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परमानंददास
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जन्म | 1493 |
---|---|
निधन | 1583 |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
परमानंद सागर | |
विविध | |
रीतिकाल के कवि | |
जीवन परिचय | |
परमानंददास / परिचय |
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- बृंदावन क्यों न भए हम मोर / परमानंददास
- कौन रसिक है इन बातन कौ / परमानंददास
- ब्रज के बिरही लोग बिचारे / परमानंददास
- मैया मोहिं ऐसी दुलहिन भावै / परमानंददास
- कहा करौ बैकुंठहि जाय / परमानंददास
- राधे जू हारावलि टूटी / परमानंददास
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भक्तिकालीन रचनाकार | ||
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अष्टछाप | ||
महाप्रभु श्री वल्लभाचार्य जी एवं उनके पुत्र श्री विट्ठलनाथ जी द्वारा संस्थापित 8 भक्तिकालीन कवि, जिन्होंने अपने विभिन्न पदों एवं कीर्तनों के माध्यम से भगवान श्री कृष्ण की विभिन्न लीलाओं का गुणगान किया। और अधिक जानें... | ||
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