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'''रद्दे-अमल'''{{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार=साहिर लुधियानवी|संग्रह =तलखियाँ/ साहिर लुधियानवी}} <poem>चन्द कलियाँ निशात की चुनकर<br />मुद्दतों महवे-यास रहता हूँ<br />तेरा मिलना ख़ुशी की बात सही<br />तुझ से मिलकर उदास रहता हूँ<br /poem>
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