{{KKRachnakaarParichay|रचनाकार=जयशंकर प्रसाद}}[[चित्र:jaishanker_prasadJaishankar_Prasad.jpg|thumb|right]]'''महाकवि''' के रूप में सुविख्यात '''जयशंकर प्रसाद''' (१८८९-१९३७) हिंदी नाट्य जगत और कथा साहित्य में एक विशिष्ट स्थान रखते हैं। '''तितली''', '''कंकाल''' और '''इरावती''' जैसे उपन्यास और '''आकाशदीप''', '''मधुआ''' और '''पुरस्कार''' जैसी कहानियाँ उनके गद्य लेखन की अपूर्व ऊँचाइयाँ हैं।
==जीवन परिचय==
* '''जन्म:''' ३० जनवरी १८९० को वाराणसी में। स्कूली शिक्षा आठवीं तक किंतु घर पर संस्कृत, अंग्रेज़ी, पाली, प्राकृत भाषाओं का अध्ययन। इसके बाद भारतीय इतिहास, संस्कृति, दर्शन, साहित्य और पुराण कथाओं का एकनिष्ठ स्वाध्याय। पिता देवी प्रसाद तंबाकू और सुंघनी का व्यवसाय करते थे और वाराणसी में इनका परिवार सुंघनी साहू के नाम से प्रसिद्ध था।
===काव्य===
*[[झरना / जयशंकर प्रसाद || झरना]]*[[आंसू आँसू / जयशंकर प्रसाद || आंसू आँसू]]*[[लहर / जयशंकर प्रसाद || लहर ]]*[[कामायनी / जयशंकर प्रसाद || कामायनी ]]
* प्रेम पथिक
===नाटक ===
स्कंदगुप्त,चंद्रगुप्त,ध्रुवस्वामिनी,जन्मेजय का नाग यज्ञ,राज्यश्री,एक घूँट,विशाख,अजातशत्रु आदि
===[[कहानी संग्रह ]]===
छाया
प्रतिध्वनि
इन्द्रजाल
===[[उपन्यास]] ===कंकाल,तितली,
इरावती