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"सपना टल गया / ओम पुरोहित ‘कागद’" के अवतरणों में अंतर

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22:18, 16 जुलाई 2012 के समय का अवतरण

कल तुम आईं
नींद टल गई
सपना मचल गया
लो आज फिर
नींद उचट गई
आज फिर
सपना टल गया !


दिन को
दिन के लिए
रात को
रात के लिए
नींद को
नींद के लिए
छोड़ दो अब
बहुत खलल हो गया !