{{KKRachna
|रचनाकार=द्विज
}} {{KKPageNavigation|पीछे=|आगे=शृंगार-लतिका / द्विज/ पृष्ठ 2|सारणी=शृंगार-लतिका / द्विज}}* [[आज सुख सोवत सलौनी सजी सेज पैं/ शृंगार-लतिका / द्विज]]* [[गुंजरन लागीं भौंर-भीरैं केलि-कुंजन मैं/ शृंगार-लतिका / द्विज]]* [[मेल्यौ उर आँनद अपार मैन सोवत हीं/ शृंगार-लतिका / द्विज]]* [[सुर ही के भार सूधे-सबद सु कीरन के/ शृंगार-लतिका / द्विज]]* [[हौरैं-हौंरैं डोलतीं सुगंध-सनीं डारन तैं/ शृंगार-लतिका / द्विज]]* [[संभ्रम अति उर मैं बढ़्यौ/ शृंगार-लतिका / द्विज]]* [[सौंधे समीरन कौ सरदार/ शृंगार-लतिका / द्विज]]* [[सुनत सलौनी बात यह/ शृंगार-लतिका / द्विज]]* [[लटपटी पाग सिर साजत उनींदे अंग/ शृंगार-लतिका / द्विज]]* [[सीतल-समीर मंद हरत मरंद-बुंद/ शृंगार-लतिका / द्विज]]