Changes

पाँच मुक्तक / बालस्वरूप राही

3 bytes added, 08:15, 27 दिसम्बर 2011
1.
मेरा विशवास विश्वास पराजय को ज़हर होता है
मेरा उल्लास उदासी को क़हर होता है
मुझे घिरते हुए अँधियारे की परवाह क्या
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,282
edits