AE_%E0%A4%8F%E0%A4%95_%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%A8_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96560हमरा विश्वास बाटे कि हम एक दिन / मनोज भावुक2010-10-29T09:12:55Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> हमरा विश्वास बाटे कि …</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
हमरा विश्वास बाटे कि हम एक दिन<br />
अपना सपना के साकार करबे करब<br />
लाख घेरो घटा आ कुहासा मगर<br />
बन के सूरज कबो त निकलबे करब<br />
<br />
हर डगर बा नया, हर गली बा नया,<br />
लोग अनजान बा, हर शहर बा नया<br />
हौसला बा अउर, पास में बा जिगर<br />
जहवाँ जाये के बाटे, पहुँचबे करब<br />
<br />
पेट से सीख के केहू ना आवे कुछ,<br />
एगो अपवाद अभिमन्यु के छोड़ दीं<br />
सीखते-सीखते लोग सीखे इहाँ,<br />
ठान लीं जो सीखे के तऽ सीखबे करब<br />
<br />
पहिले मंजिल चुनीं सोच के दूर ले<br />
राह फिर तय करीं योजना के तहत<br />
लेके भगवान के नाम चलते रहीं<br />
सोचते कि हम कर गुजरबे करब<br />
<br />
बीच दरियाव में आके लौटे के का,<br />
पीछे मुड़-मुड़ के देखे के, सोचे के का<br />
जे भइल से भइल, जे गइल से गइल<br />
पार उतरे के बा तऽ उतरबे करब<br />
<br />
मौत मंदिर में, मस्जिद में, बाजार में,<br />
मौत संसद में, घर में आ बस-कार में<br />
तब भला मौत से डर के काहें रुकीं<br />
मौत आई तऽ कतहूँ त मरबे करब<br />
<br />
ई अलग बात बा आज ले सीप में<br />
हमरा हर बेर 'भावुक' हो बालू मिलल<br />
पर इहे सोच के अभियो डूबल हईं<br />
एक दिन हम त मोती निकलबे करब<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%AC%E0%A4%BE_%E0%A4%A4%E0%A4%B9%E0%A4%B0%E0%A4%BE-%E0%A4%B9%E0%A4%AE%E0%A4%B0%E0%A4%BE_%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96559का बा तहरा-हमरा में / मनोज भावुक2010-10-29T09:12:00Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> का बा तहरा-हमरा में जि…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
का बा तहरा-हमरा में<br />
जिनिगी प्रेम-ककहरा में<br />
<br />
जीत-हार सब धोखा हऽ<br />
कुछ नइखे एह झगड़ा में<br />
<br />
धन-दौलत सब तू ले लऽ<br />
माई हमरा बखरा में<br />
<br />
चिन्हीं कइसे केहू के<br />
सौ चेहरा इक चेहरा में<br />
<br />
गाय कसाई के घर में<br />
कुतिया ए॰ सी॰ कमरा में<br />
<br />
हमरे खातिर पागल तू<br />
अइसन का बा हमरा में<br />
<br />
मत मारऽ कंकड़-पत्थर<br />
हमरा मन के पोखरा में<br />
<br />
'भावुक' के भी राखऽ तू<br />
कतहूँ अपना हियरा में<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%85%E0%A4%A8%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%A8_%E0%A4%B6%E0%A4%B9%E0%A4%B0_%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%9F%E0%A5%87,_%E0%A4%85%E0%A4%A8%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%A8_%E0%A4%B8%E0%A4%AB%E0%A4%B0_%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%9F%E0%A5%87_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96558अनजान शहर बाटे, अनजान सफर बाटे / मनोज भावुक2010-10-29T09:10:21Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> अनजान शहर बाटे, अनजान …</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
अनजान शहर बाटे, अनजान सफर बाटे<br />
मजबूर मुसाफिर बा, चलहीं के डहर बाटे<br />
<br />
हर मोड़ पे आके हम गुमराह भले भइनी<br />
पर आस मरल नइखे, मंजिल प नजर बाटे<br />
<br />
तब गैर रहे लूटत, अब आपने लूटत बा<br />
एह देश में सदियन से, लूटे के लहर बाटे<br />
<br />
मतलब के निकलते ही बर्ताव बदल जाता<br />
फइलत बा फिजा में अब कइसन दो जहर बाटे<br />
<br />
भाई के मुसीबत में, भाई ही सटत नइखे<br />
एह खून के रिश्ता में, कइसन ई कसर बाटे<br />
<br />
'भावुक' हो ई जिनिगी तऽ, पतझार के पतई हऽ<br />
ई काल्ह रही कहँवाँ, केकरा ई खबर बाटे<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%A6%E0%A5%81%E0%A4%96-%E0%A4%A6%E0%A4%B0%E0%A4%A6_%E0%A4%AF%E0%A4%BE_%E0%A4%B9%E0%A4%81%E0%A4%B8%E0%A5%80_%E0%A4%AF%E0%A4%BE_%E0%A4%96%E0%A5%81%E0%A4%B6%E0%A5%80,_%E0%A4%9C%E0%A5%87_%E0%A4%AD%E0%A5%80_%E0%A4%A6%E0%A5%81%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE_%E0%A4%B8%E0%A5%87_%E0%A4%B9%E0%A4%AE%E0%A4%B0%E0%A4%BE_%E0%A4%AE%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A4%B2_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96557दुख-दरद या हँसी या खुशी, जे भी दुनिया से हमरा मिलल / मनोज भावुक2010-10-29T09:09:21Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> दुख-दरद या हँसी या खुश…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
दुख-दरद या हँसी या खुशी, जे भी दुनिया से हमरा मिलल<br />
ऊहे दुनिया के सँउपत हईं, आज देके गजल के सकल<br />
<br />
जब भी उमड़ल हिया के नदी, प्यार से, चोट से, घात से<br />
बाढ़ के पानी भरिये गइल मन के चँवरा में बनके गजल<br />
<br />
रात के कोख में बाटे दिन, दिन के भीतर छुपल बाटे रात<br />
गम के भीतर खुशी बा अउर हर खुशी लोर में बा सनल<br />
<br />
बात मानऽ ना मानऽ मगर कुछ ना कुछ बात बाटे तबे<br />
पाँव में हमरा काँटा चुभल, दर्द तहरा हिया में उठल<br />
<br />
हम त 'भावुक', गजल-गीत में, छंद के बंध में बंद हो<br />
बात कहलीं बहुत कुछ मगर बा बहुत कुछ अभी अनकहल<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%B6%E0%A4%BE%E0%A4%A8_%E0%A4%B0%E0%A4%B9%E0%A4%B2%E0%A4%BE_%E0%A4%B8%E0%A5%87_%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%AB%E0%A4%BE%E0%A4%AF%E0%A4%A6%E0%A4%BE_%E0%A4%AC%E0%A4%BE_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96556परेशान रहला से का फायदा बा / मनोज भावुक2010-10-29T09:08:20Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> परेशान रहला से का फाय…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
परेशान रहला से का फायदा बा<br />
जरूरत बा आफत से डटके लड़े के<br />
सफर से ना घबरा के, खुद के सम्हारत<br />
बा तूफाँ से टकरा के आगे बढ़े के<br />
<br />
कदम-दर-कदम डेग आगे बढ़ावत<br />
सफलता-विफलता के माथे चढ़ावत<br />
दिवारन प गिर-गिर चढ़त चिउँटियन के <br />
तरह हौसला रख के ऊपर चढ़े के<br />
<br />
जे रूकल, जे जमकल, से गड़ही के पानी<br />
ऊ केहू के कामे ना आई जवानी<br />
नदी के तरह प्यास सभकर बुझावत<br />
जरूरत बा पथ पर निरंतर बहे के<br />
<br />
पते ना चले कब चुभल काँट कहवाँ<br />
रखे के पड़ी कुछ नशा एह तरह के<br />
अगर कामयाबी के चाहत बा 'भावुक'<br />
अगर बा अमावस के पूनम करे के<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%97%E0%A4%9C%E0%A4%AC%E0%A5%87_%E0%A4%AE%E0%A5%81%E0%A4%95%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A4%B0_%E0%A4%B9%E0%A5%8B_%E0%A4%97%E0%A4%87%E0%A4%B2_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96555गजबे मुकद्दर हो गइल / मनोज भावुक2010-10-29T09:05:35Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> गजबे मुकद्दर हो गइल ग…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
गजबे मुकद्दर हो गइल <br />
गड़ही समुन्दर हो गइल <br />
<br />
साथी त टंगरी खींच के <br />
हमरा बराबर हो गइल <br />
<br />
घरही में सिक्सर तान के <br />
बबुआ सिकन्दर हो गइल <br />
<br />
राजा मदारी कब भइल? <br />
जब लोग बानर हो गइल <br />
<br />
'भावुक' कहाँ भावुक रहल <br />
ईहो त पत्थर हो गइल <br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%95%E0%A4%9F%E0%A4%BE_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%B8%E0%A4%B0_%E0%A4%9C%E0%A5%87_%E0%A4%86%E0%A4%AA%E0%A4%A8_%E0%A4%A6%E0%A5%87%E0%A4%B6_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%87%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%9C%E0%A4%A4_%E0%A4%AC%E0%A4%9A%E0%A4%B5%E0%A4%B2%E0%A5%87_%E0%A4%AC%E0%A4%BE_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96554कटा के सर जे आपन देश के इज्जत बचवले बा / मनोज भावुक2010-10-29T09:04:41Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> कटा के सर जे आपन देश के…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
कटा के सर जे आपन देश के इज्जत बचवले बा <br />
नमन वो पूत के जे दूध के कर्जा सधवले बा <br />
<br />
बेकारी, भूख आ एह डिग्रियन के लाश के बोझा <br />
जवानी में ही केतना लोग के बूढ़ा बनवले बा <br />
<br />
कहीं तू भूल मत जइहऽ शहर के रंग में हमके <br />
चले का बेर घर से ई केहू किरिया खियवले बा <br />
<br />
सँभल के तू तनी केहू से करिहऽ प्यार ए 'भावुक' <br />
जरतुआ लोग इहँवों हाथ में पत्थर उठवले बा <br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B9%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%8B_%E0%A4%97%E0%A4%AE_%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82_%E0%A4%B0%E0%A4%B9%E0%A5%87%E0%A4%B2%E0%A5%87_%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%88_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96553हजारो गम में रहेले माई / मनोज भावुक2010-10-29T09:03:37Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> हजारो गम में रहेले मा…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
हजारो गम में रहेले माई <br />
तबो ना कुछुओ कहेले माई <br />
<br />
हमार बबुआ फरे-फुलाये <br />
इहे त मंतर पढेले माई <br />
<br />
हमार कपडा, कलम आ कॉपी<br />
सँइत-सँइत के धरेले माई <br />
<br />
बनल रहे घर, बँटे ना आँगन <br />
एही से सभकर सहेले माई<br />
<br />
रहे सलामत चिराग घर के <br />
इहे दुआ बस करेले माई <br />
<br />
बढे उदासी हिया में जब-जब <br />
बहुत-बहुत मन परेले माई <br />
<br />
नजर के काँटा कहेलीं रउरा <br />
जिगर के टुकडा कहेले माई <br />
<br />
'मनोज' हमरा हिया में हरदम <br />
खुदा के जइसन रहेले माई<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%9C%E0%A5%81%E0%A4%B2%E0%A5%8D%E0%A4%AE_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%87_%E0%A4%9A%E0%A5%81%E0%A4%AA_%E0%A4%B0%E0%A4%B9%E0%A4%B2_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96552जुल्म के सामने चुप रहल / मनोज भावुक2010-10-29T09:02:06Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> जुल्म के सामने चुप रह…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
जुल्म के सामने चुप रहल <br />
ई त जियते-जियत बा मरल <br />
<br />
साँच के साथ देवे बदे <br />
खुद से अक्सर लड़े के पड़ल <br />
<br />
पाँव में हमरा काँटा चुभल <br />
दर्द उनका हिया में उठल <br />
<br />
हमरे रोपल रहल जंग ई <br />
हमरे कीमत भरे के पड़ल <br />
<br />
भीखमंगा सड़क पर सुतल <br />
जइसे बालू प मछरी पड़ल <br />
<br />
जेके पत्थर में खोजत रहीं <br />
ऊ त धड़कन में हमरा मिलल <br />
<br />
अब त 'भावुक' हो तहरा बिना <br />
दू कदम भी बा मुश्किल चलल <br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%9C%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A4%97%E0%A5%80_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%A4%E0%A4%BE%E0%A4%B2_%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82_%E0%A4%B8%E0%A4%97%E0%A4%B0%E0%A5%8B_%E0%A4%AB%E0%A5%87%E0%A4%82%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%87%E0%A4%B2_%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%B2_%E0%A4%AC%E0%A4%BE_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96551जिन्दगी के ताल में सगरो फेंकाइल जाल बा / मनोज भावुक2010-10-29T09:00:46Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> जिन्दगी के ताल में सग…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
जिन्दगी के ताल में सगरो फेंकाइल जाल बा <br />
का करो मन के मछरिया हर कदम पर काल बा <br />
<br />
छीन के भागत कटोरा भीख के बा आदमी <br />
देख लीं सरकार रउरा राज के का हाल बा <br />
<br />
तीन-चौथाई गुजारत रोड पर बा जिन्दगी <br />
तब कही पगले नू कवनो देश ई खुशहाल बा <br />
<br />
ना करे के से करावे काम एह संसार में <br />
का कहीं 'भावुक' हो अइसन पेट ई चंडाल बा <br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B9_%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%9F%E0%A5%87_%E0%A4%95%E0%A4%A0%E0%A4%BF%E0%A4%A8,_%E0%A4%AE%E0%A4%97%E0%A4%B0_%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%9F%E0%A5%87_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96549राह बाटे कठिन, मगर बाटे / मनोज भावुक2010-10-29T08:55:38Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> राह बाटे कठिन, मगर बाट…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
राह बाटे कठिन, मगर बाटे <br />
चाहे बाटे अगर , डगर बाटे <br />
<br />
होखे खपरैल भा महल होखे <br />
नेह बाटे तबे ऊ घर बाटे <br />
<br />
तींत भा मीठ जे मिलल हक में <br />
ऊ त भोगे के उम्र भर बाटे <br />
<br />
साँच पूछीं त हमरा गीतन पर <br />
आज ले, राउरे असर बाटे <br />
<br />
आँख नइखे ई चार हो पावत <br />
लाख 'भावुक' मिलत नजर बाटे <br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%A4_%E0%A4%A4%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A4%B0%E0%A4%BE_%E0%A4%B8%E0%A5%87_%E0%A4%AC%E0%A4%A4%E0%A4%BE%E0%A4%88%E0%A4%82_%E0%A4%A4_%E0%A4%AC%E0%A4%A4%E0%A4%BE%E0%A4%88%E0%A4%82_%E0%A4%95%E0%A4%87%E0%A4%B8%E0%A5%87_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96548बात तोहरा से बताईं त बताईं कइसे / मनोज भावुक2010-10-29T08:54:31Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> बात तोहरा से बताईं त ब…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
बात तोहरा से बताईं त बताईं कइसे<br />
बात तोहरा से छिपाईं त छिपाईं कइसे <br />
<br />
बात कागज ले रहित तब त अउर बात रहित <br />
बात दिल पर से मिटाईं त मिटाईं कइसे <br />
<br />
अब हिया में बा चढ़त जात निराशा के जहर <br />
आस के फूल खिलाईं त खिलाईं कइसे <br />
<br />
आग बाहर के ना ,भीतर के हऽ ई, ए भाई <br />
एह से अपना के बचाईं त बचाईं कइसे <br />
<br />
बात गजले में कहत बानी हिया के अपना <br />
का करीं, मन के मनाईं त मनाईं कइसे <br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE_%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82_%E0%A4%9C%E0%A4%AC_%E0%A4%A7%E0%A4%87%E0%A4%B2_%E0%A4%97%E0%A4%87%E0%A4%B2_%E0%A4%A4%E0%A4%A8%E0%A5%80-%E0%A4%A4%E0%A4%A8%E0%A5%80_%E0%A4%B8%E0%A4%BE_%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%A4_%E0%A4%95%E0%A5%87_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96547हिया में जब धइल गइल तनी-तनी सा बात के / मनोज भावुक2010-10-29T08:53:28Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> हिया में जब धइल गइल तन…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
हिया में जब धइल गइल तनी-तनी सा बात के <br />
असर बहुत-बहुत भइल तनी-तनी सा बात के <br />
<br />
कहीं प फूल झर गइल कहीं प फूल खिल गइल <br />
अलग-अलग असर भइल तनी-तनी सा बात के <br />
<br />
जे जिन्दगी के हाल-चाल उम्र भर लिखत रहल <br />
ऊ राज ना समझ सकल तनी-तनी सा बात के <br />
<br />
ई मन बहुत मइल भइल तनी-तनी सा बात से <br />
बेकार में ढोअल गइल तनी-तनी सा बात के <br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%85%E0%A4%AC_%E0%A4%A4_%E0%A4%B9%E0%A4%B0_%E0%A4%B5%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4_%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%97_%E0%A4%A4%E0%A4%B9%E0%A4%B0%E0%A5%87_%E0%A4%AC%E0%A4%BE_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96546अब त हर वक्त संग तहरे बा / मनोज भावुक2010-10-29T08:52:31Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> अब त हर वक्त संग तहरे ब…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
अब त हर वक्त संग तहरे बा <br />
दिल के कागज प रंग तहरे बा <br />
<br />
जे तरे मन करे उड़ा लऽ तू <br />
डोर तहरे , पतंग तहरे बा <br />
<br />
तोहसे अलगा भला दहब कइसे <br />
धार तहरे , तरंग तहरे बा <br />
<br />
साँच पूछऽ त हमरा गजलन में <br />
छाव तहरे बा, ढ़ंग तहरे बा <br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B2%E0%A4%BE%E0%A4%96_%E0%A4%B0%E0%A5%8B%E0%A4%95%E0%A5%80%E0%A4%82_%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%97%E0%A4%BE%E0%A4%B9_%E0%A4%9A%E0%A4%B2_%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%A4%E0%A4%BE_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96545लाख रोकीं निगाह चल जाता / मनोज भावुक2010-10-29T08:51:33Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> लाख रोकीं निगाह चल जा…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
लाख रोकीं निगाह चल जाता <br />
का करीं मन मचल-मचल जाता <br />
<br />
राह में बिछलहर बा, काई बा <br />
गोड़ रह-रह फिसल-फिसल जाता <br />
<br />
रूप के आँच मन के लागत हीं <br />
साँस लहकत बा, तन पिघल जाता <br />
<br />
के तरे गीत गाईं जिनिगी के <br />
हर घड़ी लय बदल-बदल जाता <br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B9%E0%A4%B0_%E0%A4%95%E0%A4%A6%E0%A4%AE_%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A4%AF%E0%A5%87-%E0%A4%AE%E0%A4%B0%E0%A5%87_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%AC%E0%A4%BE_%E0%A4%87%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%81_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96544हर कदम जीये-मरे के बा इहाँ / मनोज भावुक2010-10-29T08:50:17Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> हर कदम जीये-मरे के बा इ…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
हर कदम जीये-मरे के बा इहाँ <br />
साँस जबले बा लड़े के बा इहाँ <br />
<br />
जिन्दगी जीये के मकसद खोज के <br />
ख्वाब के मोती जड़े के बा इहाँ <br />
<br />
स्वर्ग इहवें बा,नरक बाटे इहें <br />
जे करे के बा, भरे के बा इहाँ <br />
<br />
फूल में तक्षक के संशय हर घरी <br />
अब त खुशबू से डरे के बा इहाँ <br />
<br />
जिन्दगी तूफान में एगो दिया <br />
टिमटिमाते ही जरे के बा इहाँ <br />
<br />
सुख के मोती ,सीप के अब खोज मे <br />
दुख के दरिया तय करे के बा इहाँ <br />
<br />
जिन्दगी के साँच बस बाटे इहे <br />
एक दिन सभका मरे के बा इहाँ <br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%B8%E0%A4%BE_%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%9B_%E0%A4%8F%E0%A4%B9_%E0%A4%A4%E0%A4%B0%E0%A5%87_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%B9%E0%A5%8B_%E0%A4%97%E0%A4%87%E0%A4%B2_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96543हादसा कुछ एह तरे के हो गइल / मनोज भावुक2010-10-29T08:49:19Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> हादसा कुछ एह तरे के हो …</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
हादसा कुछ एह तरे के हो गइल <br />
लोग दुश्मन अब घरे के हो गइल <br />
<br />
रोप गइलें बीज बाबा बैर के <br />
सात पुश्तन तक लड़े के हो गइल <br />
<br />
अब गिलहरी ना रही एह गाँछ पर <br />
वक्त पतइन के झरे के हो गइल <br />
<br />
जब से लाठी गाँव के मुखिया बनल <br />
साँढ़ के छुट्टा चरे के हो गइल <br />
<br />
आँख में कुछ फिर उठल बा लालसा <br />
आँख में कुछ फिर मरे के हो गइल <br />
<br />
प्यार के अब जुर्म चाहे जे करे <br />
नाम 'भावुक' के धरे के हो गइल <br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B8%E0%A4%AC%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE_%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82_%E0%A4%A7%E0%A4%A1%E0%A4%BC%E0%A4%95%E0%A4%A4,_%E0%A4%9C%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%97%E0%A5%80_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%A6%E0%A5%81%E0%A4%86_%E0%A4%A4%E0%A5%82%E0%A4%B9%E0%A5%80%E0%A4%82_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96542सबका हिया में धड़कत, जिनिगी के दुआ तूहीं / मनोज भावुक2010-10-29T08:48:03Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> सबका हिया में धड़कत, ज…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
सबका हिया में धड़कत, जिनिगी के दुआ तूहीं <br />
सबका हिया में तड़पत, मउवत के हवा तूहीं<br />
<br />
सुख के भले ना होखऽ, दुख के त सखा तूहीं<br />
सब ओर से थकला पर आपन त खुदा तूहीं<br />
<br />
बाटे ई कहल मुश्किल, के गैर के आपन बा<br />
मौसम के तरह बदलत, रिश्तन में सगा तूहीं<br />
<br />
रस्ता के पता नइखे, मंजिल के पता नइखे<br />
जाये के जहाँ बाटे, ओह घर के पता तूहीं<br />
<br />
जिनिगी अउँजाइल बा, हर ओर धुआँ बाटे<br />
एह घोर अन्हरिया में असरा के दिया तूहीं<br />
<br />
तोहरा से छुपाईं का, तोहरा से बताईं का<br />
जे रोग लगल बाटे, ओकर त दवा तूहीं<br />
<br />
'भावुक' हो ई साँचे बा, जरले प कहे दुनिया<br />
सुलगत ए दोपहरी में सावन के घटा तूहीं<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B8%E0%A4%AC%E0%A4%B8%E0%A5%87_%E0%A4%AC%E0%A4%A1%E0%A4%BC%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%B6%E0%A4%BE%E0%A4%AA_%E0%A4%97%E0%A4%B0%E0%A5%80%E0%A4%AC%E0%A5%80_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96538सबसे बड़का शाप गरीबी / मनोज भावुक2010-10-29T08:38:16Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> सबसे बड़का शाप गरीबी …</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
सबसे बड़का शाप गरीबी <br />
सबसे बड़का पाप गरीबी <br />
<br />
डँसे उम्र भर, डेग-डेग पर <br />
बन के करइत साँप गरीबी <br />
<br />
हीत-मीत के दर्शन दुर्लभ <br />
जब से लेलस छाप गरीबी <br />
<br />
साधू के भी चोर बनावे <br />
हरे पुन्य- प्रताप गरीबी <br />
<br />
जन्म कर्ज में, मृत्यु कर्ज में <br />
अइसन चँपलस चाँप गरीबी <br />
<br />
सुन्दर, स्वस्थ,सपूत अमीरी <br />
जर्जर बूढ़ा बाप गरीबी <br />
<br />
जे अलाय बा ओकरा घर में <br />
पहुँचे अपने आप गरीबी <br />
<br />
सूप पटकला से ना भागी <br />
रोग, दलिद्दर, पाप, गरीबी <br />
<br />
ज्ञान भरल श्रम के लाठी से <br />
भागी अपने आप गरीबी <br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%9C%E0%A5%81%E0%A4%B2%E0%A5%8D%E0%A4%AE_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%A4%E0%A5%82%E0%A4%AB%E0%A4%BE%E0%A4%A8_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%B0%E0%A4%89%E0%A4%B0%E0%A5%87_%E0%A4%95%E0%A4%B9%E0%A5%80%E0%A4%82,_%E0%A4%95%E0%A4%AC%E0%A4%B2%E0%A5%87_%E0%A4%B8%E0%A4%B9%E0%A5%80%E0%A4%82_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96535जुल्म के तूफान के रउरे कहीं, कबले सहीं / मनोज भावुक2010-10-29T08:20:12Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> जुल्म के तूफान के रउर…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
जुल्म के तूफान के रउरे कहीं, कबले सहीं <br />
खुद ना काहें बन के तूफानी हवा उल्टे बहीं <br />
<br />
भेद मन के मन में राखब कब ले अइसे जाँत के <br />
आज खुल के बात कुछ रउरो कहीं, हमहूँ कहीं <br />
<br />
का हरज बाटे कि ख्वाबे के हकीकत मान के <br />
प्यार के दरियाव में कुछ देर खातिर हम दहीं <br />
<br />
घर बसल अलगे-अलग, बाकिर का ना ई हो सके <br />
रउरा दिल में हम रहीं आ हमरा में रउरा रहीं <br />
<br />
छल-कपट आ पाप से जेकर भरल बा जिन्दगी <br />
कुछ हुनर सीखे बदे तऽ पाँव हम ओकरो गहीं <br />
<br />
जिन्दगी के साँच से महरूम बाटे जे गजल <br />
ओह गजल के हम भला 'भावुक' गजल कइसे कहीं <br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96534मनोज भावुक2010-10-29T08:17:42Z<p>Manojsinghbhawuk: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=manojbhavuk.jpg<br />
|नाम=मनोज कुमार सिंह<br />
|उपनाम=मनोज भावुक <br />
|जन्म=02 जनवरी 1976 <br />
|जन्मस्थान=सीवान, बिहार, भारत ।<br />
|कृतियाँ=तस्वीर ज़िंदगी के (भोजपुरी ग़ज़ल-संग्रह), चलनी में पानी (भोजपुरी दोहा व गीत-संग्रह) <br />
|विविध=भोजपुरी के चर्चित कवि और गीतकार। भारतीय भाषा परिषद सम्मान (2006) और पंडित प्रताप नारायण मिश्र (2010) युवा सम्मान। अभिनय, एंकरिंग एवं पटकथा लेखन आदि विधाओं में गहरी रुचि। <br />
|सम्पर्क=<br />
|जीवनी=[[मनोज भावुक / परिचय]]<br />
|अंग्रेज़ी नाम=Manoj Bhawuk<br />
}}<br />
'''भोजपुरी ग़ज़लें'''<br />
* [[दर्द उबल के जब छलकेला गज़ल कहेलें भावुक जी / मनोज भावुक]]<br />
* [[हजारो सपना सजा के मन में चलत रहेलें मनोज भावुक / मनोज भावुक]]<br />
* [[फूल के अस्मिता बचावे के / मनोज भावुक]]<br />
* [[बचपन के हमरा याद के दरपन कहाँ गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[भँवर में डूबियो के आदमी उबर जाला / मनोज भावुक]]<br />
* [[अबकी दियरी के परब अइसे मनावल जाए / मनोज भावुक]]<br />
* [[बहुत नाच जिनिगी नचावत रहल / मनोज भावुक]]<br />
* [[हियरा में फूल बन के खिले कौनो-कौनो बात / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात पर बात होता बात ओराते नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[ देखलीं जे बइठि के दरिया किनारे/ मनोज भावुक]]<br />
* [[ ना रहित झाँझर मड़इया फूस के / मनोज भावुक]]<br />
* [[दरिया के बीच बइठ के कागज के नाव में / मनोज भावुक]]<br />
* [[कबहूँ लिखा सकल ना तहरीर जिन्दगी के / मनोज भावुक]]<br />
* [[मुहब्बत खेल हऽ अइसन कि हारो जीत लागेला / मनोज भावुक]]<br />
* [[रेशम के कीड़ा के तरे खुदहीं बनावत जाल बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[फूल हम आस के आँखिन में उगावत बानी / मनोज भावुक]]<br />
* [[हिया के पीर छलकके गजल में आइल बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[जे राग मन में बाटे, सुर पर सधात नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[जिन्दगी सवाल हऽ, जिन्दगी जवाब हऽ / मनोज भावुक]]<br />
* [[जिनिगी के जख्म, पीर, जमाना के घात बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[गजल जिन्दगी के गवाए त देतीं / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात खुल के कहीं, भइल बा का ? / मनोज भावुक]]<br />
* [[जाईं तऽ जाईं हम कहाँ आगे / मनोज भावुक]]<br />
* [[मन के चउकठ पर धइल बाटे दिया उम्मीद के / मनोज भावुक]]<br />
* [[होखे अगर जो हिम्मत कुछुओ पहाड़ नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[आखिर जुबां के बात कलम में समा गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात पर बात जब मन परल होई / मनोज भावुक]]<br />
* [[आदमी जे सहज सरल बाटे / मनोज भावुक]]<br />
* [[हमरा सँगे अजीब करामात हो गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[हमरा चुप्पी के मतलब लगावल गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[काँट के साथ बा गुलाब, ए दोस्त / मनोज भावुक]]<br />
* [[अमन वतन के बनल रहे बस / मनोज भावुक]]<br />
* [[या त परबत बने या त जन्नत बने / मनोज भावुक]]<br />
* [[का करित जो इहो करित ना तऽ / मनोज भावुक]]<br />
* [[आँख से कुछ कसर हो गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[काँट ही काँट बा जो डगर में / मनोज भावुक]]<br />
* [[निश्छल, निर्मल, कल-कल, छल-छल / मनोज भावुक]]<br />
* [[घाव पाकी त फुटबे करी / मनोज भावुक]]<br />
* [[एह कदर आज बेरोजगारी भइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[हिया हमार तार-तार हो गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[वक्त जीवन में अइसन ना आवे कबो / मनोज भावुक]]<br />
* [[दिल में प्यारे के बीआ बोआ जब गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[तोहरे बा आसरा अब, तोहरे बा अब सहारा / मनोज भावुक]]<br />
* [[शेर जाल में फँस जाला तऽ सियरो आँख देखावेला / मनोज भावुक]]<br />
* [[हमरा विश्वास बाटे कि हम एक दिन / मनोज भावुक]]<br />
* [[का बा तहरा-हमरा में / मनोज भावुक]]<br />
* [[अनजान शहर बाटे, अनजान सफर बाटे / मनोज भावुक]]<br />
* [[दुख-दरद या हँसी या खुशी, जे भी दुनिया से हमरा मिलल / मनोज भावुक]]<br />
* [[परेशान रहला से का फायदा बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[गजबे मुकद्दर हो गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[कटा के सर जे आपन देश के इज्जत बचवले बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[हजारो गम में रहेले माई / मनोज भावुक]]<br />
* [[जुल्म के सामने चुप रहल / मनोज भावुक]]<br />
* [[जिन्दगी के ताल में सगरो फेंकाइल जाल बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[राह बाटे कठिन, मगर बाटे / मनोज भावुक]]<br />
* [[जुल्म के तूफान के रउरे कहीं, कबले सहीं / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात तोहरा से बताईं त बताईं कइसे / मनोज भावुक]]<br />
* [[हिया में जब धइल गइल तनी-तनी सा बात के / मनोज भावुक]]<br />
* [[अब त हर वक्त संग तहरे बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[लाख रोकीं निगाह चल जाता / मनोज भावुक]]<br />
* [[हर कदम जीये-मरे के बा इहाँ / मनोज भावुक]]<br />
* [[हादसा कुछ एह तरे के हो गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[सबका हिया में धड़कत, जिनिगी के दुआ तूहीं / मनोज भावुक]]<br />
* [[सबसे बड़का शाप गरीबी / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]</div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96533मनोज भावुक2010-10-29T08:06:50Z<p>Manojsinghbhawuk: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=manojbhavuk.jpg<br />
|नाम=मनोज कुमार सिंह<br />
|उपनाम=मनोज भावुक <br />
|जन्म=02 जनवरी 1976 <br />
|जन्मस्थान=सीवान, बिहार, भारत ।<br />
|कृतियाँ=तस्वीर ज़िंदगी के (भोजपुरी ग़ज़ल-संग्रह), चलनी में पानी (भोजपुरी दोहा व गीत-संग्रह) <br />
|विविध=भोजपुरी के चर्चित कवि और गीतकार। भारतीय भाषा परिषद सम्मान (2006) और पंडित प्रताप नारायण मिश्र (2010) युवा सम्मान। अभिनय, एंकरिंग एवं पटकथा लेखन आदि विधाओं में गहरी रुचि। <br />
|सम्पर्क=<br />
|जीवनी=[[मनोज भावुक / परिचय]]<br />
|अंग्रेज़ी नाम=Manoj Bhawuk<br />
}}<br />
'''भोजपुरी ग़ज़लें'''<br />
* [[दर्द उबल के जब छलकेला गज़ल कहेलें भावुक जी / मनोज भावुक]]<br />
* [[हजारो सपना सजा के मन में चलत रहेलें मनोज भावुक / मनोज भावुक]]<br />
* [[फूल के अस्मिता बचावे के / मनोज भावुक]]<br />
* [[बचपन के हमरा याद के दरपन कहाँ गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[भँवर में डूबियो के आदमी उबर जाला / मनोज भावुक]]<br />
* [[अबकी दियरी के परब अइसे मनावल जाए / मनोज भावुक]]<br />
* [[बहुत नाच जिनिगी नचावत रहल / मनोज भावुक]]<br />
* [[हियरा में फूल बन के खिले कौनो-कौनो बात / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात पर बात होता बात ओराते नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[ देखलीं जे बइठि के दरिया किनारे/ मनोज भावुक]]<br />
* [[ ना रहित झाँझर मड़इया फूस के / मनोज भावुक]]<br />
* [[दरिया के बीच बइठ के कागज के नाव में / मनोज भावुक]]<br />
* [[कबहूँ लिखा सकल ना तहरीर जिन्दगी के / मनोज भावुक]]<br />
* [[मुहब्बत खेल हऽ अइसन कि हारो जीत लागेला / मनोज भावुक]]<br />
* [[रेशम के कीड़ा के तरे खुदहीं बनावत जाल बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[फूल हम आस के आँखिन में उगावत बानी / मनोज भावुक]]<br />
* [[हिया के पीर छलकके गजल में आइल बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[जे राग मन में बाटे, सुर पर सधात नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[जिन्दगी सवाल हऽ, जिन्दगी जवाब हऽ / मनोज भावुक]]<br />
* [[जिनिगी के जख्म, पीर, जमाना के घात बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[गजल जिन्दगी के गवाए त देतीं / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात खुल के कहीं, भइल बा का ? / मनोज भावुक]]<br />
* [[जाईं तऽ जाईं हम कहाँ आगे / मनोज भावुक]]<br />
* [[मन के चउकठ पर धइल बाटे दिया उम्मीद के / मनोज भावुक]]<br />
* [[होखे अगर जो हिम्मत कुछुओ पहाड़ नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[आखिर जुबां के बात कलम में समा गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात पर बात जब मन परल होई / मनोज भावुक]]<br />
* [[आदमी जे सहज सरल बाटे / मनोज भावुक]]<br />
* [[हमरा सँगे अजीब करामात हो गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[हमरा चुप्पी के मतलब लगावल गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[काँट के साथ बा गुलाब, ए दोस्त / मनोज भावुक]]<br />
* [[अमन वतन के बनल रहे बस / मनोज भावुक]]<br />
* [[या त परबत बने या त जन्नत बने / मनोज भावुक]]<br />
* [[का करित जो इहो करित ना तऽ / मनोज भावुक]]<br />
* [[आँख से कुछ कसर हो गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[काँट ही काँट बा जो डगर में / मनोज भावुक]]<br />
* [[निश्छल, निर्मल, कल-कल, छल-छल / मनोज भावुक]]<br />
* [[घाव पाकी त फुटबे करी / मनोज भावुक]]<br />
* [[एह कदर आज बेरोजगारी भइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[हिया हमार तार-तार हो गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[वक्त जीवन में अइसन ना आवे कबो / मनोज भावुक]]<br />
* [[दिल में प्यारे के बीआ बोआ जब गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[तोहरे बा आसरा अब, तोहरे बा अब सहारा / मनोज भावुक]]<br />
* [[शेर जाल में फँस जाला तऽ सियरो आँख देखावेला / मनोज भावुक]]<br />
* [[हमरा विश्वास बाटे कि हम एक दिन / मनोज भावुक]]<br />
* [[का बा तहरा-हमरा में / मनोज भावुक]]<br />
* [[अनजान शहर बाटे, अनजान सफर बाटे / मनोज भावुक]]<br />
* [[दुख-दरद या हँसी या खुशी, जे भी दुनिया से हमरा मिलल / मनोज भावुक]]<br />
* [[परेशान रहला से का फायदा बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[गजबे मुकद्दर हो गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[कटा के सर जे आपन देश के इज्जत बचवले बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[हजारो गम में रहेले माई / मनोज भावुक]]<br />
* [[जुल्म के सामने चुप रहल / मनोज भावुक]]<br />
* [[जिन्दगी के ताल में सगरो फेंकाइल जाल बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]</div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96532मनोज भावुक2010-10-29T08:05:27Z<p>Manojsinghbhawuk: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=manojbhavuk.jpg<br />
|नाम=मनोज कुमार सिंह<br />
|उपनाम=मनोज भावुक <br />
|जन्म=02 जनवरी 1976 <br />
|जन्मस्थान=सीवान, बिहार, भारत ।<br />
|कृतियाँ=तस्वीर ज़िंदगी के (भोजपुरी ग़ज़ल-संग्रह), चलनी में पानी (भोजपुरी दोहा व गीत-संग्रह) <br />
|विविध=भोजपुरी के चर्चित कवि और गीतकार। भारतीय भाषा परिषद सम्मान (2006) और पंडित प्रताप नारायण मिश्र (2010) युवा सम्मान। अभिनय, एंकरिंग एवं पटकथा लेखन आदि विधाओं में गहरी रुचि। <br />
|सम्पर्क=<br />
|जीवनी=[[मनोज भावुक / परिचय]]<br />
|अंग्रेज़ी नाम=Manoj Bhawuk<br />
}}<br />
'''भोजपुरी ग़ज़लें'''<br />
* [[दर्द उबल के जब छलकेला गज़ल कहेलें भावुक जी / मनोज भावुक]]<br />
* [[हजारो सपना सजा के मन में चलत रहेलें मनोज भावुक / मनोज भावुक]]<br />
* [[फूल के अस्मिता बचावे के / मनोज भावुक]]<br />
* [[बचपन के हमरा याद के दरपन कहाँ गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[भँवर में डूबियो के आदमी उबर जाला / मनोज भावुक]]<br />
* [[अबकी दियरी के परब अइसे मनावल जाए / मनोज भावुक]]<br />
* [[बहुत नाच जिनिगी नचावत रहल / मनोज भावुक]]<br />
* [[हियरा में फूल बन के खिले कौनो-कौनो बात / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात पर बात होता बात ओराते नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[ देखलीं जे बइठि के दरिया किनारे/ मनोज भावुक]]<br />
* [[ ना रहित झाँझर मड़इया फूस के / मनोज भावुक]]<br />
* [[दरिया के बीच बइठ के कागज के नाव में / मनोज भावुक]]<br />
* [[कबहूँ लिखा सकल ना तहरीर जिन्दगी के / मनोज भावुक]]<br />
* [[मुहब्बत खेल हऽ अइसन कि हारो जीत लागेला / मनोज भावुक]]<br />
* [[रेशम के कीड़ा के तरे खुदहीं बनावत जाल बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[फूल हम आस के आँखिन में उगावत बानी / मनोज भावुक]]<br />
* [[हिया के पीर छलकके गजल में आइल बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[जे राग मन में बाटे, सुर पर सधात नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[जिन्दगी सवाल हऽ, जिन्दगी जवाब हऽ / मनोज भावुक]]<br />
* [[जिनिगी के जख्म, पीर, जमाना के घात बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[गजल जिन्दगी के गवाए त देतीं / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात खुल के कहीं, भइल बा का ? / मनोज भावुक]]<br />
* [[जाईं तऽ जाईं हम कहाँ आगे / मनोज भावुक]]<br />
* [[मन के चउकठ पर धइल बाटे दिया उम्मीद के / मनोज भावुक]]<br />
* [[होखे अगर जो हिम्मत कुछुओ पहाड़ नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[आखिर जुबां के बात कलम में समा गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात पर बात जब मन परल होई / मनोज भावुक]]<br />
* [[आदमी जे सहज सरल बाटे / मनोज भावुक]]<br />
* [[हमरा सँगे अजीब करामात हो गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[हमरा चुप्पी के मतलब लगावल गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[काँट के साथ बा गुलाब, ए दोस्त / मनोज भावुक]]<br />
* [[अमन वतन के बनल रहे बस / मनोज भावुक]]<br />
* [[या त परबत बने या त जन्नत बने / मनोज भावुक]]<br />
* [[का करित जो इहो करित ना तऽ / मनोज भावुक]]<br />
* [[आँख से कुछ कसर हो गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[काँट ही काँट बा जो डगर में / मनोज भावुक]]<br />
* [[निश्छल, निर्मल, कल-कल, छल-छल / मनोज भावुक]]<br />
* [[घाव पाकी त फुटबे करी / मनोज भावुक]]<br />
* [[एह कदर आज बेरोजगारी भइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[हिया हमार तार-तार हो गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[वक्त जीवन में अइसन ना आवे कबो / मनोज भावुक]]<br />
* [[दिल में प्यारे के बीआ बोआ जब गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[तोहरे बा आसरा अब, तोहरे बा अब सहारा / मनोज भावुक]]<br />
* [[शेर जाल में फँस जाला तऽ सियरो आँख देखावेला / मनोज भावुक]]<br />
* [[हमरा विश्वास बाटे कि हम एक दिन / मनोज भावुक]]<br />
* [[का बा तहरा-हमरा में / मनोज भावुक]]<br />
* [[अनजान शहर बाटे, अनजान सफर बाटे / मनोज भावुक]]<br />
* [[दुख-दरद या हँसी या खुशी, जे भी दुनिया से हमरा मिलल / मनोज भावुक]]<br />
* [[परेशान रहला से का फायदा बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[गजबे मुकद्दर हो गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[कटा के सर जे आपन देश के इज्जत बचवले बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[हजारो गम में रहेले माई / मनोज भावुक]]<br />
* [[जुल्म के सामने चुप रहल / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]</div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96531मनोज भावुक2010-10-29T07:56:58Z<p>Manojsinghbhawuk: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=manojbhavuk.jpg<br />
|नाम=मनोज कुमार सिंह<br />
|उपनाम=मनोज भावुक <br />
|जन्म=02 जनवरी 1976 <br />
|जन्मस्थान=सीवान, बिहार, भारत ।<br />
|कृतियाँ=तस्वीर ज़िंदगी के (भोजपुरी ग़ज़ल-संग्रह), चलनी में पानी (भोजपुरी दोहा व गीत-संग्रह) <br />
|विविध=भोजपुरी के चर्चित कवि और गीतकार। भारतीय भाषा परिषद सम्मान (2006) और पंडित प्रताप नारायण मिश्र (2010) युवा सम्मान। अभिनय, एंकरिंग एवं पटकथा लेखन आदि विधाओं में गहरी रुचि। <br />
|सम्पर्क=<br />
|जीवनी=[[मनोज भावुक / परिचय]]<br />
|अंग्रेज़ी नाम=Manoj Bhawuk<br />
}}<br />
'''भोजपुरी ग़ज़लें'''<br />
* [[दर्द उबल के जब छलकेला गज़ल कहेलें भावुक जी / मनोज भावुक]]<br />
* [[हजारो सपना सजा के मन में चलत रहेलें मनोज भावुक / मनोज भावुक]]<br />
* [[फूल के अस्मिता बचावे के / मनोज भावुक]]<br />
* [[बचपन के हमरा याद के दरपन कहाँ गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[भँवर में डूबियो के आदमी उबर जाला / मनोज भावुक]]<br />
* [[अबकी दियरी के परब अइसे मनावल जाए / मनोज भावुक]]<br />
* [[बहुत नाच जिनिगी नचावत रहल / मनोज भावुक]]<br />
* [[हियरा में फूल बन के खिले कौनो-कौनो बात / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात पर बात होता बात ओराते नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[ देखलीं जे बइठि के दरिया किनारे/ मनोज भावुक]]<br />
* [[ ना रहित झाँझर मड़इया फूस के / मनोज भावुक]]<br />
* [[दरिया के बीच बइठ के कागज के नाव में / मनोज भावुक]]<br />
* [[कबहूँ लिखा सकल ना तहरीर जिन्दगी के / मनोज भावुक]]<br />
* [[मुहब्बत खेल हऽ अइसन कि हारो जीत लागेला / मनोज भावुक]]<br />
* [[रेशम के कीड़ा के तरे खुदहीं बनावत जाल बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[फूल हम आस के आँखिन में उगावत बानी / मनोज भावुक]]<br />
* [[हिया के पीर छलकके गजल में आइल बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[जे राग मन में बाटे, सुर पर सधात नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[जिन्दगी सवाल हऽ, जिन्दगी जवाब हऽ / मनोज भावुक]]<br />
* [[जिनिगी के जख्म, पीर, जमाना के घात बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[गजल जिन्दगी के गवाए त देतीं / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात खुल के कहीं, भइल बा का ? / मनोज भावुक]]<br />
* [[जाईं तऽ जाईं हम कहाँ आगे / मनोज भावुक]]<br />
* [[मन के चउकठ पर धइल बाटे दिया उम्मीद के / मनोज भावुक]]<br />
* [[होखे अगर जो हिम्मत कुछुओ पहाड़ नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[आखिर जुबां के बात कलम में समा गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात पर बात जब मन परल होई / मनोज भावुक]]<br />
* [[आदमी जे सहज सरल बाटे / मनोज भावुक]]<br />
* [[हमरा सँगे अजीब करामात हो गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[हमरा चुप्पी के मतलब लगावल गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]</div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B9%E0%A4%AE%E0%A4%B0%E0%A4%BE_%E0%A4%9A%E0%A5%81%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%AA%E0%A5%80_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%AE%E0%A4%A4%E0%A4%B2%E0%A4%AC_%E0%A4%B2%E0%A4%97%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%B2_%E0%A4%97%E0%A4%87%E0%A4%B2_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96530हमरा चुप्पी के मतलब लगावल गइल / मनोज भावुक2010-10-29T07:55:13Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> हमरा चुप्पी के मतलब ल…</p>
<hr />
<div>KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
हमरा चुप्पी के मतलब लगावल गइल<br />
हमके मगरूर बहुते बतावल गइल<br />
<br />
ई लकम तऽ विरासत में बाटे मिलल<br />
कबहूँ रोआँ ना हमसे गिरावल गइल<br />
<br />
नइखे एहसास, जज्बात, धड़कन जहाँ<br />
जख्म उहँवाँ अनेरे देखावल गइल<br />
<br />
दर्द अल्फाज में ढल गइल, ओसे का<br />
गीत पत्थर के काहें सुनावल गइल<br />
<br />
जाने का-का दो मन में फुटत बा रहत<br />
जब से शादी के चर्चा चलावल गइल<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96529मनोज भावुक2010-10-29T07:54:02Z<p>Manojsinghbhawuk: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=manojbhavuk.jpg<br />
|नाम=मनोज कुमार सिंह<br />
|उपनाम=मनोज भावुक <br />
|जन्म=02 जनवरी 1976 <br />
|जन्मस्थान=सीवान, बिहार, भारत ।<br />
|कृतियाँ=तस्वीर ज़िंदगी के (भोजपुरी ग़ज़ल-संग्रह), चलनी में पानी (भोजपुरी दोहा व गीत-संग्रह) <br />
|विविध=भोजपुरी के चर्चित कवि और गीतकार। भारतीय भाषा परिषद सम्मान (2006) और पंडित प्रताप नारायण मिश्र (2010) युवा सम्मान। अभिनय, एंकरिंग एवं पटकथा लेखन आदि विधाओं में गहरी रुचि। <br />
|सम्पर्क=<br />
|जीवनी=[[मनोज भावुक / परिचय]]<br />
|अंग्रेज़ी नाम=Manoj Bhawuk<br />
}}<br />
'''भोजपुरी ग़ज़लें'''<br />
* [[दर्द उबल के जब छलकेला गज़ल कहेलें भावुक जी / मनोज भावुक]]<br />
* [[हजारो सपना सजा के मन में चलत रहेलें मनोज भावुक / मनोज भावुक]]<br />
* [[फूल के अस्मिता बचावे के / मनोज भावुक]]<br />
* [[बचपन के हमरा याद के दरपन कहाँ गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[भँवर में डूबियो के आदमी उबर जाला / मनोज भावुक]]<br />
* [[अबकी दियरी के परब अइसे मनावल जाए / मनोज भावुक]]<br />
* [[बहुत नाच जिनिगी नचावत रहल / मनोज भावुक]]<br />
* [[हियरा में फूल बन के खिले कौनो-कौनो बात / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात पर बात होता बात ओराते नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[ देखलीं जे बइठि के दरिया किनारे/ मनोज भावुक]]<br />
* [[ ना रहित झाँझर मड़इया फूस के / मनोज भावुक]]<br />
* [[दरिया के बीच बइठ के कागज के नाव में / मनोज भावुक]]<br />
* [[कबहूँ लिखा सकल ना तहरीर जिन्दगी के / मनोज भावुक]]<br />
* [[मुहब्बत खेल हऽ अइसन कि हारो जीत लागेला / मनोज भावुक]]<br />
* [[रेशम के कीड़ा के तरे खुदहीं बनावत जाल बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[फूल हम आस के आँखिन में उगावत बानी / मनोज भावुक]]<br />
* [[हिया के पीर छलकके गजल में आइल बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[जे राग मन में बाटे, सुर पर सधात नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[जिन्दगी सवाल हऽ, जिन्दगी जवाब हऽ / मनोज भावुक]]<br />
* [[जिनिगी के जख्म, पीर, जमाना के घात बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[गजल जिन्दगी के गवाए त देतीं / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात खुल के कहीं, भइल बा का ? / मनोज भावुक]]<br />
* [[जाईं तऽ जाईं हम कहाँ आगे / मनोज भावुक]]<br />
* [[मन के चउकठ पर धइल बाटे दिया उम्मीद के / मनोज भावुक]]<br />
* [[होखे अगर जो हिम्मत कुछुओ पहाड़ नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[आखिर जुबां के बात कलम में समा गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात पर बात जब मन परल होई / मनोज भावुक]]<br />
* [[आदमी जे सहज सरल बाटे / मनोज भावुक]]<br />
* [[हमरा सँगे अजीब करामात हो गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[हमरा चुप्पी के मतलब लगावल गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]</div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A4%AF_%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82_%E0%A4%9D%E0%A4%AA%E0%A4%95%E0%A5%80_/_%E0%A4%85%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A4%BE&diff=96502पुस्तकालय में झपकी / अनामिका2010-10-28T17:02:57Z<p>Manojsinghbhawuk: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=अनामिका<br />
|संग्रह=<br />
}}<br />
{{KKCatKavita}}<br />
<poem><br />
गमीर् गजब है!<br />
चैन से जरा ऊंघ पाने की<br />
इससे ज्यादा सुरिक्षत, ठंडी, शांत जगह<br />
धरती पर दूसरी नहीं शायद।<br />
<br />
गैलिस की पतलून,<br />
ढीले पैतावे पहने<br />
रोज आते हैं जो<br />
नियत समय पर यहां ऊंघने <br />
<br />
वे वृद्ध गोरियो, किंग लियर,<br />
भीष्म पितामह और विदुर वगैरह अपने साग-वाग<br />
लिए-दिए आते हैं<br />
छोटे टिफन में। <br />
<br />
टायलेट में जाकर मांजते हैं देर तलक<br />
अपना टिफन बाक्स खाने के बाद।<br />
बहुत देर में चुनते हैं अपने-लायक<br />
मोटे हर्फों वाली पतली किताब,<br />
उत्साह से पढ़ते है पृष्ठ दो-चार<br />
देखते हैं पढ़कर<br />
ठीक बैठा कि नहीं बैठा<br />
चश्मे का नंबर।<br />
<br />
वे जिसके बारे में पढ़ते हैं-<br />
वो ही हो जाते हैं अक्सर-<br />
बारी-बारी से अशोक, बुद्ध, अकबर।<br />
मधुबाला, नूतन की चाल-ढाल,<br />
पृथ्वी कपूर और उनकी औलादों के तेवर<br />
ढूंढा करते हैं वे इधर-उधर<br />
और फिर थककर सो जाते हैं कुर्सी पर।<br />
<br />
मुंह खोल सोए हुए बूढ़े<br />
दुनिया की प्राचीनतम<br />
पांडुलिपियों से झड़ी<br />
धूल फांकते-फांकते<br />
खुद ही हो जाते हैं जीर्ण-शीर्ण भूजर्पत्र! <br />
<br />
कभी-कभी हवा छेड़ती है इन्हें,<br />
गौरैया उड़ती-फुड़ती<br />
इन पर कर जाती है<br />
नन्हें पंजों से हस्ताक्षर। <br />
<br />
क्या कोई राहुल सांस्कृतायन आएगा<br />
और जिह्वार्ग किए इन्हें लिए जाएगा<br />
तिब्बत की सीमा के पार?<br />
<br />
</poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A4%AF_%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82_%E0%A4%9D%E0%A4%AA%E0%A4%95%E0%A5%80_/_%E0%A4%85%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A4%BE&diff=96501पुस्तकालय में झपकी / अनामिका2010-10-28T17:02:09Z<p>Manojsinghbhawuk: पृष्ठ से सम्पूर्ण विषयवस्तु हटा रहा है</p>
<hr />
<div></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B9%E0%A4%AE%E0%A4%B0%E0%A4%BE_%E0%A4%B8%E0%A4%81%E0%A4%97%E0%A5%87_%E0%A4%85%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A4%AC_%E0%A4%95%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%A4_%E0%A4%B9%E0%A5%8B_%E0%A4%97%E0%A4%87%E0%A4%B2_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96500हमरा सँगे अजीब करामात हो गइल / मनोज भावुक2010-10-28T16:56:51Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> हमरा सँगे अजीब करामा…</p>
<hr />
<div><br />
{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
हमरा सँगे अजीब करामात हो गइल<br />
सूरज खड़ा बा सामने आ रात हो गइल<br />
<br />
एह मोड़ पर हमार ई हालात हो गइल<br />
खुद जिन्दगी भी बाटे सवालात हो गइल<br />
<br />
'''''परिचय हमार पूछ रहल बा घरे के लोग<br />
अइसन हमार हाय रे, औकात हो गइल'''''<br />
<br />
जमकल रहित करेज में कहिया ले ई भला<br />
अच्छे भइल जे दर्द के बरसात हो गइल<br />
<br />
'भावुक' हो! हमरा वास्ते बाटे बहुत कठिन<br />
भीतर जहर उतार के सुकरात हो गइल<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96499मनोज भावुक2010-10-28T16:56:19Z<p>Manojsinghbhawuk: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=manojbhavuk.jpg<br />
|नाम=मनोज कुमार सिंह<br />
|उपनाम=मनोज भावुक <br />
|जन्म=02 जनवरी 1976 <br />
|जन्मस्थान=सीवान, बिहार, भारत ।<br />
|कृतियाँ=तस्वीर ज़िंदगी के (भोजपुरी ग़ज़ल-संग्रह), चलनी में पानी (भोजपुरी दोहा व गीत-संग्रह) <br />
|विविध=भोजपुरी के चर्चित कवि और गीतकार। भारतीय भाषा परिषद सम्मान (2006) और पंडित प्रताप नारायण मिश्र (2010) युवा सम्मान। अभिनय, एंकरिंग एवं पटकथा लेखन आदि विधाओं में गहरी रुचि। <br />
|सम्पर्क=<br />
|जीवनी=[[मनोज भावुक / परिचय]]<br />
|अंग्रेज़ी नाम=Manoj Bhawuk<br />
}}<br />
'''भोजपुरी ग़ज़लें'''<br />
* [[दर्द उबल के जब छलकेला गज़ल कहेलें भावुक जी / मनोज भावुक]]<br />
* [[हजारो सपना सजा के मन में चलत रहेलें मनोज भावुक / मनोज भावुक]]<br />
* [[फूल के अस्मिता बचावे के / मनोज भावुक]]<br />
* [[बचपन के हमरा याद के दरपन कहाँ गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[भँवर में डूबियो के आदमी उबर जाला / मनोज भावुक]]<br />
* [[अबकी दियरी के परब अइसे मनावल जाए / मनोज भावुक]]<br />
* [[बहुत नाच जिनिगी नचावत रहल / मनोज भावुक]]<br />
* [[हियरा में फूल बन के खिले कौनो-कौनो बात / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात पर बात होता बात ओराते नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[ देखलीं जे बइठि के दरिया किनारे/ मनोज भावुक]]<br />
* [[ ना रहित झाँझर मड़इया फूस के / मनोज भावुक]]<br />
* [[दरिया के बीच बइठ के कागज के नाव में / मनोज भावुक]]<br />
* [[कबहूँ लिखा सकल ना तहरीर जिन्दगी के / मनोज भावुक]]<br />
* [[मुहब्बत खेल हऽ अइसन कि हारो जीत लागेला / मनोज भावुक]]<br />
* [[रेशम के कीड़ा के तरे खुदहीं बनावत जाल बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[फूल हम आस के आँखिन में उगावत बानी / मनोज भावुक]]<br />
* [[हिया के पीर छलकके गजल में आइल बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[जे राग मन में बाटे, सुर पर सधात नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[जिन्दगी सवाल हऽ, जिन्दगी जवाब हऽ / मनोज भावुक]]<br />
* [[जिनिगी के जख्म, पीर, जमाना के घात बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[गजल जिन्दगी के गवाए त देतीं / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात खुल के कहीं, भइल बा का ? / मनोज भावुक]]<br />
* [[जाईं तऽ जाईं हम कहाँ आगे / मनोज भावुक]]<br />
* [[मन के चउकठ पर धइल बाटे दिया उम्मीद के / मनोज भावुक]]<br />
* [[होखे अगर जो हिम्मत कुछुओ पहाड़ नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[आखिर जुबां के बात कलम में समा गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात पर बात जब मन परल होई / मनोज भावुक]]<br />
* [[आदमी जे सहज सरल बाटे / मनोज भावुक]]<br />
* [[हमरा सँगे अजीब करामात हो गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]</div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%86%E0%A4%A6%E0%A4%AE%E0%A5%80_%E0%A4%9C%E0%A5%87_%E0%A4%B8%E0%A4%B9%E0%A4%9C_%E0%A4%B8%E0%A4%B0%E0%A4%B2_%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%9F%E0%A5%87_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96498आदमी जे सहज सरल बाटे / मनोज भावुक2010-10-28T16:55:17Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> आदमी जे सहज सरल बाटे …</p>
<hr />
<div><br />
{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
आदमी जे सहज सरल बाटे<br />
खूब हमरा पसन परल बाटे<br />
<br />
छोड़ दिहले हँसल ऊ अनका पर<br />
जब से खुद पर नजर पड़ल बाटे<br />
<br />
सुख के एहसास नइखे हो पावत<br />
सुख के सामान सब भरल बाटे<br />
<br />
दुख के दरियाव से बनल बदरी<br />
आँख का राह से झरल बाटे<br />
<br />
भर मुँहे बात जे कइल ना कबो<br />
आज हमरा प ऊ ढरल बाटे<br />
<br />
घाम बदनाम बा भले 'भावुक' <br />
पाँव तऽ छाँव मे जरल बाटे<br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96497मनोज भावुक2010-10-28T16:54:57Z<p>Manojsinghbhawuk: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=manojbhavuk.jpg<br />
|नाम=मनोज कुमार सिंह<br />
|उपनाम=मनोज भावुक <br />
|जन्म=02 जनवरी 1976 <br />
|जन्मस्थान=सीवान, बिहार, भारत ।<br />
|कृतियाँ=तस्वीर ज़िंदगी के (भोजपुरी ग़ज़ल-संग्रह), चलनी में पानी (भोजपुरी दोहा व गीत-संग्रह) <br />
|विविध=भोजपुरी के चर्चित कवि और गीतकार। भारतीय भाषा परिषद सम्मान (2006) और पंडित प्रताप नारायण मिश्र (2010) युवा सम्मान। अभिनय, एंकरिंग एवं पटकथा लेखन आदि विधाओं में गहरी रुचि। <br />
|सम्पर्क=<br />
|जीवनी=[[मनोज भावुक / परिचय]]<br />
|अंग्रेज़ी नाम=Manoj Bhawuk<br />
}}<br />
'''भोजपुरी ग़ज़लें'''<br />
* [[दर्द उबल के जब छलकेला गज़ल कहेलें भावुक जी / मनोज भावुक]]<br />
* [[हजारो सपना सजा के मन में चलत रहेलें मनोज भावुक / मनोज भावुक]]<br />
* [[फूल के अस्मिता बचावे के / मनोज भावुक]]<br />
* [[बचपन के हमरा याद के दरपन कहाँ गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[भँवर में डूबियो के आदमी उबर जाला / मनोज भावुक]]<br />
* [[अबकी दियरी के परब अइसे मनावल जाए / मनोज भावुक]]<br />
* [[बहुत नाच जिनिगी नचावत रहल / मनोज भावुक]]<br />
* [[हियरा में फूल बन के खिले कौनो-कौनो बात / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात पर बात होता बात ओराते नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[ देखलीं जे बइठि के दरिया किनारे/ मनोज भावुक]]<br />
* [[ ना रहित झाँझर मड़इया फूस के / मनोज भावुक]]<br />
* [[दरिया के बीच बइठ के कागज के नाव में / मनोज भावुक]]<br />
* [[कबहूँ लिखा सकल ना तहरीर जिन्दगी के / मनोज भावुक]]<br />
* [[मुहब्बत खेल हऽ अइसन कि हारो जीत लागेला / मनोज भावुक]]<br />
* [[रेशम के कीड़ा के तरे खुदहीं बनावत जाल बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[फूल हम आस के आँखिन में उगावत बानी / मनोज भावुक]]<br />
* [[हिया के पीर छलकके गजल में आइल बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[जे राग मन में बाटे, सुर पर सधात नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[जिन्दगी सवाल हऽ, जिन्दगी जवाब हऽ / मनोज भावुक]]<br />
* [[जिनिगी के जख्म, पीर, जमाना के घात बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[गजल जिन्दगी के गवाए त देतीं / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात खुल के कहीं, भइल बा का ? / मनोज भावुक]]<br />
* [[जाईं तऽ जाईं हम कहाँ आगे / मनोज भावुक]]<br />
* [[मन के चउकठ पर धइल बाटे दिया उम्मीद के / मनोज भावुक]]<br />
* [[होखे अगर जो हिम्मत कुछुओ पहाड़ नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[आखिर जुबां के बात कलम में समा गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात पर बात जब मन परल होई / मनोज भावुक]]<br />
* [[आदमी जे सहज सरल बाटे / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]</div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%A4_%E0%A4%AA%E0%A4%B0_%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%A4_%E0%A4%9C%E0%A4%AC_%E0%A4%AE%E0%A4%A8_%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A4%B2_%E0%A4%B9%E0%A5%8B%E0%A4%88_/_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96496बात पर बात जब मन परल होई / मनोज भावुक2010-10-28T16:53:59Z<p>Manojsinghbhawuk: नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} Category:ग़ज़ल <poem> बात पर बात जब मन परल ह…</p>
<hr />
<div><br />
{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=मनोज भावुक<br />
}}<br />
[[Category:ग़ज़ल]]<br />
<poem><br />
<br />
बात पर बात जब मन परल होई <br />
लोर आँखिन से कतना झरल होई <br />
<br />
दोष आँखे प काहे मढ़ाइल हऽ <br />
कुछ कसर उम्र के भी रहल होई <br />
<br />
लोग लूटे में लागल अनेरे बा <br />
जब ऊ जाई त मुट्ठी खुलल होई <br />
<br />
प्रान जाई मगर ना वचन जाई <br />
कवनो जुग के चलन ई रहल होई <br />
<br />
रात में के बा सिसकत सुनहटा में <br />
जाल में कवनो मछरी फँसल होई <br />
<br />
माथ पर साया बन के जे बदरी बा <br />
घाम में खुद ऊ केतना जरल होई <br />
<br />
आज कीचड़ में भलहीं सड़त बाटे <br />
काल्ह उहे नू खिल के कमल होई <br />
<br />
जब बसा लेलीं 'भावुक' के हियरा में <br />
साथ उनके जिअल भा मुअल होई <br />
<br />
<poem></div>Manojsinghbhawukhttp://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%9C_%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95&diff=96495मनोज भावुक2010-10-28T16:53:39Z<p>Manojsinghbhawuk: </p>
<hr />
<div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKParichay<br />
|चित्र=manojbhavuk.jpg<br />
|नाम=मनोज कुमार सिंह<br />
|उपनाम=मनोज भावुक <br />
|जन्म=02 जनवरी 1976 <br />
|जन्मस्थान=सीवान, बिहार, भारत ।<br />
|कृतियाँ=तस्वीर ज़िंदगी के (भोजपुरी ग़ज़ल-संग्रह), चलनी में पानी (भोजपुरी दोहा व गीत-संग्रह) <br />
|विविध=भोजपुरी के चर्चित कवि और गीतकार। भारतीय भाषा परिषद सम्मान (2006) और पंडित प्रताप नारायण मिश्र (2010) युवा सम्मान। अभिनय, एंकरिंग एवं पटकथा लेखन आदि विधाओं में गहरी रुचि। <br />
|सम्पर्क=<br />
|जीवनी=[[मनोज भावुक / परिचय]]<br />
|अंग्रेज़ी नाम=Manoj Bhawuk<br />
}}<br />
'''भोजपुरी ग़ज़लें'''<br />
* [[दर्द उबल के जब छलकेला गज़ल कहेलें भावुक जी / मनोज भावुक]]<br />
* [[हजारो सपना सजा के मन में चलत रहेलें मनोज भावुक / मनोज भावुक]]<br />
* [[फूल के अस्मिता बचावे के / मनोज भावुक]]<br />
* [[बचपन के हमरा याद के दरपन कहाँ गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[भँवर में डूबियो के आदमी उबर जाला / मनोज भावुक]]<br />
* [[अबकी दियरी के परब अइसे मनावल जाए / मनोज भावुक]]<br />
* [[बहुत नाच जिनिगी नचावत रहल / मनोज भावुक]]<br />
* [[हियरा में फूल बन के खिले कौनो-कौनो बात / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात पर बात होता बात ओराते नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[ देखलीं जे बइठि के दरिया किनारे/ मनोज भावुक]]<br />
* [[ ना रहित झाँझर मड़इया फूस के / मनोज भावुक]]<br />
* [[दरिया के बीच बइठ के कागज के नाव में / मनोज भावुक]]<br />
* [[कबहूँ लिखा सकल ना तहरीर जिन्दगी के / मनोज भावुक]]<br />
* [[मुहब्बत खेल हऽ अइसन कि हारो जीत लागेला / मनोज भावुक]]<br />
* [[रेशम के कीड़ा के तरे खुदहीं बनावत जाल बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[फूल हम आस के आँखिन में उगावत बानी / मनोज भावुक]]<br />
* [[हिया के पीर छलकके गजल में आइल बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[जे राग मन में बाटे, सुर पर सधात नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[जिन्दगी सवाल हऽ, जिन्दगी जवाब हऽ / मनोज भावुक]]<br />
* [[जिनिगी के जख्म, पीर, जमाना के घात बा / मनोज भावुक]]<br />
* [[गजल जिन्दगी के गवाए त देतीं / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात खुल के कहीं, भइल बा का ? / मनोज भावुक]]<br />
* [[जाईं तऽ जाईं हम कहाँ आगे / मनोज भावुक]]<br />
* [[मन के चउकठ पर धइल बाटे दिया उम्मीद के / मनोज भावुक]]<br />
* [[होखे अगर जो हिम्मत कुछुओ पहाड़ नइखे / मनोज भावुक]]<br />
* [[आखिर जुबां के बात कलम में समा गइल / मनोज भावुक]]<br />
* [[बात पर बात जब मन परल होई / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]<br />
* [[ / मनोज भावुक]]</div>Manojsinghbhawuk