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जगन्नाथदास 'रत्नाकर' से जुड़े हुए पृष्ठ
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देखें (पिछले 50 | अगले 50) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)- सुनीं गुनीं समझी तिहारी चतुराई जिती / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- नेमु ब्रत संजम के आसन अखंड लाइ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- साधि लैहैं जोग के जटिल जे बिधान ऊधौ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- साधिहैं समाधि औ’ अराधिहैं सबै जो कहो / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- कान्ह हूँ सौं आन ही विधान करिबै कौं ब्रह्म / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- ढोंग जात्यौ ढरकि परकि उर सोग जात्यौ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- धरि राखौ ज्ञान-गुन गौरव गुमान गोइ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- चाव सौं चले हौं जोग-चरचा चलाइबै कौं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- प्रथम भुराई चाह-नाय पै चढ़ाइ नीकै / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- प्रेम-पाल पलटि उलटि पतवारि-पति / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- प्रथम भुराई प्रेम-पाठनि पढ़ाइ उन / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- एते दूरि देसनि सौं सखनि-सँदेसनि सौं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- द्रौनाचल कौ ना यह छटकयौ कनुका जाहि / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- सुधि-बुधि जाति उड़ि जिनकी उसाँसनि सौं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- सुघर सलोने स्यामसुन्दर सुजान कान्ह / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- कान्ह कूबरी के हिये हुलसे-सरोजनि तैं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- सीता असगुन कौं कटाई नाक एक बेरि / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- आए कंसराइ के पठाए वे प्रतच्छ तुम / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- आए हौ पठाए वा छतीसे छलिया के इतै / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- कंस के कहे सौं जदुबंस कौ बताइ उन्हैं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- चाहत निकारत तिन्हैं जो उर अन्तर तैं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- ह्याँ तो ब्रजजीवन सौ जीवन हमारौ हाय / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- बाढ़्यौ ब्रज पै जो ऋन मधुपुर-बासिनि कौ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- पुरतीं न जोपै मोर चंद्रिका किरीट-काज / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- हरि-तन-पानिप के भाजन दृगंचल तैं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- आतुर न होहु ऊधौ आवति दिबारी अवै / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- आवति दीवारी बिलखाइ ब्रज-वारी कहैं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- विकसित विपिन बसंतिकावली कौ रंग / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- ठाम-ठाम जीवनबिहीन दीन दीसै सबे / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- रहति सदाई हरियाई हिय-घायनि में / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- जात घनश्याम के ललात दृग कंज-पाँति / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- नंद जसुदा औ गाय गोप गोपिका की कछु / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- हाल कहा बूझत बिहाल परी बाल सबै / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- माने जब नैकु ना मनाएं मन-मोहन के / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- रीते परे सकल निषंग कुसुमायुध के / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- कांपि-कांपि उठत करेजौ कर चांपि-चांपि / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- ऊधौ यहै सूधौ सौ संदेश कहि दीजौ एक / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- धाई जित-तित तैं विदाई-हेत ऊधव की / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- कोऊ जोरि हाथ कोइ नम्रता सौं नाइ माथ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- दाबि-दाबि छाती पाती-लिखन लगायौं सबै / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- कोऊ चले कांपि संग कोऊ उर चांपि चले / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- दीन्यौ प्रेम-नेम-गरुवाई-गुन ऊधव कौं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- गोपी, ग्वाल, नंद, जसुदा सौं तौं विदा ह्वै उठे / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- भूले जोग-छेम प्रेमनेमहिं निहारि ऊधौ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- ब्रज-रजरंजित सरीर सुभ ऊधव कौ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- प्रेम-मद-छाके पग परत कहाँ के कहौ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- आए दौरि पौरि लौं अबाई सुन ऊधव की / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- चल-चित-पारद की दंभ केंचुली कै दूरि / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- आए लौटि लज्जित नवाए नैन ऊधौ अब / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)
- आँसुनि कि धार और उभार कौं उसांसनि के / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (← कड़ियाँ)