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"न्याय-अन्याय / केदारनाथ अग्रवाल" के अवतरणों में अंतर

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22:56, 9 जनवरी 2011 के समय का अवतरण

न्याय
मिले, न मिले
अन्याय तो
अवश्य मिलेगा
उलटफेर से, चलती अदालत में।

रचनाकाल: ०१-०९-१९७१