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"मिल मालिक / केदारनाथ अग्रवाल" के अवतरणों में अंतर
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मिल मालिक का बड़ा पेट है | मिल मालिक का बड़ा पेट है |
14:35, 24 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण
मिल मालिक का बड़ा पेट है
बड़े पेट में बड़ी भूख है
बड़ी भूख में बड़ा जोर है
बड़े जोर में जुलुम घोर है
मिल मालिक का बड़ा पेट है
अत्याचारी नीति धारता
शोषण का कटु दाँव मारता
गला-काट पंजा पसारता
मिल मालिक का बड़ा पेट है
मजदूरों को नहीं छोड़ता
उन्हें चूसकर तोष तोलता
एकाकी ही स्वर्ग भोगता।
रचनाकाल: १५-०६-१९४६