नीचे दिये हुए पृष्ठ सूर्यदेव पाठक 'पराग' से जुडते हैं:
देखें (पिछले 50 | अगले 50) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)- अबो खिलला के पहिले फूल सब मुरझा रहल बाटे / सूर्यदेव पाठक 'पराग' (← कड़ियाँ)
- नागिन अइसन डँसत अन्हरिया, कबहीं ना भिनसार भइल / सूर्यदेव पाठक 'पराग' (← कड़ियाँ)
- गरम जमीं पर कल कन जइसन, सुख के छन गुजरल / सूर्यदेव पाठक 'पराग' (← कड़ियाँ)
- लगातार पल-पल समय चल रहल बा / सूर्यदेव पाठक 'पराग' (← कड़ियाँ)
- समय फिरल कि अब वसंत आ गइल / सूर्यदेव पाठक 'पराग' (← कड़ियाँ)
- जर रहल बा गाँव, घर बा जर रहल / सूर्यदेव पाठक 'पराग' (← कड़ियाँ)
- समय अइसन हवे मरहम कि अपने घाव भर जाला / सूर्यदेव पाठक 'पराग' (← कड़ियाँ)
- तू याद-झरोखे आ जा तब कुछ बात बने / सूर्यदेव पाठक 'पराग' (← कड़ियाँ)
- प्रीत के पाहुन पियासल जा रहल / सूर्यदेव पाठक 'पराग' (← कड़ियाँ)
- काहे उनका अभी खबर नइखे / सूर्यदेव पाठक 'पराग' (← कड़ियाँ)