भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"अभिज्ञात" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
पंक्ति 12: | पंक्ति 12: | ||
}} | }} | ||
{{KKCatUttarPradesh}} | {{KKCatUttarPradesh}} | ||
+ | * '''[[एक अदहन हमारे अन्दर / अभिज्ञात|एक अदहन हमारे अन्दर]]''' (कविता संग्रह) | ||
+ | * '''[[आवारा हवाओं के ख़िलाफ़ चुपचाप / अभिज्ञात|आवारा हवाओं के ख़िलाफ़ चुपचाप]]''' (कविता संग्रह) | ||
+ | * '''[[भग्न नीड़ के आर पार / अभिज्ञात|भग्न नीड़ के आर पार]]''' (कविता संग्रह) | ||
+ | * '''[[सरापता हूं / अभिज्ञात|सरापता हूं]]''' (कविता संग्रह) | ||
+ | * '''[[वह हथेली / अभिज्ञात|वह हथेली]]''' (कविता संग्रह) | ||
* '''[[दी हुई नींद / अभिज्ञात|दी हुई नींद]]''' (कविता संग्रह) | * '''[[दी हुई नींद / अभिज्ञात|दी हुई नींद]]''' (कविता संग्रह) | ||
− | * '''[[खुशी | + | * '''[[खुशी ठहरती है कितनी देर / अभिज्ञात| खुशी ठहर ती है कितनी देर]]''' (कविता संग्रह) |
<sort order="asc" class="ul"> | <sort order="asc" class="ul"> | ||
* [[हूक / अभिज्ञात]] | * [[हूक / अभिज्ञात]] |
18:01, 25 मई 2012 का अवतरण
डॉ.हृदय नारायण सिंह
जन्म | 01 अक्तूबर 1962 |
---|---|
उपनाम | अभिज्ञात |
जन्म स्थान | ग्राम-कम्हरियां-खुशनामपुर, पोस्ट-दरियापुर नेवादां, जिला-आज़मगढ़, उत्तरप्रदेश |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
एक अदहन हमारे अन्दर, भग्न नीड़ के आर पार , सरापता हूँ, आवारा हवाओं के ख़िलाफ़ चुपचाप, वह हथेली, दी हुई नींद, खुशी ठहरती है कितनी देर (सभी कविता संग्रह) | |
विविध | |
उपन्यास - अनचाहे दरवाज़े पर, कला बाज़ार। कहानी संग्रह- तीसरी बीवी। अब तक आकांक्षा संस्कृति सम्मान, कादम्बिनी लघु-कथा पुरस्कार, कौमी एकता पुरस्कार, अम्बेडकर उत्कृष्ट पत्रकारिता सम्मान आदि कई पुरस्कार। | |
जीवन परिचय | |
अभिज्ञात / परिचय |
- एक अदहन हमारे अन्दर (कविता संग्रह)
- आवारा हवाओं के ख़िलाफ़ चुपचाप (कविता संग्रह)
- भग्न नीड़ के आर पार (कविता संग्रह)
- सरापता हूं (कविता संग्रह)
- वह हथेली (कविता संग्रह)
- दी हुई नींद (कविता संग्रह)
- खुशी ठहर ती है कितनी देर (कविता संग्रह)
<sort order="asc" class="ul">
- हूक / अभिज्ञात
- ख़्वाब देखे कोई और / अभिज्ञात
- साठ पार के माँ-बाबूजी / अभिज्ञात
- निहितार्थ के लिए / अभिज्ञात
- सच के पास आदमी नहीं है / अभिज्ञात
- विश्वस्त गवाही / अभिज्ञात
- अपने भी विरुद्ध / अभिज्ञात
- मैं ठूँठ नहीं होना चाहता / अभिज्ञात
- शिलालेख और आदमी / अभिज्ञात
- मल्लाहनामा / अभिज्ञात
- एक अदहन हमारे अन्दर / अभिज्ञात
- फूटती हैं कोपलें / अभिज्ञात
- रेह में कल्ले / अभिज्ञात
- कविताएँ दाँत नहीं हैं / अभिज्ञात
- क्यों लगते हो अच्छे केदारनाथ सिंह? / अभिज्ञात
- धन्यवाद चीटियो धन्यवाद / अभिज्ञात
- गंध / अभिज्ञात
- हँसी की तासीर / अभिज्ञात
- हवा में उछलते हुए / अभिज्ञात
- इशारा / अभिज्ञात
- हावड़ा ब्रिज / अभिज्ञात
- होने सा होना / अभिज्ञात
- मैं ज़रूर रोता / अभिज्ञात
- ख़त / अभिज्ञात
- असमय आए / अभिज्ञात
- इक तेरी चाहत में / अभिज्ञात
- एकांतवास / अभिज्ञात
- तुम चाहो / अभिज्ञात
- मुझको पुकार / अभिज्ञात
- आइना होता / अभिज्ञात
- तराशा उसने / अभिज्ञात
- दरमियाँ / अभिज्ञात
- रुक जाओ / अभिज्ञात
- वो रात / अभिज्ञात
- सँवारा होता / अभिज्ञात
- सिलसिला रखिए / अभिज्ञात
- पा नहीं सकते / अभिज्ञात
- अदृश्य दुभाषिया / अभिज्ञात
- आवारा हवाओं के खिलाफ़ चुपचाप / अभिज्ञात
- शब्द पहाड़ नहीं तोड़ते / अभिज्ञात
- तुमसे / अभिज्ञात
- हवाले गणितज्ञों के / अभिज्ञात
- होने सा होना / अभिज्ञात
- मीरा हो पाती / अभिज्ञात
- प्रीत भरी हो / अभिज्ञात
- तपन न होती / अभिज्ञात
- उमर में डूब जाओ / अभिज्ञात
- लाज ना रहे / अभिज्ञात
- मन अजंता / अभिज्ञात
- अब नहीं हो / अभिज्ञात
- रिमझिम जैसी / अभिज्ञात
- धूप / अभिज्ञात
- आख़िरी हिलोर तक / अभिज्ञात
- साइकिल को बैलगाड़ी की तरह हांकती लड़की / अभिज्ञात
</sort>