==फिल्मी सफ़र ==
[[अंदाज]]फिल्मी सफ़रअंदाज, [[आन]], [[मदर इंडिया]], [[अनमोल घड़ी]], [[बैजू बावरा]], [[अमर]], [[स्टेशन मास्टर]], [[शारदा]], [[कोहिनूर]], [[उड़न खटोला]], [[दीवाना]], [[दिल्लगी]], [[दर्द]], [[दास्तान]], [[शबाब]], [[बाबुल]], [[मुगले आजम]], [[दुलारी]], शाहजहां, [[लीडर]], [[संघर्ष]], [[मेरे महबूब]], [[साज और आवाज]], [[दिल दिया दर्द लिया]], [[राम और श्याम]], [[गंगा जमुना]], [[आदमी]], [[गंवार]], [[साथी]], [[तांगेवाला]], [[पालकी]], [[आईना]], [[धर्म कांटा]], [[पाकीजा]] (गुलाम मोहम्मद के साथ संयुक्त रूप से), सन ऑफ इंडिया, लव एंड गाड सहित अन्य कई फिल्मों में उन्होंने अपने संगीत से लोगों को झूमने पर मजबूर किया।
मारफ्तुन नगमात जैसी संगीत की अप्रतिम पुस्तक के लेखक ठाकुर नवाब अली खां और नवाब संझू साहब से प्रभावित रहे नौशाद ने मुम्बई में मिली बेपनाह कामयाबियों के बावजूद लखनऊ से अपना रिश्ता कायम रखा। मुम्बई में भी नौशाद साहब ने एक छोटा सा लखनऊ बसा रखा था जिसमें उनके हम प्याला हम निवाला थे- मशहूर पटकथा और संवाद लेखक वजाहत मिर्जा चंगेजी, अली रजा और आगा जानी कश्मीरी (बेदिल लखनवी), मशहूर फिल्म निर्माता सुलतान अहमद और मुगले आजम में संगतराश की भूमिका निभाने वाले हसन अली 'कुमार'।