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Kavita Kosh से
* [[देख ये हौसला मेरा, मेरे बुज़दिल दुश्मन / फ़राज़]]
* [[यूँ तुझे ढूँढने निकले की ना आये खुद भी / फ़राज़]]
* [[ये तबियत है तो ख़ुद आज़ार बन जायेंगे हम / फ़राज़]]
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