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विमाता के प्रति / अनिल जनविजय

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रचनाकारः [[{{KKRachna|रचनाकार=अनिल जनविजय]][[Category:कविताएँ]][[Category:|संग्रह=माँ, बापू कब आएंगे / अनिल जनविजय]] ~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~}}
माँ, प्यारी माँ<br>
माँ, प्यारी माँ<br>
मुझे अपनी शरण में ले<br><br>
 
भूल नहीं पाती मैं अपना व्यतीत<br>