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"रात के आसेब से / शहंशाह आलम" के अवतरणों में अंतर

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''प्रो जबिर हुसेन के विचारों के प्रति''
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''प्रो जाबिर हुसेन के विचारों के प्रति''
  
 
मिरा कमरा आज़ाद हुआ
 
मिरा कमरा आज़ाद हुआ

13:02, 10 जुलाई 2011 के समय का अवतरण

प्रो जाबिर हुसेन के विचारों के प्रति

मिरा कमरा आज़ाद हुआ
रात के आसेब से
आके देख
मैं ज़िंदा हूं
मैं अभी ज़िंदा हूं
इस दुश्मन शहर में
फिर से एक पूरा दिन
जीने के लिए।