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गौतम राजरिशी से जुड़े हुए पृष्ठ
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नीचे दिये हुए पृष्ठ गौतम राजरिशी से जुडते हैं:
देखें (पिछले 50 | अगले 50) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)- जब छेड़ा मुजरिम का क़िस्सा / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- ओ मेरे एकाकी मन / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- ये बाजार सारा कहीं थम न जाये / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- चीड़ के जंगल खड़े थे देखते लाचार से / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- रात भर चाँद को यूँ रिझाते रहे / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- खुद से ही बाजी लगी है / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- गौतम राजरिशी / छायाचित्र (← कड़ियाँ)
- चुभती-चुभती सी ये कैसी पेड़ों से है उतरी धूप / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- देख पंछी जा रहें अपने बसेरों में / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- हैं जितनी परतें यहाँ आसमान में शामिल / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- इस बात को वैसे तो छुपाया न गया है / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- बहो, अब ऐ हवा! ऐसे कि ये मौसम सुलग उट्ठे / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- न समझो बुझ चुकी है आग / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- उदास बरखा रुत का शायर (डॉ राहत इंदौरी) / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- हमारे बाद अँधेरा नहीं उजाला है... (मुनव्वर राना) / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- बहो अब ऐ हवा ऐसे कि ये मौसम सुलग उट्ठे / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- बात रुक-रुक का बढ़ी फिर हिचकियों में आ गई / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- देखकर दहशत निगाहों की जुबाँ बेचैन है / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- लम्हा गुज़र गया है कि अर्सा गुज़र गया / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- उजली उजली बर्फ़ के नीचे पत्थर नीला नीला है / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- समाचार में सनसनी होती है / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- ज़रा जब चाँद को थोड़ी तलब सिगरेट की उट्ठी / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- सजा लूँ ख़ुद को मुकम्मल बहार हो जाऊँ / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- तू जिसकी ताक में मचान पर यूँ बेक़रार है / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- झूठ बोलेगा तो ये आलम तेरा हो जायेगा / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- उनका एक बयान हुआ / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- ज़िंदगी से उम्र भर तक चलाने का वादा किया / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- ऊँड़स ली तू ने जब साड़ी में गुच्छी चाभियों वाली / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- एक मुद्दत से हुये हैं वो हमारे यूँ तो / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- ज़रा तूफ़ान से परवाज़ का जब सामना निकला / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- कितने ख़्वाबों के पर टूटे कितने उड़ने वाले हैं / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- सुबह से ही धौंस देती गर्मियों की ये दुपहरी / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- कुछ मेरी ज़िंदगी को भी आयाम दे / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- उठ ऐ क़लम संवाद कर / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- ज़ुल्फ़ से लिपटा जब तौलिया हट गया / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- आइनों पर आज जमी है काई, लिख / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- ज़िंदगी से उम्र भर तक चलने का वादा किया / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- बंधा धागे से था फिर वो बेचारा मचल उट्ठा / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- उकसाने पर हवा के आँधी से भिड़ गया है / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- धूप लुटा कर सूरज जब कंगाल हुआ / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- तेज़ हवा के इक झोंके ने जब बादल का नाम लिखा / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- हवा ये कैसी चली माजरा ये कैसा है / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- शोर है क़द-काठी का, पैमाइशों की बात हो / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- बस गई है रग-रग में बामो-दर की ख़ामोशी / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- उलझ के ज़ुल्फ़ में उनकी गुमी दिशाएँ हैं / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- गुज़र जाएगी शाम तकरार में / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- हम पर जो असर एक ज़माने से हुआ है / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- ख़ुद से ही बाज़ी लगी है / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- वो टुकड़ा रात का बिखरा हुआ सा / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)
- सच के लिए तूने उठाया सर, भले कुछ देर से / गौतम राजरिशी (← कड़ियाँ)