भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"सोमनाथ" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) |
Sharda suman (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 21: | पंक्ति 21: | ||
* [[मंदिर की दुति यौं दरसी / सोमनाथ]] | * [[मंदिर की दुति यौं दरसी / सोमनाथ]] | ||
* [[रचि भूषन आई अलीन के संग तैं / सोमनाथ]] | * [[रचि भूषन आई अलीन के संग तैं / सोमनाथ]] | ||
+ | * [[दिसि बिदिसन तें उमडि मढि लीनो नभ / सोमनाथ]] | ||
+ | * [[प्रीति नई नित कीजत है / सोमनाथ]] | ||
+ | * [[झमकतु बदन मतंग कुंभ / सोमनाथ]] | ||
</sort> | </sort> |
14:14, 5 अक्टूबर 2012 का अवतरण
सोमनाथ
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | |
---|---|
निधन | 1753 |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
शृंगार-विलास, रस-पीयूष निधि। | |
विविध | |
रीतिकाल के कवि, सोमनाथ कभी-कभी 'शशिनाथ के नाम से भी कविता करते थे। | |
जीवन परिचय | |
सोमनाथ / परिचय |
- उमड़ि घुमड़ि घन लीनो है चहूँधा घेरि / सोमनाथ
- अधखुलीं पलकैं, अलक लटकति मंजु / सोमनाथ
- कुंडल मुकुट, कांट काछनी, तिलक भाल / सोमनाथ
- आली बहु वासर, बिताए ध्यान धरि-धरि / सोमनाथ
- नेकु न चैन परै दिन रैनि / सोमनाथ
- घटि कै कटि रंचक छीन भई / सोमनाथ
- मंदिर की दुति यौं दरसी / सोमनाथ
- रचि भूषन आई अलीन के संग तैं / सोमनाथ
- दिसि बिदिसन तें उमडि मढि लीनो नभ / सोमनाथ
- प्रीति नई नित कीजत है / सोमनाथ
- झमकतु बदन मतंग कुंभ / सोमनाथ
</sort>