[[Category:कविता कोश]]
{{KKGlobal}}
{{KKLokGeetBhaashaSoochi
|भाषा=भदावरी
}}
{{KKAnthologyHoli}}[[Category: लोकगीत]]<poem>होरी खेलूँगी श्याम तोते नाय हारूँ <br>उड़त गुलाल लाल भए बादर, भर गडुआ रंग को डारूँ<br>होरी में तोय गोरी बनाऊँ लाला, पाग झगा तरी फारूँ<br>औचक छतियन हाथ चलाए, तोरे हाथ बाँधि गुलाल मारूँ।<brpoem>