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बुरी है ज़मीन की बटाई तेरे गाँव में
ठसक रुपैये की किसी में ऎंठ ऐंठ लट्ठ की
बड़ी पूछ बाबू तेरे गाँव में मुँहफट्ट की
बड़ी पूछ उनकी जो कि छोटे काश्तकार हैं